शनिवार, 15 मई 2021

* पुराने पद का भूत साथ चिपकाए खाली कारतूस.व्यंग्य- करणीदानसिंह राजपूत.

 


👌 सरकार में से या सरकारी नौकरी सेवानिवृत्त होने के पश्चात हम क्या हैं?
* भूत.
क्यों है भूत? क्योंकि हम पहले के पदनाम को छ़ोड़ नहीं रहे। नाम के पहले स्वयं भूत चिपका कर रखते हैं।
*भूतपूर्व छोटे-बड़े मंत्री, सांंसद विधायक,जज-पुलिस अधिकारी-कलेक्टर-सरकारी ओहदेदार! थानेदार तहसीलदार! अनगिनत पद!
* हम आप सभी चले हुए कारतूस के खाली खोखे मात्र हैं! हमने अपने कार्यकाल के दौरान मानवीय सभ्य-न्यायपूर्ण-मदद का व्यवहार नहीं रखा! नियम कानून से आम लोगों को हिड़काते रहे।
* अब कुर्सी से  उतरने के  बाद करते रहें बड़ाई वाली बातें। गिनाते रहें अपना पुराना पद और शान!
लेकिन इनसे  दूध और सब्जी रहड़ी वाले भी प्रभावित नहीं होते।  वे भी समय पर पैसे मिलते रहने पर नमस्ते करते हैं वर्ना बेअसर रहते हैं। समय पर पैसे नहीं चुकाने पर दो शब्दों में पुराने पद की बखिया  (सिलाई) उधेड़ कर रख देते हैं। और तो और दूध सब्जी बंद भी कर देते हैं।
जो पहले दिन में जितनी बार मिलते सलाम बजाते हाथ जोड़ते गुजरते वे लोग अब तिरस्कार करते घूरते हुए निकलते हैं। कई बार तो ऐसा लगता है कि वे कच्चा चबा जाने का कहते हुए निकले हैं।
* ऐसी स्थिति में भी हम और आप भूत को चिपकाए रखना चाहते हैं। भूत को उतारने का मन नहीं करता।
दि.15 मई 2021.




करणीदानसिंह राजपूत,
स्वतंत्र पत्रकार (राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356.
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