सूरतगढ़ पालिका ने एसी विधवा को 2012 में बना भूखंड पट्टा 2022 में दिया.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 20 अप्रैल 2022.
नगरपालिका सूरतगढ़ में भ्रष्टाचार और लोगों को काम के लिए चक्कर कटाने की खबरों के बीच 2012 में बनाए जा चुके भूखंड पट्टे को अब 2022 में सौंपे जाने का आश्चर्य जनक मामला उजागर हुआ है। विधवा को चक्कर कटाए जाते रहे कि भूखंड का पट्टा तैयार नहीं हुआ। दिसंबर 2012 से अप्रैल 2022 तक नौ वर्ष 3 माह कम नहीं होते। नगरपालिका के उस समय के अध्यक्ष बनवारी लाल मेघवाल के और अधिशाषी अधिकारी के हस्ताक्षरों से तैयार यह पट्टा नगरपालिका में आखिर क्यों और किस उद्देश्य से रोका हुआ पड़ा रहा तथा विधवा को चक्कर लगवाते रहे।
सूरतगढ़ के नये पुराने वार्ड 23/8 आजादनगर की महिला ने कच्ची बस्ती आवासीय भूखंड नियमन के तहत आवेदन किया था। भूखंड की कीमत और लीज की कुल राशि दि. 14-12 -2012 को जमा कराने के बाद दिसंबर 2012 में पट्टा बन गया।
सन 2012 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उस समय विधायक गंगाजल मील और पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल थे। अब अप्रैल 2022 में भी प्रदेश में कांग्रेस की अशोकगहलोत की ही सरकार है। नगरपालिका में दो सालों से कांग्रेस का बोर्ड और अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा है।
नगरपालिका में ऐसे कितने पट्टे वितरण से रोके पड़े हैं? यह गंभीर जांच का मामला है और अधिशासी अधिकारी को समस्त पट्टा बुक बिना विलंब के अपने कब्जे में लेकर ही जांच करनी चाहिए।अब बाबूओं के भरोसे इस मामले को छोड़ना परेशानी डालने वाला होगा। पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को भी संज्ञान लेना चाहिए।
यह मामला अचानक कुछ पत्रकारों के सामने आया। अनुसुचित जाति की विधवा महिला ने बताया कि कई सालों तक चक्कर कटवाते रहे और कहते रहे कि पट्टा तैयार नहीं है। अब पट्टा तैयार हो जाने का कहकर दिया गया है।
* नौ साल तक पट्टा रोके रखने वाले दोषी कौन हैं? बाबू इतने पावरफुल हो गए कि अध्यक्ष और ईओ के हस्ताक्षर के बाद रोका और अध्यक्षों और अधिशासी अधिकारियों को भनक नहीं लगी। बनवारीलाल के बाद 5 साल काजल छाबड़ा अध्यक्ष रही और अब दो साल से ओमप्रकाश कालवा अध्यक्ष हैं। अधिशासी अधिकारी तो पांच सात बदल गए और कुछ महीनों से विजयप्रतापसिंह हैं।
* पत्रकारों ने यह देखा तो आश्चर्य हुआ कि पट्टा तो सन 2012 में ही तैयार हो चुका था। पत्रकारों ने यह मामला अधिशासी अधिकारी को बताया। अधिशासी अधिकारी द्वारा मालुम किया जा रहा कि ऐसे और कितने तैयार पट्टे पड़े हैं?
नगरपालिका में ताजा अभियान के तहत हुए भूखंड पट्टे आवेदन भी सौ से अधिक कार्यवाही के अभाव में पड़े हैं। ०0०