शनिवार, 9 सितंबर 2023

कासनिया व भादू के कार्यक्रम आखिरी शौ साबित:लोगों की चाहत खत्म.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ सीट के मालिक विधायक रामप्रताप कासनिया का बुलावा ज्यादा  खोखला साबित हुआ कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा के स्वागत में शहर में ही लोगों को नहीं जुटा पाए।   विधायक के बुलावे पर पांच छह हजार लोग शहर में ही नहीं आएं तो हालात विदाई के हैं। राज आने का शोर मचा हो और ऐसी खुशी जैसे मोके पर विधायक के बुलावे पर केवल दो ढाई हजार की उपस्थिति हो तब कितना भी छुपा कर रखा जाए फिर भी मालुम हो गया कि लोगों की चाहत खत्म हो गयी है। जो नगरमंडल की टीम अध्यक्ष और महासचिव हैं वे भी सौ आदमी खड़े नहीं कर सकते। विधायक की एक आवाज पर पांच छह हजार व्यक्ति स्वागत समारोह में नहीं आए तो अपनी विदाई का सम्मान करवा लेना चाहिए। जैसे सरकारी अधिकारी कर्मचारी सेवानिवृत्ति पर कोई घोड़े पर,कोई रथ पर कोई खुली बंद जीप कार पर घर लौटता है। कैसा भी रहा हो उस समय तो कार्यकाल की सराहना ही की जाती है। " बहुत अच्छी सेवाएं दी,हरेक के काम आते रहे, अब याद आते रहेंगे।"

* शहर में ही दो ढाई हजार आदमी विधायक जुटा नहीं पाए तो यह जगजाहिर विदाई है।  टिकट अब कोसों दूर है। चालीस साल की राजनीति और 72 साल की उम्र भी है। 

हां,मांगने पर कोई रोक नहीं है। मांगने पर भी नहीं मिलेगी तब लोग पूछेंगे सवाल उठेंगे, कैसे क्यों कट गई।

* सवाल भी जनता करेगी  और जवाब भी जनता देगी"नगर मंडल ले डूबा।"

👍 आखिरी समय का काम इंदिरा सर्कल फ्लाईओवर यादगार में रहेंगे।*

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टिकट की चाहत में भाजपा परिवर्तन यात्रा के स्वागत समारोह में पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह भादू पर भी नजरें टिकी थी कि ये भी पांच छह हजार की भीड़ तो इकट्ठी करेंगे। परिवर्तन यात्रा की बात महत्व गांव गांव घर घर तक पहुंचाएंंगे। लोगों को बुलावा भी नहीं दिया। जिनको बुलाया वे आ गये। इकाई दहाई सैंकड़ा। बस। 

शहर में रहें और शहर में मेल मिलाप न हो तब बुलावा किसे दें? ( कासनिया और भादू की यह आदत एक जैसी)

परिवर्तन यात्रा एक प्रकार से टिकट यात्रा भी थी।  किस में है कितना दम! टिकट मुश्किल। तीस पैंतीस साल की राजनीति और 71 की उम्र। कासनिये को नगर मंडल ले डूबा लेकिन भादू जी को कौन ले डूबा? जवाब होगा इनका कार्यकाल 2013 से 2018.जनहित कार्यों की बहुत लम्बी सूची। 

👍 आखिरी समय का अपने समय का यादगार काम। शहर की सीवरेज। 

* परिवर्तन यात्रा में मोहन पूनिया काजल छाबड़ा आरती शर्मा पेपसिह राठ़ौड़, सुभाष गुप्ता, जयप्रकाश सरावगी, सभी के भीड़ आंकड़़ों की गिनती हो गई। फिर भी आवेदन फार्म भरें तो कोई रोक नहीं। कुछ नाम छूट गये हैं वे खुद लिख लें। सभी मानते हैं कि यह शक्ति प्रदर्शन भी था।

💐 संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र से नये चेहरे सक्रिय चेहरे की मांग हो रही है और भाजपा इस जन घोष को इनकार नहीं कर सकती,स्वीकार करेगी। 

👍 कौन होगा नया चेहरा। यह भी सामने आयेगा। 

💐 सारांश: बड़ी महत्वपूर्ण बहुत खोजपूर्ण बहुत भीतर तक देखने की रही यह यात्रा। परिवर्तन लाने वाली रहेगी।०0०

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