शुक्रवार, 30 अप्रैल 2021

कोरोना उपचार में मददगार- "आयुष 64 फार्मूला- प्रदेश के राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालयों निशुल्क उपलब्ध’

 


ः चिकित्साए स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मंत्री 


श्रीगंगानगर-जयपुर, 30 अप्रेल 2021.चिकित्साए स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मंत्राी डाॅ0 रघु शर्मा ने कहा कि देश के प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिकों का मानना है कि आयुष मंत्रालय की केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित एक पाॅली हर्बल फाॅर्मूला आयुष 64, लक्षणविहीन, हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के उपचार के सहयोग में लाभकारी है। उन्होंने कहा यह दवा व अन्य आयुर्वेद दवाएं जैसे अश्वगंधा, गिलोय वटी, मुलेठी, अनुतेल आदि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों व औषधालयों में उपलब्ध कराई जा रही हैं।

 आयुर्वेद मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के विश्वव्यापी कहर के बीच ’’आयुष 64‘‘ दवा हल्के और मध्यम कोविड संक्रमण के रोगियों के लिए आशा की एक किरण के रूप में उभरी है। गौरतलब है कि आयुष 64 मूल रूप से मलेरिया की दवा के रूप में वर्ष 1980 में विकसित की गई थी और कोविड संक्रमण के लिए काम में ली गई है। उन्होंने बताया कि हाल में आयुष मंत्रालय तथा सीएसआईआर द्वारा हल्के से मध्यम कोविड संक्रमण के प्रबंधन में आयुष 64 की प्रभावकारिता और इसके सुरक्षित होने का मूल्यांकन करने के लिए एक व्यापक और गहन बहु-केंद्र नैदानिक (क्लीनिकल) परीक्षण पूरा किया गया है।     

 डाॅ0 शर्मा ने बताया कि आयुष 64, सप्तपर्ण, कुटकी, चिरायता एवं कुबेराक्ष औषधियों से बनी है। यह व्यापक वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर बनाई गई है और सुरक्षित तथा प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है। इस दवाई को लेने की सलाह आयुर्वेद एवं योग आधारित नेशनल क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकाॅल द्वारा भी दी गयी है जोकि आईसीएमआर की कोविड प्रबंधन पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स के निरीक्षण के बाद जारी किया गया था।

 केंद्रीय आयुर्वेदीय अनुसन्धान संस्थान के महानिदेशक डाॅ0 एन. श्रीकांत का मानना है कि जोधपुर और मेडिकल काॅलेजों सहित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़, किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ, गवर्नमेंट मेडिकल काॅलेज नागपुर, दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज नागपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में आयुष 64 पर अध्ययन जारी है। उन्होंने बताया कि अब तक मिले परिणामों ने हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमणों से निबटने में इसकी भूमिका स्पष्ट तौर पर जाहिर की है। उन्होंने यह भी बताया कि सात नैदानिक (क्लीनिकल) अध्ययनों के परिणाम से पता चला है कि आयुष 64 के उपयोग से संक्रमण के जल्दी ठीक होने और बीमारी के गंभीर होने से बचने के संकेत मिले हैं।

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गुरुवार, 29 अप्रैल 2021

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पत्नी पत्नी सुनीता गहलोत कोरोना संक्रमित

 



 * करणीदानसिंह राजपूत *


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 29 अप्रैल 2021 गुरुवार सुबह ट्वीट कर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी शेयर की है।


 उन्होंने कहा कि मैंने अपना कोविड टेस्ट करवाया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। फिलहाल मुझे किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और मैं ठीक महसूस कर रहा हूं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मैं आइसोलेशन में रहकर ही कार्य जारी रखूंगा।

 एक दिन पहले बुधवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  की पत्नी सुनीता गहलोत की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। जब उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा था कि मैंने पत्नी सुनीता गहलोत कोविड पॉजिटिव आने के बाद अपने आप को होम आइसोलेशन कर लिया है। अब मैं ऐहतियातन आइसोलेशन में रहकर चिकित्सा और अधिकारियों के साथ शाम साढे आठ बजे रोजाना होने वाली कोविड समीक्षा बैठक लूंगा।0०0









बुधवार, 28 अप्रैल 2021

उ.प.रेलवे के 3 डिवीजन टाॅप 10 में: जोधपुर मण्डल आॅल इंडिया टाॅपर.अजमेर, बीकानेर।

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 28 अप्रैल 2021.

