सोमवार, 19 मार्च 2018

काली मां के भक्त श्रीकृष्ण मोकलसर का जागरण:










डमरू की डम डम में उतरती माता और भाव विभोर होते श्रद्धालु:
विशेष रिपोर्ट - करणीदानसिंह राजपूत




सूरतगढ़, 8 अक्टूबर 2014.

अपडेट 19 -3-2018.

माता के भक्तों की भी लीला अद्भुत न्यारी है। श्रद्धालुओं की नजरें माता के चुनरी चढ़े मालाओं से सजे त्रिशूल पर और जोत पर होती है तथा  डमरू की डम डम में संपूर्ण शरीर तरंगित हो मां के ध्यान में खोया होता है।
माता के भक्तों को दूर दूर तक जाना जाता है और उनकी भक्ति यश को लोग संजोए हुए रहते हैं।

सूरतगढ़ तहसील के ग्राम मोकलसर के काली माता भक्त श्रीकृष्ण के भजनों का जादू वार्ड नं 23 सूर्याेदय नगरी लाइनपार क्षेत्र में 7 अक्टूबर की रात्रि में सूर्यवंशी विद्यालय के पास जाने माने लेखराज सोनी  परिवार के आवास में चल रहा था।  आसपास के श्रद्धालु नर नारियों की नजरें एकटक झूमते गाते भक्त श्रीकृष्ण पर टिकी थी।
श्रीकृष्ण के दल वाले डमरू पर भजन में सहयोग कर रहे थे।
भक्त श्रीकृष्ण का काली मां का मंदिर मोकलसर से करीब 2 किलोमीटर पहले आता है। वहां पर भी श्रद्धालुओं की पहुंच होती रहती है।
अनेक श्रद्धालुओं की मान्यता है कि मां काली के भक्त श्री कृष्ण की वाणी में कुछ है जो सुनने पर उन्हें मिलता है। आस्था और विश्वास में श्रद्धालुओं को मग्न देखा जा सकता है।









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