शनिवार, 29 फ़रवरी 2020

सूरतगढ़ जं.स्टेशन के PF नं. 4 की दीवार से चिपते ही रेलवे का कचरा गंदगी-अधिकारियों को सब मालूम.


* करणीदानसिंह राजपूत *

उत्तर पश्चिम रेलवे के राजस्थान में बीकानेर डिवीजन के माडल स्टेशन सूरतगढ़ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 4 से चिपती दीवार से दूसरी और कचरा गंदगी डाली जा रही है। रेलवे में सफाई के बाद यहां फेंक देते हैं कचरा।

 प्लेटफार्म नं 4 की करीब 6 फुट ऊंचाई वाली दीवार के दूसरी ओर रेलवे के आवास थे जिन्हें रहने के अयोग्य घोषित किया गया।

यह गंदगी दीवार के ऊपर से वहां उन परिसरों में डाली जा रही है जिस कारण उसकी बदबू भी प्लेटफार्म नंबर 4 को प्रभावित करती है।




इस भयानक गंदगी से पैदा हो रहे रोगाणुओं से यात्रियों में रोगों के फैलने का खतरा बना है। अनेक गाड़ियां इस प्लेटफार्म से होकर आती जाती है,जिनमें हजारों यात्री प्रतिदिन आते जाते हैं।

अपने यात्रियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और रोगों से बचाव की पूरी जिम्मेदारी रेलवे की है,लेकिन लापरवाह अधिकारियों का इस ओर ध्यान ही नहीं है। इस कचरा गंदगी से चिपते ही एक तरफ दूसरी श्रेणी का रेलवे चिकित्सालय है। कचरे के सटा हुआ ही उत्तर पश्चिम रेलवे यूनियन का कार्यालय है। रेलवे का द्वितीय प्रवेश द्वार भी है।

विदित रहे कि कुछ महीने पहले ही सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन को सफाई के मामले में हिंदुस्तान में छठे नंबर पर घोषित किया गया था और बड़ी खुशियां मनाई गई थी। 

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शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

मातृवंदना तेरापंथ सभागार का लोकार्पण-सूरतगढ़ समाचार.





सूरतगढ़  27फरवरी 2020.

जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के संरक्षक और पूर्व पालिकाध्यक्ष सोहन लाल रांका "सहज" द्वारा अपनी माताजी श्रीमती दाखां देवी रांका की याद में तेरापंथ भवन में नव निर्मित"मातृ वंदना तेरापंथ सभागार"  का लोकार्पण कार्यक्रम रखा गया। माता जी की पुण्यतिथि 27 फरवरी पर यह लोकार्पण किया गया।


इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री माणकचन्द बोरड़ (अध्यक्ष जैन सभा श्रीगंगानगर) ने की, मुख्य अतिथि के रूप में श्री गंगाजल मील (पूर्व विधायक, सूरतगढ़) व विशिष्ट अतिथियों में श्री ओमप्रकाश कालवा (अध्यक्ष नगर पालिका, सूरतगढ़)और हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' (साहित्यकार) थे।

इस अवसर पर समणी नियोजिका मल्लि प्रज्ञा जी, समणी सम्यक्तव प्रज्ञा जी व समणी भास्कर प्रज्ञा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ। 


कार्यक्रम की शुरूआत रांका परिवार की महिलाओं द्वारा मंगलाचरण से हुई। 

अतिथियो का स्वागत माँगी लाल रांका (अध्यक्ष श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ आंचलिक समिति) ने किया।

 सोहन लाल रांका ने भवन निर्माण की परिकल्पना पर जानकारी दी,और मां पर अपनी स्व रचित कविता भी सुनाई।अणुव्रत समिति के अनिल रांका ने जीवन विज्ञान और अणुव्रत के बारे में बताया व अतिथियों से निवेदन किया कि सूरतगढ़ के कॉलेज में जीवन विज्ञान विषय की स्नातकोत्तर क्लासेज आरंभ करवाई जाए। 

विशिष्ट अतिथि हरीमोहन सारस्वत ने कहा कि हमें समाज के लिए कार्य करने चाहिए। इसके लिए रांका जी से प्रेरणा ले सकते है। 