भारतीय रेलवे द्वारा रेलवे के मण्डलों में प्रतिस्पर्धा बढाकर विभिन्न मापदण्डों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से की परफार्मेंस इंडेक्स (केपीआई) रेकिंग जारी की जाती है, जिससे रेल उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाये प्रदान करने के साथ अधिकाधिक लाभ प्राप्त हो सकें। 

रेलवे द्वारा जारी मार्च 2021 की परफार्मेंस इंडेक्स (केपीआई) रेकिंग में उत्तर पश्चिम रेलवे के 3 मण्डलों ने प्रथम 10 में स्थान बनाकर सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के सभी मण्डलों में परचम फहराया है। 

 उत्तर पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक (सामान्य) व मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट श्री शशि किरण के अनुसार केपीआई रेंकिंग के अन्तर्गत संरक्षा कार्य, व्यापार व वित्तीय प्रदर्शन, क्षमताओ का बेहतर उपयोग, आधारभूत ढांचे का विकास, परिचालन दक्षता, संसाधनों की विश्वसनीयता, समयपालनता सहित विभिन्न बिन्दुओं के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। 

* जोधपुर मण्डल न इन सभी बिन्दुओं के आधार उत्तर पश्चिम रेलवे के  96.7 प्रतिशत केपीआई स्कोर प्राप्त कर भारतीय रेलवे के सभी मण्डलों में प्रथम स्थान बनाया है। जोधपुर मण्डल ने कुल 81 अंको में से 78.3 अंक अर्जित किये जो कि सर्वाधिक है। जोधपुर मण्डल वर्ष 2020-21 में अप्रैल माह में भारतीय रेलवे के सभी मण्डलों में 43 वें स्थान पर था, उसके पश्चात् कार्य निष्पादन में उत्कृष्टता को प्राप्त कर जनवरी, फरवरी 2021 में दूसरा स्थान प्राप्त किया और मार्च में सभी मण्डलों में पहला स्थान अर्जित कर भारतीय रेलवे पर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की।


** अजमेर मण्डल 85 में से 81 अंक अर्थात् 95.2 प्रतिशत कार्य निष्पादन को प्राप्त कर भारतीय रेलवे पर केपीआई रेंकिंग में चौथे स्थान पर रहा। उल्लेखनीय है कि अजमेर मण्डल वर्ष 2020-21 में अप्रैल माह में 11 वें स्थान पर था, उसके पश्चात् कार्य निष्पादन को सुधार कर सितम्बर में तीसरा, अक्टूबर में दूसरा स्थान प्राप्त किया और नवम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक लगातार चार माह तक प्रथम स्थान बनाया। 

*** बीकानेर मण्डल जोकि वर्ष 2020-21 में अप्रैल माह में 49वें स्थान पर था, ने सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये मार्च 2021 में 93.3 प्रतिशत के प्रदर्शन को प्राप्त कर भारतीय रेलवे पर 10 वें स्थान को प्राप्त किया।

 

उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आनन्द प्रकाश ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य निष्पादन कर भारतीय रेलवे पर अलग पहचान स्थापित कर रहा है।

 उत्तर पश्चिम रेलवे के रेलकर्मियों के बेहतर कार्य निष्पादन के परिणामस्वरूप उत्तर पश्चिम रेलवे ने मार्च 2021 की केपीआई रेंकिंग में प्रथम 10 में से 3 स्थान प्राप्त कर परचम लहराया है।


 उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मण्डलों ने केपीआई रेंकिंग के विभिन्न बिन्दुओं पर कार्य कर बेहतर प्रदर्शन किया है तथा सभी अजमेर, बीकानेर, जयपुर व जोधपुर मण्डलों ने जनवरी व फरवरी 2021 माह में भारतीय रेलवे के सभी मण्डलों के लिये जारी रेकिंग में प्रथम 10 में स्थान बनाया।0०0

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अब दिल्ली में LG होंगे ‘सरकार’, दिल्ली में नया तूफान

 

*आम आदमी पार्टी ने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया है। उसका कहना है कि दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करने वाले इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। बीजेपी चुनाव में दिल्ली के लोगों के दिल नहीं जीत सकी तो बैकडोर से जनता की चुनी हुई सरकार को नाकारा बना रही है।*


दिल्ली में कोरोना संक्रमण से बिगड़ती स्थिति के बीच मोदी सरकार ने यह अधिसूचना जारी की है। 

