देश भर में खतरनाक गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के बाद बाजार में साधारण पान मसाला आया है वह भी खतरों से खाली नहीं है।
पान मसाले में चालीस प्रकार के केमिकल मिलाए जाते हैं वे आपस में मिलने के बाद 3000 से ज्यादा रूप धारण कर लेते हैं और मानव जीवन के लिए भयानक खतरा पैदा करते हैं।
साधारण पान मसाले के खाने से इन रसायनों से नपुंसकता, कैंसर, ब्लड प्रेशर, हृदयगति तेज होने, दिल का दौरा पड़ने, घबराहट होने, चक्कर आने और छाती के दर्द की बीमारियां होने का खतरा हो जाता है।
पान मसाले की छोटी सी पुड़िया में 40 तरह के रसायन मिलाए जाते हैं,जो आपस में मिलकर 3000 से ज्यादा रूप धारण कर लेते हैं। ये मानव जीवन के लिए लगातार खतरा पैदा कर रहे हैं। देश में अनेक प्रकार के ब्रांड चल रहे हैं।
लोगों को पान मसाले के स्वाद की लत लगाने के लिए मैग्निशियम कार्बोनेट को 10 गुना तक ज्यादा मिलाया जा रहा है। इंटरनेशनल जर्नल आफ करंट फार्मा की रिसर्च में यह भयानक तस्वीर सामने आई है। हानिकारक केमिकल में अनडाइल्यूट हाइड्रोक्लोरिक एसिड, मैग्नीशियम कार्बोनेट, शीशा और तांबा जैसी वस्तुएं /तत्वों का पान मसाले में प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंध है।
रही सही कसर सुपारी चूना नकली कथा आर्टिफिशियल फ्लेवरिंग जैसे केमिकल ने पूरी कर देते है। पान मसाले का देश में करीब 16 हजार करोड़ का प्रतिवर्ष का कारोबार है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं।कैंसर रोगियों की संख्या सन 2016 में 14,51,000 थी जो 2017 में बढ़कर 15,17,000 हो गई। सन 2018 में यह फिर बढ़ी और 15 लाख 86 हजार हो गई।
अधिकांश लोगों में कैंसर का कारण पान मसाला ही है।
पान मसाले में घातक केमिकल मुंह के अंदर कोमल त्वचा पर खतरनाक प्रभाव डालते हैं किसी में जल्दी तो किसी में कुछ वर्षों में इसका असर दिखता है।
अब लोगों को यह सोचना है कि पान मसाला खाने वाले का मुंह पूरा खुल पा रहा है या नहीं। मुंह में कोमलता है या कठोरता आ चुकी है? सावधान रहें?