शनिवार, 13 जुलाई 2013

पूर्व विधायक हरचंदसिंह हीरो:विधायक गंगाजल मील राज में भ्रष्टाचार


नगरपालिका को करोड़ों रूपयों के भूखंडों की नीलामी रोकनी पड़ी:

पूर्व विधायक का आरोप था कि जमीनें बेच बेच कर धन का कर रहे हैं दुरूपयोग:

अधिषाषी अधिकारी पृथ्वीराज मील को सूरतगढ़ से स्थानान्तरित कर दिया गया:

पालिकाध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार की कार्यवाही शुरू हो गई।

खास खबर- करणीदानसिंह राजपूत-

सूरतगढ़, पूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धु ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग के साथ आमरण अनशन का नोटिस दिया था,जिस पर सरकार ने सख्त कार्यवाही शुरू की। अत्यंत गंभीर आरोप था कि पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल और अधिशाषी अधिकारी पृथ्वीराज जाखड़ पालिका की करोड़ों रूपयों की जमीने बेच कर प्राप्त धन का दुरूपयोग करने में लगे हैं। इसके कई तथ्य भी दिए गए। नगरपालिका का 115 करोड़ रूपयों का बीकानेर नगर विकास न्यास से भी अधिक का बजट केवल सात आठ मिनट में पारित कर दिए जाने का भी उल्लेख था। सडक़ पर सडक़ बनाने आदि के आरोप भी थे। बैनरों पर प्रचार पर अनापशनाप रकम खर्च किए जाने का आरोप भी था।

सचिवालय के निर्देश पर कार्यवाही शुरू हुई और अधिशाषी अधिकारी पृथ्वीराज जाखड़ को यहां से स्थानान्तरित कर दिया गया।

इसके साथ ही बेशकीमती जमीनों की नीलामी को रोका गया। अब नीलामी करने से पहले राज्य सरकार की स्वीकृति लेनी होगी।

नगरपालिका ने 11,12 और 15 जुलाई को की जाने वाली नीलामी रोकी। इसमें बीएसएनएल के पीछे राजीव गांधी मार्केट,सैनी गार्डन के पश्चिम में राजीव गांधी आवासीय योजना,सदर थाने के पूर्वी दिशा में भूखंडों की नीलामी रोकी गई। नगरपालिका में आने जाने वाले ठेकेदारों को तो बहुत पहले ही राज्य सरकार का आदेश आते ही मालूम पड़ गया था। आम लोगों के लिए नगरपालिका ने राजस्थान पत्रिका में एक छोटा सा विज्ञापन छपवाया जो 11 जुलाई 2013 के अंक में छपा।

सचिवालय की ओर से सिद्धु की शिकायत कार्यवाही के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भिजवा दी गई है,जिसमें प्राथमिक जांच के बाद मुकद्दमें भी होंगे।

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