गृह मंत्रालय ने दिल्ली में GNCTD कानून को अमल में लाने की अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकार (संशोधन) एक्ट, 2021, 27 अप्रैल से अधिसूचित किया जाता है। अब दिल्ली में सरकार का अर्थ उपराज्यपाल है।


गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव गोविंद मोहन की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र शासन (संशोधन) अधिनियम, 2021 (2021 का 15) की धारा एक की उपधारा -2 में निहित शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार 27 अप्रैल 2021 से अधिनियम के प्रावधानों को लागू करती है। 

आम आदमी पार्टी ने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया है। उसका कहना है कि दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करने वाले इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।


 बीजेपी चुनाव में दिल्ली के लोगों के दिल नहीं जीत सकी तो बैकडोर से जनता की चुनी हुई सरकार को नाकारा बना रही है। पार्टी का कहना है कि यह दिल्ली की जनता के आदेश पर सीधा कुठाराघात है। जनता ने चुनाव में नरेंद्र मोदी और बीजेपी की जगह केजरीवाल पर भरोसा जताया।

बजट सत्र के दौरान 24 मार्च को यह विवादास्पद कानून राज्यसभा से पास हुआ था। केंद्र सरकार के मुताबिक इस कानून में सरकार का मतलब दिल्ली के उपराज्यपाल से होगा।l इसमें कहा गया है कि यह कानून विधान मंडल और कार्यपालिका के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में मददगार होगा। निर्वाचित सरकार एवं राज्यपालों के उत्तरदायित्वों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के शासन की संवैधानिक योजना के अनुरूप परिभाषित करेगा।


दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के अधिकारों को लेकर लड़ाई पहले ही सुप्रीम कोर्ट तक जा चुकी है। तब सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा था कि सरकार जनता के प्रति जवाबदेह हो। कोर्ट ने कहा था कि जनता के लिए सरकार को उपलब्ध होना चाहिए और चुनी हुई सरकार ही सर्वोच्च है। मंत्रिमंडल के पास ही असली शक्ति होती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि संघीय ढांचों में राज्यों को भी स्वतंत्रता मिली है। तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा की बेंच ने कहा था कि शक्तियों में समन्वय हो। शक्ति एक जगह केंद्रित नहीं हो सकती है।


बेंच ने कहा था कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना मुमकिन नहीं है। दिल्ली एक केंद्रशासित प्रदेश है और राज्य सरकार को विशेष अधिकार नहीं दिए जा सकते हैं। कोर्ट के मुताबिक, उपराज्यपाल ही दिल्ली के प्रशासक हैं। कानून बनाने से पहले और बाद में उसे एलजी को दिखाना होगा। कैबिनेट-एलजी में मतभेद हो, तो मामला राष्ट्रपति के पास भेजा जाए। केंद्र और राज्य के रिश्ते सौहार्दपूर्ण हों। कोर्ट ने कहा था कि तीन मुद्दे लैंड, लॉ एंड ऑर्डर और पुलिस केंद्र के अधीन होगा और संसद का कानून ही सर्वोच्च होगा।

गौरतलब है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार इस समय संकट काल से गुजर रही है। कोरोना का कहर दिल्ली पर लगातार टूट रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी मंगलवार को सरकार को जमकर फटकार लगाई थी। कोर्ट ने सरकार को फेल करार देते हुए कहा था कि अगर केजरीवाल सरकार चीजों को नियंत्रित नहीं कर पाती तो उसे केंद्र से दखल देने के लिए कहना होगा। 0०0








मंगलवार, 27 अप्रैल 2021

कर्फ्यू की रात में आपके लाल कहां है? जिम्मेदारी आपकी या यह भी सरकार की ?

 



