रविवार, 10 अप्रैल 2016

वसुंधराराज में मील परिवार के अतिक्रमणों को हटाने का ताजा आदेश: राजनीति में क्या रंग लाएगा?


राजस्थान में मील परिवार की पावरफुल राजनीति पर दूसरा वार:
पहला वार जयपुर में जेसीबी चलाकर किया गया था और अब दूसरा सूरतगढ़ में जेसीबी चलाकर होगा:
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़।
राजस्थान की राजनीति में राजाराम मील का जाट महासभा के अध्यक्ष के नाते पिछले कई सालों से मील परिवार का पावरफुल दबदबा रहा है और राजस्थान की कांग्रेस में आज भी मील परिवार का दबादबा भारी है। इसी दबदबे के कारण गंगाजल मील को सूरतगढ़ से कांग्रेस की टिकट मिली और वे 2008 में सूरतगढ़ से विधायक चुने गए। गंगाजल मील 2013 के चुनाव में भाजपा के राजेन्द्र भादू से हार गए व तीसरे क्रम पर पहुंच गए लेकिन कांग्रेस में मील का नेतृत्व कायम है। पृथ्वीराज मील पूर्व जिला प्रमुख भी सूरतगढ़ में अगले चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। 



मील परिवार पर सूरतगढ़ शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में जमीने बनाने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के राज में या कहें कि गंगाजल मील के विधायक काल में आरोप लगे मगर उन पर कोई सशक्त कार्यवाही नहीं हो पाई थी। राजस्व विभाग और सूरतगढ़ नगरपालिका में शिकायतें तो हुई मगर प्रशासन उनको रद्दी बनाता रहा।
सूरतगढ़ में से राष्ट्रीय उच्च मार्ग नं 15 निकलता है जिस पर मील परिवार का पंप है जो रिलायंस के नाम से है। इस जमीन को व अन्य जमीन को जाँच में अतिक्रमण मानते हुए अब प्रशासन प्रभावी कार्यवाही करने पर है तथा अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी हो गए हैं।
संभागीय आयुक्त बीकानेर ने मील परिवार के अतिक्रमण को हटाने के आदेश जिला कलक्टर श्रीगंगानगर को दिए हैं। जिला कलक्टर के पास उक्त आदेश दो तीन दिन पूर्व पहुंच भी गया है। यह आदेश एडीएम सूरतगढ़ या एसडीएम सूरतगढ़ को क्रियान्वयन के लिए मिलने के तुरंत बाद अमल में लाए जाने की पूर्ण संभावना है। मील परिवार की खसरा नं 326 की उक्त अतिक्रमण मानी गई जमीन वर्तमान में नगरपालिका क्षेत्र में है और संभावना है कि उक्त अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में नगरपालिका की हिस्सेदारी रहेगी।
पुर्व में एक बार मील परिवार के उक्त पंप की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश चर्चा में आए थे व सांध्य बोर्डर टाईम्स अखबार में खबर भी छपी थी। उस वक्त गंगाजल मील ने प्रतिवाद कर दिया था कि जमीन उनकी खरीद व रजिस्ट्रीशुदा है। उन्होंने अतिक्रमण हटाने के किसी आदेश के जारी होने को भी इन्कार कर दिया था।
अब एक बार फिर मील परिवार के अतिक्रमण माने जाने वाले पंप और जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश जारी हुए हैं।
मील परिवार की राजनीति को मटियामेट करने के लिए भाजपा विधायक राजेन्द्रसिंह भादू का नाम चर्चाओं में गर्म है।
राजस्थान की राजनीति में मील परिवार का दबदबा खत्म करने में वसुंधरा राजे लगी हुई है। वसुंधरा राज में पहले जयपुर में मील परिवार का एक निर्माण जेसीबी से हटा दिया गया था और अब सूरतगढ़ में जेसीबी चलने की  संभावना है। 

लोकायुक्त राजस्थान को मील परिवार की शिकायत हुई थी। लोकायुक्त के निर्देशन में हुई जाँच के बाद कार्यवाही में 3 एसडीएम,9 राजस्व तहसीलदार,1सब रजिस्ट्रार,1 लिपिक आदि पर कार्यवाही चल रही है। सभी को नोटिस दिए गए हैं। जिनमें 16 सीसी के नोटिस भी हैं। सब रजिस्ट्रार मुस्ताक और एसडीएम कोर्ट में रीडर प्रह्लादसिंह का इसी माह अप्रेल में सेवानिवृति होने वाली है।  


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