* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 10 अक्टूबर 2024.
राजस्थान सरकार के स्वायत शासन विभाग ने नगर पालिका अध्यक्ष ओम प्रकाश कलवा को दूसरी बार सस्पेंशन खत्म कर बहाल किया जिस पर कांग्रेस के चार पार्षदों परसराम भाटिया आदि ने उक्त आदेश पर उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए विरोध किया।
आज 10 अक्टूबर 2024 को उच्च न्यायालय ने राजस्थान सरकार के दोबारा हुए बहाली आदेश को गलत माना। ओमप्रकाश कालवा एक बार फिर सीट से अलग कर दिए गये हैं। सीवरेज कं को 1 करोड़ 60 लाख रू के गलत भुगतान के मामले में कालवा पद और सदस्यता दोनों से सस्पेंड किए गये थे। दुबारा बहाल हुए तब 3 अगस्त को कार्यभार ग्रहण किया। यह तीन तारीख भारी पड़ी।
* ओम प्रकाश कालवा से बात हुई है जिसमें उन्होंने कहा है कि कानून विदों से राय ली जाएगी और उसके हिसाब से आगे की कार्यवाही का निर्णय किया जाएगा।
*इस निर्णय के विरुद्ध अपील की जाती है या नहीं की जाती है यह कालवा पर निर्भर है लेकिन लग रहा है कि यह कानूनी लड़ाई जारी रहेगी और संभावना है कि उच्च न्यायालय के इस फैसले को डबल बैंच में अपील कर चुनौती दे सकते हैं।
* कल 11 अक्टूबर को इस बाबत कुछ भनक लग सकती है। ओमप्रकाश कालवा के विरुद्ध कांग्रेस के परसराम भाटिया ने शिकायती, मुकदमा, और अदालती कानूनी लड़ाई निरंतर जारी रखी है।
अभी पूरा फैसला आने के बाद इसका हिंदी वर्जन करणी प्रेस इंडिया पर देने की कोशिश रहेगी।
सूत्रानुसार ओमप्रकाश कालवा के पहले सस्पेंशन काल में परसराम भाटिया को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। भाटिया 120 दिन तक अध्यक्ष रहे उस दौरान भाटिया द्वारा कई कार्य किए गये जो भ्रष्टाचार से भरे थे। उन पर कालवा और उनके समर्थक भाटिया के विरूद्ध लगे हुए हैं इसलिए शांत बैठने की संभावना कम ही लगती है। नगरपालिका के पंप हाऊस की सड़क चिपती बेशकीमती जमीन जो लगभग 50 लाख से अधिक कीमत की है को मुफ्त में देकर पट्टा बना दिया गया। इसका पुलिस में मुकदमा है और जांच चल रही है। शिक्षा अधिकारी नरेश रिणवा को नियमन का पट्टा,एक शिक्षक को नियमन का पट्टा देना,तूड़ी का दर से अधिक भुगतान करना जैसे मामलों पर कार्यवाही करने की कुछ भनक है। दो पट्टे मिली भगती से बड़े घोटाले के हैं। मानकसर निवासी एक नेता को उसकी पत्नी के नाम से नियमन कर पट्टा दिया जिसमें सबूत में 3 वोटर लीस्टें नाम जोड़ कर स्कैन कर लगाई जाने की सूचना है। जानकीदासवाला के निवासी एक नेता की पत्नी को भी नियमन कर पट्टा दिया जाने की सूचना है जिसमें 3 वोटरलीस्टें फर्जी नाम जोड़ कर सबूत में लगाई जाने की सूचना है। कुछ और मामले भी हैं जिनसे लगता है कि नये चुनाव से पहले ही मुकदमों और शिकायतों की लड़ाई और भड़केगी। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम रैंक के व्यक्ति ने नियमन करवा कर पट्टा लिया जो भाटिया का एकदम नजदीकी रिश्तेदार है।
👍 फिलहाल एक बार भाटिया और साथियों ने अजगर को पालिका से बाहर धकेल दिया है लेकिन अजगर किस पर कैसे वार करता है,निगलता है? कौन चपेट में आते हैं?यह जंग जारी रहने की संभावना है।०0०
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