ओमप्रकाश कालवा  ने कहा कि ये भवन सिर्फ एक समुदाय के लिए ही नही बल्कि सम्पूर्ण सूरतगढ के लिए उपयोगी होगा।

मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए गंगाजल मील ने कहा कि वे जीवन विज्ञान विषय के लिए पूरा प्रयास करेंगे।उन्होंने कहा कि हमें समाज से सिर्फ़ लेना ही नही बल्कि समाज के लिए कुछ करना भी चाहिए। 

कार्यक्रम अध्यक्ष बोरड़ जी ने भी सोहन लाल रांका की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें इनसे प्रेरणा लेकर समाज के लिए जितना संभव हो तन, मन, धन से कार्य करना चाहिए।

 कार्यक्रम अध्यक्ष ने सभागार की चाबी तेरापंथ सभा अध्यक्ष आनंद जैन व मंत्री पवन जैन को सौपी।

 समणी सम्यक प्रज्ञा ने अपनी भावनाएं गीतिका के माध्यम से प्रस्तुत की, समणी भास्करप्रज्ञा ने भी समाज को प्रेरित करते हुए उदबोधन दिया। समणी मल्लिप्रज्ञा ने अपने प्रेरणा पाथेय में कहा कि हमें जीवन मे विसर्जन को भी महत्व देना चाहिए, सिर्फ़ एकत्रित करने से लाभ नही होता। विसर्जन का भी अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। माता के ऋण को कोई भी नही उतार सकता, पर माँ को याद करना और उनके नाम पर समाज के लिये कुछ करना बड़ी बात है।

हमें अपने संस्कार नही भूलने चाहिए। 

अन्त में तेरापंथ सभा अध्यक्ष आनन्द जैन ने सोहन लाल रांका व सभी अतिथियों ओर सम्पूर्ण श्रावक समाज का धन्यवाद दिया। 

कार्यक्रम में श्रीमती मंजू गोलछा (पूर्व अध्यक्ष तेरापंथ महिला मंडल, सिरसा), धर्मचंद बांठिया (अध्यक्ष तेरापंथ सभा, रायसिंहनगर) ने भी अपने विचार रखे। 

कार्यक्रम में  सूरतगढ़ के अलावा श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, रायसिंहनगर, सिरसा, पीलीबंगा, लूणकरणसर आदि स्थानों से आए श्रावक-श्राविकाओं ने भी भाग लिया। 


मंच संचालन भरत ऋषि रांका ने किया। 

तेरापंथ सभा, महिला मंडल, युवक परिषद और रांका परिवार ने संपूर्ण व्यवस्था की।०००




बुधवार, 26 फ़रवरी 2020

हनुमानगढ़:विवाह समारोह में सजावट से आकर्षण और आनंद चौगुना बढ़ जाता है

** करणी दान सिंह राजपूत **

विवाह समारोह हो या फिर किसी भी प्रकार की पार्टी हो उसमें सजावट होने से आकर्षण और आनंद कई गुना बढ़ जाता है।

जो लोग समारोहों में भाग लेते हैं शामिल होते हैं वे कई दिनों तक सजावट की चर्चा करते हैं।एक दूसरे से बतियाते समय अच्छी सजावट की प्रशंसा करते हैं। आज सजावट दिन और रात में अनेक प्रकार से होती है जिसमें फूलों का,रंगीन कपड़ों का चुनरियों आदि का इस्तेमाल मंच (स्टेज) का रूप निखार देते हैं। समारोह के परिसर में और प्रवेश द्वार के आसपास विभिन्न प्रकार की सजावट की जाती है। 

रात्रि समारोह में विभिन्न प्रकार की प्रकाश व्यवस्था होती है जो समारोह को आनंदित कर देती है।

समारोह में भाग लेने वाले लोगों का चाहे नर नारी हो या लड़के लड़कियां हो या बच्चे हो उनका उत्साह और अधिक बढ़ जाता है। 

विवाह समारोह का महत्व हर समाज में हर धर्म में है। विवाह एक बार होता है जिसके लिए लाखों रुपए सजावट पर खर्च किए जाते हैं ताकि दूल्हा और दुल्हन ही नहीं बराती और घराती आमंत्रित लोग सभी आनंदित होते हैं।