* सामयिक लेख- करणीदानसिंह राजपूत *

कोरोना के फैलाव से जब सारा देश चिंतित है। शासन और प्रशासन बचाव में जूझ रहा है।  रात का कर्फ्यू लगा है। अनेक घरों के लाडले लाल सपूत रात को घरों में नहीं हैं। वे कहां है? इसका पता भी परिजनों को नहीं है? रात के अंधेरे में घर से बाहर क्यों हैं?
सभी को पता है कि रात के कर्फ्यू में बाहर निकलने की छूट नहीं है? तब लाडले शाम होते ही घरों से बाहर क्यों और कैसे निकल जाते हैं? परिजनों से पूछते नहीं है या परिजन देख कर भी अनजान बनते हैं?
कर्फ्यू समय शुरू होने के बाद यदि कहीं काम से अटके हैं तो 15 या 20 मिनट देरी से भी घर पहुंच जाएं लेकिन कर्फ्यू शुरू होने के एक-दो घंटे बाद भी घर नहीं लौटे तो यह चिंता परिजनों को होनी चाहिए।
* अब सवाल यह उठता है कि क्या यह जिम्मेदारी भी शासन प्रशासन की होगी?
शासन-प्रशासन ही अंधेरे में कच्ची बस्तियों की खंडहर वाली आबादियों में ढूंढे। घरों के ये लाल वहां दारू पीते मिलें या स्मैक का नशा लेते मिलें  या फिर किसी और अपराध में लिप्त मिले।

इसे मामूली नहीं समझना चाहिए। कर्फ्यू काल है या नहीं है। कोई भी लड़का घर से बाहर रात को बिना काम के क्यों जाता है?अपने लाल से पूछने की जानकारी रखने की जिम्मेदारी परिजनों की बनती है।
जब लाल किसी अपराधिक मामले में फंस जाता है।नशा करने लग जाता है। उसके बाद अभिभावकों को ठेस लगती है। पता लगने तक बहुत बड़ा नुकसान परिवार में हो जाता है। यह संकट ही है। अनेक लाल जिनकी उम्र 12 वर्ष से लेकर 15 वर्ष 16 वर्ष तक है। यह उम्र बहुत नाजुक होती है। इस किशोरावस्था में यदि लड़का बुरी संगत का शिकार हो जाता है तो उसे बाद में बचाना बहुत मुश्किल होता है।

वर्तमान समय में जब कोरोना के कारण कर्फ्यू लगा हुआ है तो यह संकट कोरोना संक्रमण भी घर तक ला सकता है। बहुत सावधानी की आवश्यकता है। यहां पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी अभिभावकों की है परिजनों की है।
अपने बच्चों को भविष्य के सपनों को घरों में रोककर रखें।
अनेक अभिभावक साधारण लहजे में कह देते हैं कि बच्चे मानते नहीं। बहुत आसानी से यह बात कही जाती है लेकिन जब लाल कहीं फस जाता है तब अभिभावक सोचते हैं कि उन्होंने सख्ती नहीं करके बहुत बड़ी गलती कर दी।
यदि ऐसी गलती कर रहे हैं तो अभी मौका है अपनी गलती को सुधारने का। यदि आपके लाल कर्फ्यू काल में रात के अंधेरे में घर से बाहर जाते हैं,बाहर रहते हैं तो तुरंत ही ध्यान दें।

*सामयिक विचारणीय लेख-



करणीदानसिंह राजपूत,
स्वतंत्र पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
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सादर प्रकाशनार्थ.
आपके संपर्क में कोई भी पत्रकार है, अखबार है तो उनको भेजें/शेयर करें।
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वसुंधरा हॉस्पिटल सूरतगढ़ में डॉ गौरव बलाना के सर्जिकल सेंटर का उद्घाटन



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 27 अप्रैल 2021.


वसुंधरा हॉस्पिटल की तेरहवीं वर्षगांठ पर डॉ गौरव बलाना के सर्जिकल सेंटर  का उद्घाटन हुआ।

वसुंधरा हॉस्पिटल  में 25 अप्रैल 2021 को आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एस के सिहाग एवं सचिव डॉ विजय बेनीवाल ने पूजा अर्चना करके फीता काटकर कर सर्जिकल सेंटर  का उद्घाटन किया।

गोल्ड मेडलिस्ट डा.गौरव बलाना जनरल एवं लेप्रोस्कोपी सर्जन बीकानेर पीबीएम हॉस्पिटल में सेवाएं दे चुके हैं।

   मुख्य अतिथि डा.एस के सिहाग ने शुभकामनाएं देते हुए कहा वसुंधरा हॉस्पिटल की तेरहवीं वर्षगांठ पर   डॉ गौरव बलाना सर्जिकल सेंटर की सेवाएं शुरू होने से क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा ।

