शनिवार, 10 सितंबर 2016

वसुंधरा राजे ने डर कर शुरू की है जन सुनवाई? राजस्थान के हालात नहीं है अच्छे?


वसुंधरा राजे की जन सुनवाई में 2 हजार परिवेदनाएं कैसे आई जब सब ठीक है?

- करणीदानसिंह राजपूत -
राजस्थान में सब ठीक ठाक चल रहा है और इसलिए भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंत्रियों की जन सुनवाई में पूरे दिन में इन दिनों पन्द्रह बीस शिकायतें ही आने की बात कही जाने लगी थी। राजस्थान में सब ठीक ठाक चल रहा है तक मुख्यमंत्री की जन सुनवाई में कुछ ही घंटों में 2 हजार शिकायतें कैसे आ गई? ये शिकायतें या परिवेदनाएं भी अकेले जयपुर संभाग की ही थी। इनमें भी जयपुर शहर की अधिक बताई गई है। इन परिवेदनाओं के दर्ज करने के लिए ही शनिवार को कार्यालय खोले गए हैं।
असल में कुछ दिन पहले एक मंत्री ने तो कह भी दिया था कि लोग खुश नहीं है चाहे ये जनता दरबार लगाओ। प्रदेश भर में कहीं भी किसी से बात करें तो यही हवा चलती हुई मिल रही है। वसुंधराराज सही में जनता का राज है तो फिर जनता रो क्यों रही है? भाजपा के कार्यकर्ता भी भरे पड़े हैं और जहां पर कहना नहीं होता वहां पर जबान खोलने में अब हिचकते नहीं हैं।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन ने जन सुनवाई पर कहा है कि जब सब ठीक था तब हालात इतने खराब होते कैसे गए? सचिन ने कहा कि दिल्ली की डपट पर यह जन सुनवाई शुरू की गई जिसमें भी लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा।
राजस्थान में हालात निरंतर बिगड़ते जा रहे हैं और पहले संगठन का भय रहा करता था लेकिन अब अशोक परनामी और वसुंधरा राजे एक हैं। मंत्रियों तक की सुनवाई नहीं होती।

 घनश्याम तिवाड़ी ने दीनदयाल वाहिनी  का संचालन करके और अनेक बयान देकर राज की खाट खड़ी कर रखी है लेकिन उनके विरूद्ध संगठन इसलिए कार्यवाही करने से घबरा रहा है कि ऐसा करते ही भयानक संकट आ जाएगा और संभाले संभलेगा नहीं। वैसे घनश्याम तिवाड़ी वहीं बोल रहे हैं जो जनता की पीड़ाएं हैं।
राजस्थान में 2 अक्टूबर से भैरोंसिंह शेखावत की स्मृति में अंत्योदय यात्रा शुरू होने वाली है जिसका नेतृत्व दशरथ सिंह शेखावत करेंगे। इसका भी  भय वसुंधरा राजे को भीतर ही भीतर सता रहा होगा। यह यात्रा 2 अक्टूबर को भैरोंसिंह जी के जन्मस्थान खाचरियावास से शुरू होगी और उनकी पुण्यतिथि पर जयपुर में उनके समाधि स्थल पर संपन्न होगी। इसमें भैरोंसिंह शेखावत विचारधारा के कार्यकर्ताओं को साथ रखा जाएगा जो हर जगह उपेक्षित से पड़े हैं। वर्तमान मंत्रियों आदि से दूरी बना कर रखी जाएगी। इस यात्रा का पूरा ब्यौरा 15 सितम्बर को जयपुर में जारी किया जाएगा।

मतलब यह है कि सभी हालात सरकार को भागदोड करने को मजबूर कर रहे हैं या सरकार डर कर भाग दौड करने में लगी है।
भाजपा की हालात बिना पत्तों डालियों वाले पेड़ यानि केवल ठूंठ की तरह नजर आ रही है

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