सजावट के अनेक सीन देखने के लिए यहां संकेत पर क्लिक करें।























मिठाई निर्माण व उपयोग की अंतिम तिथि बतानी होगी-कानून सख्त-सड़क वाली थाली पर 'स्वच्छता मिशन




** विशेष समाचार-करणीदानसिंह राजपूत**

   -25 फरवरी 2020.-


*भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने स्वास्थ्य खतरों को देखते हुए यह कदम उठाया है. कस्टमर्स को बासी(खाने की अवधि समाप्त होने के बाद भी) मिठाइयों की बिक्री की सूचना मिलने के बाद इस संबंध में एक निर्देश जारी किया गया *

देशभर में स्ट्रीट फूड (Street Food) का जबरदस्त क्रेज है, लेकिन यहां बिकने वाले खाद्यों की क्वालिटी को लेकर कोई खास सख्ती नहीं होने पर बासी भी बिकता रहा लेकिन अब सरकार दुकानों पर मिलने वाले खाने-पीने के सामानों को लेकर गंभीर हो रही है।

सरकार इन सामानों की क्वालिटी में सुधार लाने के लिये कदम उठा रही है. इसके तहत जून 2020 के बाद से, स्थानीय मिठाई की दुकानों को भी परातों एवं डिब्बों में बिक्री के लिए रखे गए मिठाई के लिए ‘बनाने की तारीख’ (Sweets making date) तथा 'उपयोग की सही अवधि’ (use before date)  जैसी जानकारी प्रदर्शित करनी होगी.


(मौजूदा समय में, इन जानकारियों को पहले से बंद डिब्बाबंद मिठाई के डिब्बे पर उल्लेख करना जरूरी है.)  भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने स्वास्थ्य खतरों को देखते हुए यह कदम उठाया है।

ग्राहकों को बासी(खाने की अवधि समाप्त होने के बाद भी) मिठाइयों की बिक्री की सूचना मिलने के बाद इस संबंध में एक निर्देश जारी किया गया है.


खाद्य नियामक एफएसएसएआई के ताजा आदेश में कहा गया है कि सार्वजनिक हित में और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, यह तय किया गया है कि खुली बिक्री वाली मिठाइयों के मामले में, बिक्री के लिए रखी मिठाई के परात कंटेनर/ट्रे पर बनाने की तारीख और 'उपयोग का सही समय' जैसी जानकारियों को प्रदर्शित करना होगा।

यह आदेश एक जून, 2020 से प्रभावी होगा. आदेश के अनुसार राज्यों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को इन निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।


भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण का गठन भारत सरकार ने वर्ष 2006 में खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत किया है। एफएसएसएआई का काम लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने एवं इसके तय मानक को बनाए रखना है।

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मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020

माखण खालो बनवारी,मत मारो पिचकारी. धमाल-कविता, करणीदानसिंह राजपूत.


आयो होली रो तिंवार
लाओ रंग गुलाल
मारी मारी पिचकारी
घेरो डाल्यो रै बनवारी
गोप्यां करै मनवार
जोड़े हाथ बारंबार
मत मारो पिचकारी
छोड़ो छोड़ो रे बनवारी।
गोप्यां आई पनघट
घड़िया भरिया लबालब
पूठी घरां नै बै चाली
घेरो डाल्यो बनवारी
मारी रंगभरी पिचकारी।
अंधेरे अंधेरे गोप्यां माखण ले रे चाली
झुरमुटां रै बीच रस्ता रोक्या बनवारी
गोप्यां करै मनवार
माखण खाल्यो बनवारी
मत मारो पिचकारी।
गोपाला गुलाल लाया
चंग जोरां सूं बजाया
मारी रंगभरी पिचकारी
चूनर लाल कर डाली।
आयो होली रो तिंवार
लाओ रंग गुलाल
मारी मारी पिचकारी
घेरो डाल्यो रै बनवारी।


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करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ़.
94143 81356.
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सोमवार, 24 फ़रवरी 2020

भादूओं के छवि सिनेमा भूखंड के आगे बढाई दिवार हटाने के निर्देश-


*करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 24 फरवरी 2020.

