शुक्रवार, 20 जनवरी 2023

सूरतगढ़:मील कहेंगे तब ईओ नाले और कचरा साफ करवाएंगे।










* करणी दान सिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 20 जनवरी 2023.

 मील  साहब के इशारे पर बड़े-बड़े अतिक्रमण टूटते हैं और यह अभियान जारी है लेकिन शहर को बीमार बनाने का अभियान भी चल रहा है।


नगरपालिका प्रशासन मील साहब के निर्देश से काम कर रहे हैं और पूरे शहर में यह चर्चा है। नगर में भयानक कचरा जगह-जगह सड़कों पर फैला हुआ है नाले और नालियां गंदगी से भरे पड़े हैं। मील साहब कहेंगे उसके बाद इनकी सफाई होगी तब तक शहर बीमार होता रहेगा।

मील साहब ईओ को कब कहेंगे या नहीं कहेंगे।यह कोई भी एडवांस में नहीं कह सकता।


* नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सफाई कराने के प्रति पूरी तरह से उदासीन हैंऔर उनके

 उदासीन रवैये के कारण शहर में गंदगी का आलम है। सफाई निरीक्षक जमादार और सफाई कर्मचारियों से काम लेना करवाना उनकी ड्यूटी लगाना सभी कार्य अधिशासी अधिकारी के हैं।


 * नाले नालियों की महीनों से सालों से सफाई नहीं हो कचरा साफ नहीं हो तब लोग उस तरफ ही देखेंगे, जिसके कहने से निर्देश से काम होता हो। 

मील का ध्यान अतिक्रमण हटवाने पर है तो शहर की अन्य बातों पर अव्यवस्थाओं पर उनका ध्यान क्यों नहीं है? नगरपालिका प्रशासन को वे कब फटकारेंगे? वरिष्ठ सहायक का और उसके बाद ईओ का स्थानांतरण रद्द करवा कर सूरतगढ़ में रखा जा सकता है तो उनसे काम के लिए भी सख्त कहा जा सकता है। 

* लोग नगरपालिका की कार्यप्रणाली और गंदगी से त्रस्त ईओ से नाराज हैं। ईओ को सफाई की बिगड़ी हालत पर काम करना होगा। 

* बाजारों के नाले शौचालय साफ नहीं। पुराने बस स्टैंड का शौचालय करीब 5 माह से बंद। टायलेट्स केवल पुरूष ही इस्तेमाल नहीं करते,महिलाएं कहां जाएं जब वहां गंदगी हो।

* राठी स्कूल के आगे के फोटो कुछ दिन पहले दिए लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।

* ईओ अपने निवास के 500 मीटर में ही झांक लें तो बिगड़े हालात मालुम हो जाएं। ईओ के निवास के आसपास गंदगी फैली है।


 * पशु चिकित्सालय के पीछे एलजी र्कॉलोनी की सड़क में गहरा गड्ढा है। दुर्घटना का खतरा है।


** सड़क के किनारे नाला है उसमें गंदगी व कचरा भरा हुआ है। झाड़ झंखाड़ कीकर ऊगे हुए और कचरे को देखने से स्पष्ट है कि इस नाले की सफाई कम से कम 1 साल से नहीं हुई। यहां पर किसकी ड्यूटी लगी हुई है और जिसकी ड्यूटी लगी हुई है वह यह काम क्यों नहीं करता?यदि यहां पर किसी की भी ड्यूटी नहीं है तो नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सफाई निरीक्षक पूरी तरह से जिम्मेदार है कि उन्होंने इस नाले को अपने रिकॉर्ड से कैसे हटा दिया? यहां का पार्षद भी जिम्मेदार है।

 नगर पालिका में जितने नाले नालिया बने हुए हैं उन पर किसी न किसी स्टाफ की ड्यूटी लगती होगी?  इस नाले के चित्र देखकर प्रमाणित होता है कि नाले की सफाई कम से कम 12 महीने से नहीं हुई इस गंदगी को फैलाने का जिम्मेदार कौन है? 

* अधिशासी अधिकारी के निवास के 50 कदम पर जहां पशु विज्ञान केंद्र है वहां पर सफाई का नारा लिखा हुआ है कचरा पात्र है और पात्र से बाहर बिखरा हुआ कचरा भी है। इस स्थान को देखने से लगता है कि यहां भी कचरा उठाने का कार्य कई दिनों से नहीं हुआ।


** नगर पालिका में जो खेल चल रहा है उठापटक का उस खेल में अध्यक्ष अधिशासी अधिकारी का चाहे कुछ नहीं बिगड़े लेकिन कचरा और गंदगी से लोग बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। 

*** अच्छा होगा कि नगरपालिका के प्रशासन को निर्देश देने से पहले अपनी आंखों से बुरे हालात देखें ताकि विश्वास हो कि सच्च है। वहां कौन जमादार और सफाई कर्मचारी स्टाफ है। ०0०







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