नशामुक्ति जनजागृति-ढाबां झल्लार ( सूरतगढ़) में कार्यशाला का आयोजन.
सूरतगढ़/श्रीगंगानगर, 25 फरवरी 2022.
जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग एवं जिला पुलिस अधीक्षक श्री आनन्द शर्मा के निर्देशानुसार चलाए जा रहे नशा मुक्ति महाअभियान ‘मंशा‘ के अन्तर्गत पुलिस थाना सूरतगढ सदर द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ढाबांझल्लार में नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकान्त गोयल ने कहा कि नशे की एक लत व्यक्ति से उसका तन-मन-धन, सामाजिक प्रतिष्ठा छीन लेती है तथा बदले में दुख-दर्द, तकलीफंे मुसीबतें प्रदान करती है। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले अनेक लोग नशे में अपनी सारी कमाई बर्बाद कर देते है तथा घर जाकर परिवार के साथ मारपीट, गाली-गलौच इत्यादि करते है, जिससे उनके घर में गरीबी, लाचारी अभाव इत्यादि समस्यायें डेरा डाल लेती है। बच्चे छोटी-छोटी वस्तुओं के लिए तरसते है।
डॉ. गोयल ने बताया कि ऐसे व्यक्ति जब उनसे ईलाज लेकर नशा छोड़ देते है तो उनके जीवन में सुखद परिवर्तन स्पष्ट दृष्टिगोचर होने लगते हैं, बच्चों की आवश्यकताओं की पूर्ति होने लगती है, प्रेम एवं उल्लास का वातावरण बन जाता है तथा सुन्दर भविष्य की आशा के दीप टिमटिमाने लगते है। डॉ. गोयल ने उपस्थित लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाकर नशे से बचने के उपाय बताये तथा जीवन भर नशा न करने की शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री श्योपतराम एएसआई पुलिसथाना सूरतगढ़ सदर ने कहा कि नशा सभ्य समाज पर एक कंलक है, जिसे हमें जड़ से उखाड़ना है, जिसके लिए प्रशासन के साथ-साथ समाज की जागरूकता एवं सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है। सामूहिक प्रयासों से ही इस भयावह समस्या पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने समाज को प्रशासन का सहयोग करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में समाजसेवी श्री विजय किरोड़ीवाल ने कहा कि नशे का मार्ग व्यक्ति को पतन की ओर ले जाता है, नशा व्यक्ति से उसकी अच्छाईयों को छीनकर उसमें बुराईयां भर देता है। नशे को मिटाकर ही इसके दुष्परिणामों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में शाला प्रधानाचार्य श्री मुकेश वर्मा ने कहा कि नशा चाहे ज्यादातर पुरूष ही करे लेकिन उसका प्रकोप न केवल परिवार पर बल्कि पूरे समाज पर पड़ता है। ०0०
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