शनिवार, 19 फ़रवरी 2022

मानव जन्म अनमोल रे - बोतल में ना रोल रे, कीकरवाली में नशामुक्ति कार्यशाला

 


श्रीगंगानगर, 18 फरवरी 2022.


"नौजवान, नशामुक्त समाज की रचना करने में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करें। "





जिला पुलिस प्रशासन श्रीगंगानगर द्वारा संचालित नशामुक्ति परामर्श एवम् उपचार केंद्र इस नेक कार्य में आपका सहयोग करने को सहर्ष तैयार है। समाज के अग्रिम पंक्ति में खड़े समाजसेवी संगठन व सामाजिक कार्यकर्ता भी इस यज्ञ में अपने सहयोग की आहुति डालें। देश की आजादी में शिक्षकों का बहुत बड़ा रोल रहा है। 

ये उदगार पुलिस थाना मुकलावा की ओर से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कीकरवाली में आयोजित नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला व नशामुक्ति शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकांत गोयल ने कहे। 

डॉ. गोयल ने नशेडियों के लक्षण, नशीले पदार्थाें के दुष्परिणाम, नशीले पदार्थाें से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया। 

शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि मानव जन्म अनमोल रे-बोतल में ना रोल रे। अब जो मिला है फिर ना मिलेगा- कभी नहीं -कभी नहीं -कभी नहीं। विद्यालयों व महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी स्वयं नशे के जाल में फंसने से बचे ओर जो लोग किसी भी कारण से नशे की चपेट में आ चुके हैं, उनको नशे रूपी दल -  दल से बाहर निकालने में अपनी युवा शक्ति का सही उपयोग करें। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डी. एस. पी. ( रायसिंहनगर ) अन्नु बिश्नोई ने कहा कि विद्यार्थी गांव को नशामुक्त बनाने को अपने जीवन का लक्ष्य बनाएं। यदि गांव नशे से बचे रहेंगे तो ही खेतो में अनाज उपजेगा। नहीं तो आने वाली पीढ़ियों के नशेड़ी नौजवान देश को अनाज के स्थान पर भूख और बर्बादी देंगे। 


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंचायत समिति प्रधान सुनीता गोदारा ने कहा कि ग्रामीण युवा दिखावे की जिंदगी जीने की ओर अग्रसर होते दिखाई पड़ने लगे हैं, जो कि चिंता का विषय है। कीकरवाली ग्राम पंचायत सरपंच धनराज गेदर ने कहा कि नशामुक्ति जनजागृति कार्यशालाओं से जो वातावरण निर्मित हो रहा है, उसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। आज छोटे - छोटे बच्चे अपने अभिभावकों का नशा छुड़वाने में प्रभावी भूमिका अदा करते दिखाई पड़ने लगे हैं। 

तहसीलदार अमर सिंह भनखड़ ने ग्रामीणों से आहवान किया कि जो अवैध रूप से नशा बेचते हैं, उनकी सूचनाएं सी एल जी सदस्यों और थानाधिकारियों के माध्यम से साझा करें ताकि पुलिस प्रशासन उनके विरुद्ध कार्यवाही कर सके। नशा चेतनता समाप्त करता है। पहले खुद से नशा छोड़ने की शुरुआत करे। विद्यालय प्रधानाचार्य अमरीश कुमार ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है, इसे नशे में न गवाएं। नशा करने वाला व्यक्ति अपने साथ-साथ परिवार का जीवन भी बर्बाद कर देता है।  विद्यार्थी नशे व अन्य बुराइयों से दूर रहकर अपने भविष्य को उज्ज्वल कर सकते हैं। नशामुक्त समाज की रचना करने में सहयोगी बनें। 

सेवानिवृत जिला शिक्षा अधिकारी ( माध्यमिक) शिव शंकर बिश्नोई  ने कहा कि श्रीगंगानगर जिले में आई.पी. एस. श्री सुधीर प्रताप सिंह ने नशामुक्त श्रीगंगानगर की सोच के साथ इस जिले में नशामुक्ति अभियान शुरू किया था, जो आज फिर मंशा नशामुक्ति अभियान के सशक्त इरादो के साथ पूरे बीकानेर संभाग में शुरू किया गया है।  

श्रीगंगानगर जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग और जिला पुलिस अधीक्षक श्री आनंद शर्मा इस दिशा में विशेष रूप से प्रयासरत हैं। 




थानाधिकारी मुकलावा मलकीत सिंह ने कहा कि नशामुक्ति अभियान पुलिस प्रशासन  द्वारा चिकित्सा विभाग व शिक्षा विभाग के सहयोग से चलाया जा रहा है, जिसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। युवा व जागरूक लोग इस अभियान के सहयोगी बनें। कार्यक्रम में विक्रम ज्याणी ने नाटक के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. रविकांत गोयल ने नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों की जांच की व उन्हें उचित परामर्श दिया।०0०

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