भादुओं के छवि सिनेमा बंद के बाद उस भूखंड के करीब 6 फुट आगे बढ कर बनाई गई चारदीवारी को हटाने का कहा गया है। अधिशासी अधिकारी लालचंद सांखला ने 20-2-2020 को बताया कि मालिकों को उक्त दीवार हटाने का कहा है और उनके नहीं हटाने पर नगरपालिका प्रशासन यह हटा देगा।

यह सिनेमा कुछ साल पहले बंद कर दिया गया था। काफी समय बंद के बाद सिनेमा भवन हटा दिया गया। वर्तमान में खंडहर जैसा स्वरूप हो गया है और भीतर कंटीली झाड़ियां आदि ऊग चुकी है।

राजस्थान और केन्द्र की राजनीति में अनेक सालों तक 

चौ.मनफूलसिंह भादू सक्रिय रहे थे। विधायक, उपमंत्री और लोकसभा सदस्य रहे।। मनफूल सिंह के नाम से ही यह सिनेमा जाना जाता रहा। उनका स्वर्गवास हो गया। उनके परिवार पोतों का मालिकाना है। इससे सटा हुआ मनफूलसिंह भादू का आवास मोटाराम भवन है जो उनके पिताजी का नाम है।

नगरपालिका ने मनफूलसिंह भादू के छोटे भाई स्व.बीरबल के पुत्रों पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू और उनके 2 भाईयों द्वारा बनाया गया कटला सीज कर रखा है।00

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रविवार, 23 फ़रवरी 2020

राजेंद्र भादू और भाइयों के कटले कोठी के भूखंडों की जांच हो रही


**शिकायत पर जांच -मूल रूप में कैसे मिली जमीनें?अगर विस्तार हुआ तो कैसे हुआ? **


++ करणीदानसिंह राजपूत ++


सूरतगढ़। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी लालचंद सांखला ने बताया कि पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू उनके भाइयों का कटला और भादू  की कोठी आदि की जमीन मूल रूप से कहां से आई और बाद में इसमें कोई खांचा भूमि आदि जोड़ी तो कैसे जोड़ी आदि की जांच की जा रही है।


सांखला ने बताया कि कई फाईलों में यह जांच की जा रही है। सांखला के अनुसार फाईलों की संख्या दस बारह से अधिक हो सकती है। स्टाफ कर रहा है यह जांच।

बताया गया कि यह जमीनों की जांच शिकायत पर चल रही है और गड़बड़ मिली तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

राजेंद्र सिंह भादू व भाईयों के कटले को 13 दिसंबर 2019 को सीज किया गया था कि ताजी जानकारी में बताया कि यह प्रकरण उपनिदेशक बीकानेर के समक्ष विचाराधीन है। भादू भाईयों ने उपनिदेशक के समक्ष अपील की है। ईओ को भी नोटिस मिले हैं। अभी तक दो तारीखें पड़ी हैं जिन पर अन्य सरकारी कार्यों के कारण पहुंचा नहीं जा सका। 

ईओ से स्पष्ट पूछने पर उत्तर मिला कि भादू कटले की जांच सीज आदि की किसी भी प्रकार की कार्यवाही रंजिश से नहीं की गई है,जो भी कार्रवाई की गई वह कटले निर्माण में स्वीकृति के विपरीत पाए जाने पर नोटिस और जवाब मिलने पर नियमानुसार की गई थी। अब आगे निर्णय उच्चाधिकारियों के द्वारा होगा।( वार्ता 20 फरवरी 2020)  00( ब्लास्ट की आवाज. कापी नहीं करें)

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शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

बादल बना अचंभा-सफेद भालू और चिंपाजी: फोटो- करणीदानसिंह राजपूत*


सूरतगढ़ में 22 फरवरी 2020 अपरान्ह 4-40 बजे आकाश में अजब बादल को देख फोटो खींची।
फोटो को घुमाया तो उसमें सफेद भालू और चिंपाजी नजर आए. आप भी देखें।
इस फोटो को कटिंग से पहले भी देखें।

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