बुधवार, 9 मार्च 2022

सूरतगढ़:सैकड़ों करोड़ के बिना निर्माण के भूखंड किनके हैं? मालिकाना हक खत्म का खतरा

 

* करणीदानसिंह राजपूत *


सूरतगढ़ में सैंकड़ों करोड़ कीमत के व्यावसायिक और आवासीय करीब 1 हजार भूखंड बाजारों और कालोनियों व वार्डों में बिना निर्माण के बीस तीस सालों से खाली पड़े हैं। खरीदार को विभाग से एग्रीमेंट के अनुसार 3 साल 10 साल में निर्माण करने और नहीं करने पर संबंधित विभाग को भूखंड निरस्त करने जब्ती करने और पुनः बेचने का अधिकार है।

दसियों सालों से बिना निर्माण किए गए खाली पड़े भूखंड खरीदारी करने वाले कानूनी रूप से मालिकाना हक खो चुके हैं।

सर्वाधिक भूखंड अब नगरपालिका क्षेत्र में हैं जिनको  नगरपालिका नोटिस जारी कर जब्त करके पुनः नीलाम कर बेच सकती है। 


एक एक भूखंड 10 लाख से करोड़ रूपये कीमत का है जिनका मालिक आखिर कौन है? ये भूखंड नामी हैं या बेनामी है। खरीदारी किसने की और असल में मालिक कौन है?


1- सूरतगढ़ रोडवेज बस स्टैंड के मुख्य द्वार के सामने जनरल मार्केट की दुकानों के भूखंड जो निर्माण नहीं किए गए। उन्हें कानून सम्मत तरीके से जप्त कर के नगर पालिका दोबारा नीलाम कर सकती है। 

जनरल मार्केट में 313 भूखंड लोगों ने खरीदे और छोड़ दी उन पर निर्माण नहीं किया गया उक्त निर्माण कानून सम्मत तरीके से 3 साल से 10 साल के बीच में किया जाना अनिवार्य था लोगों ने यह बड़े लोगों ने पैसे वालों ने भूखंड खरीदे और बिना निर्माण किए छोड़ दिए  जो इस शहर के विकास में बाधा बने हुए हैं। ये भूखंड निर्माण हो जाते तो यह बहुत बड़ा बाजार वर्षों पूर्व कामयाब हो जाता लेकिन खरीदारों ने लाखों रुपए लगाए मगर निर्माण नहीं किया। ये भूखंड किन लोगों ने खरीदे इनका कोई हिसाब किताब उनके आयकर रिटर्न में है या नहीं है यह भी जांच का विषय है। लाखों रुपए लगाने वाले लोग कौन हैं यह बहुत बड़ा रहस्य मंडी समिति के समय प्लान में यह जनरल मार्केट घोषित हुआ और नीलामी होने के बाद में यह नगर पालिका को सौंपा गया। इतने वर्षों में नगर पालिका ने जो ने जो बोर्ड बने अध्यक्ष बने अधिशासी अधिकारी आए उन्होंने भी इस पर गौर नहीं किया। शहर के विकास में इस बाजार के नहीं बनने से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। सूरतगढ़ को एक तरफ जिला बनाने की मांग चल रही है और दूसरी ओर इतने बड़े बाजार का निर्माण नहीं होना प्रशासन की उदासीनता भी रही है। नगरपालिका के अधीन अब यह सारे बाजार आते हैं नगर पालिका कानून सम्मत तरीके से इन सभी भूखंडों को अपने अधिकार में लेकर दोबारा नीलाम कर सकती है जिससे बहुत बड़ी आय नगरपालिका को हो सकती है। जिन लोगों ने ये भूखंड 20 - 30 साल पहले खरीदे,उनका निर्माण नहीं करना बहुत बड़ी गलती रही है, जिससे उनके हाथ से भूखंड निकलने का खतरा पैदा हो गया है। 

नगर पालिका के अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा से 9 मार्च 2022 को इस बाजार के बनाने के बारे में पूछा गया तो यह उजागर हुआ कि ये वर्षों पहले ही बिक चुके हैं लेकिन खरीदारों ने निर्माण नहीं किए। बाजार विकसित नहीं होने से शहर को हो रहे नुकसान और आगे पालिका कारवाई पर पूछा गया। उन्होंने कहा सभी को नोटिस दिया जाएगा और सार्वजनिक नोटिस प्रकाशित कर कानूनी रूप से भूखंड बिक्री निरस्त कर जब्ती और पुनः नीलामी बिक्री की कार्रवाई की जाएगी। ये नोटिस और कार्रवाई शीघ्र ही की जाएगी।

नगरपालिका क्षेत्र में कालोनियों में और वार्डों में भी सैकड़ों भूखंड सालों से बिना निर्माण के पड़े हैं जिनमें कचरा गंदगी गंदा पानी भरने से शहर गंदा और बीमारियां फैलाने वाला बना है। इन खाली पड़े भूखंडों के मालिकों को भी नोटिस देकर आगे की निरस्त करने की कार्यवाही शुरू होगी।०0०

9 मार्च 2022.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

(राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

 सूरतगढ़ (राजस्थान)

94143 81356

*******











यह ब्लॉग खोजें