सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

इन्दिरा गांधी नहर प्रणाली से सिंचाई क्षेत्र- कम पानी सिंचाई फसलें उगाने की अपील


श्रीगंगानगर, 11 अक्टूबर 2020.

इस संभाग के अन्तर्गत इंदिरा गांधी नहर, गंगनहर, भाखड़ा नहर, एवं सिधमुख-नोहर प्रणालियों की नहरों को रावी, व्यास एवं सतलुज नदियों से अंतर्राज्जीय समझौतों के तहत पानी उपलब्ध होता है।

रावी नदी का पानी रणजीत सागर बांध में संग्रहित होता है। ब्यास नदी का पानी मुख्यतः पौंग बांध में संग्रहित होता है तथा कुछ मात्रा में ब्यास सतलुज लिंक के माध्यम से भाखड़ा बांध में संग्रहित होता है। सतलुज नदी का पानी भाखड़ा बांध में संग्रहित होता है।

इस वर्ष हिमाचल में कमजोर मानसून के कारण 21 सितम्बर को पोंग बांध का जल स्तर 1374.60, रणजीतसागर का 515.86 मीटर, भाखडा का 1659.61 फुट था। जोकि अपने पूर्ण भराव से क्रमशः 15.40 फुट, 12.05 मीटर (39.53 फुट) एवं 20.39 फुट खाली थे।

जल संसाधन विभाग हनुमानगढ के मुख्य अभियन्ता ने बताया कि इस वर्ष इंदिरा गाँधी प्रणाली के लिए रबी फसल हेतु 7 मार्च तक सात बारी पानी दिया जाना तय  किया गया है। जिसके लिए बीबीएमबी द्वारा आंकलित जल से लगभग 2.25 लाख क्यूसेक्स डेज अधिक पानी की आवश्यकता होगी, जिसकी पूर्ति 26 प्रतिशत अधिक इनफ्लौज होने पर ही हो सकेगी। किसान भाइयो से अनुरोध है कि कम पानी में होने वाली फसलें जैसे सरसों, चना आदि की बुवाई अधिक करे एवं अधिक पानी से पकने वाली फसलों से बचे। इस संबंध में कृषि अधिकारियो एवं वैज्ञानिकों की सलाह अवश्य लें।

---------

यह ब्लॉग खोजें