बुधवार, 16 मार्च 2022

राजस्थान सरकार की उदासीनता:शुरू नहीं हो सका लालगढ़ हवाई अड्डा- सांसद निहाल चन्द

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 16 मार्च 2022.


 श्रीगंगानगर स्थित लालगढ़ एयरपोर्ट का विस्तार करते हुए इसे क्षेत्रीय संपर्क योजना (आर.सी.एस.) के अंतर्गत शामिल करने के लिए बहुत समय से प्रयासरत लोकसभा सांसद निहाल चन्द ने कहा है कि राजस्थान प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण ही अभी तक लालगढ़ एयरपोर्ट शुरू नहीं हो सका है और केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘उड़ान योजना‘ में शामिल होने से वंचित रह गया है ।


संसद के वर्तमान बजट सत्र में भी लोकसभा सांसद ने नियम 377 के अंतर्गत केंद्र सरकार से लालगढ़ हवाई पट्टी पर जरुरी यात्री और परिचालन सुविधाओं का विस्तार करते हुए इसे उड़ान योजना के चौथे चरण में शामिल करने का आग्रह किया था। नियम 377 के अंतर्गत उठाये गए इस विषय के सम्बन्ध में नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त जवाब में बताया गया है कि ‘उड़ान योजना की बोली प्रक्रिया के 4.1 चरण में जयपुर-श्रीगंगानगर-जयपुर मार्ग आवार्ड किया गया है, किन्तु राजस्थान राज्य सरकार द्वारा चयनित हवाई अड्डा प्रचालकों के 100 प्रतिशत व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण को वहन करने की सहमति के अभाव में उक्त मार्ग की अवार्ड प्रक्रिया अभी लंबित है‘‘ और जैसे ही प्रदेश सरकार की सहमति प्राप्त हो जाएगी, इस विषय में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी ।


यदि इस सीमावर्ती क्षेत्र को हवाई मार्ग से जोड़ना है और इसे उड़ान योजना में शामिल करना है, तो प्रदेश सरकार को अपनी उदासीनता को त्यागना पड़ेगा।

 केंद्र सरकार की इस योजना को प्रदेश में धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार की भूमिका बेहद अहम हो जाती है । यह क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित है, जिसका सामरिक और सुरक्षा की दृष्टि से भी बहुत बड़ा महत्व है। यदि लालगढ़ स्थित हवाई पट्टी को विकसित कर यहाँ एक एयरपोर्ट का निर्माण किया जाता है, तो आमजन के साथ.साथ भारतीय सेना को भी इसका बहुत बड़ा लाभ होगा।

यदि राजस्थान की प्रदेश सरकार इस विषय को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द केंद्र सरकार को चयनित हवाई अड्डा प्रचालकों के 100 प्रतिशत व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण को वहन करने की सहमति भेज देती है, तो जल्द ही इस सीमावर्ती क्षेत्र में भी हवाई सेवा शुरू हो सकती है।०0०

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