    डॉ विजय बेनीवाल, डॉक्टर अक्षय भंसाली, डॉक्टर श्रीमती अर्चना भंसाली, डॉ परमेंद्र स्वामी, डॉक्टर जी डी शर्मा, वसुंधरा हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर इंद्र चुघ, डा.श्रीमती नरेश चुघ, डॉ संजय बजाज, डॉ अरविंद बंसल, डॉ विजय अरोड़ा, डॉ आर.के अग्रवाल सहित शहर के चिकित्सकों, गणमान्य लोगों ने  डॉक्टर गौरव बलाना का सम्मान करते हुए सेवाएं शुरू करने पर शुभकामनाएं प्रगट की।

           इस अवसर पर उपस्थित शहर के गणमान्य लोगों ने वसुंधरा हॉस्पिटल की तेरहवीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं देते हुए, डॉ गौरव बलाना  सर्जिकल सेंटर शुरू होने पर वसुंधरा हॉस्पिटल परिवार को बधाईयां दी ।

     डॉक्टर गौरव बलाना, श्रीमती डॉक्टर रचना बलाना, राजेंद्र बलाना श्रीमती सुनीता बलाना, वसुंधरा हॉस्पिटल के संचालक चिकित्सक डॉक्टर इंद्र चुघ,डा. श्रीमती नरेश चुघ ने अतिथियों को सम्मान प्रतीक देकर आभार प्रकट किया ।

  वसुंधरा हॉस्पिटल की तेरहवीं वर्षगांठ पर डॉक्टर इंद्र चुघ श्रीमती नरेश चुघ ने शहर वासियों का आभार प्रकट करते हुए कहा इलाके के लोगों के अपार सहयोग  से वसुंधरा हॉस्पिटल  आगे बढ़कर बेहतर सेवाएं देने का प्रयास कर रहा है ताकि शहर की जनता को सुविधाएं मिल सके।0०0

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सोमवार, 26 अप्रैल 2021

आयुर्वेद, हौम्योपैथी की चिकित्सा परामर्श हेल्पलाईन- वाट्सएप मो.नं व चिकित्सक नाम.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 26 अप्रैल 2021.

राज्य सरकार, भारत सरकार की विभिन्न निर्दिशिकाओं के अनुसरण में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से निर्धारित प्रतिरक्षक, रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक, कोरोना लक्षणों की रोकथाम व चिकित्सा हेतु औषधीय उपायों, आहार एवं विहार योग्य कार्यों को आमजन तक पहुंचाने हेतु चिकित्सीक परामर्श हेल्पलाईन का संचालन किया जा रहा है। 

चिकित्साधिकारी प्रातः 8 बजे से सायं 8 बजे तक अपने व्हाट्सएप मोबाईल पर उपलब्ध रहकर आमजन को लाभान्वित करेंगे। 

आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक श्री हरिन्द्र कुमार दावड़ा ने बताया कि जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन के मार्गदर्शन में व्हाट्सएप के माध्यम से चिकित्सक सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद डाॅ. राजकुमार पारीक मोबाईल नम्बर 9414096908 प्रातः 8 से दोपहर 2 बजे तक तथा आयुर्वेद डाॅ. कृष्णचन्द्र अरोड़ा मोबाईल नम्बर 9414480869 दोपहर 2 से सायं 8 बजे तक सेवाएं देंगे। इसी प्रकार हौम्योपैथी डाॅ. नरेन्द्रपाल सिंह मोबाईल नम्बर 9414348015 प्रातः 8 से दोपहर 2 बजे तक तथा हौम्योपैथी डाॅ. कुलदीप यादव मोबाईल नम्बर 9414246673 दोपहर 2 से सायं 8 बजे तक सेवाएं देंगे।0०0

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रविवार, 25 अप्रैल 2021

अनूपगढ़ में नो मास्क नो मुवमेंट का सन्देश: हिन्दुस्तान स्काउट एण्ड गाइड

 





* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 24 अप्रैल 2021.

 हिन्दुस्तान स्काउट एण्ड गाइड राजस्थान राज्य जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर के तत्वाधान शनिवार को अनूपगढ में कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कनाॅट पैलेस  27 ए चौक पर रोवर रेंजर द्वारा रंगोली बनाई। 

 ब्लाक सचिव श्री सत्तार खान ने बताया कि जिला आॅर्गेनाइजर श्री संदीप मांझू नें अनूपगढ़ पहुंच कर लगातार कोरोना जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे तथा उन्होने रोवर रेजंर का हौसला बढ़ाया तथा उन्हें कहा कि आपके द्वारा निःस्वार्थ भाव से जो सेवा की जा रही वह सराहनीय है। स्वायत शासन विभाग द्वारा जारी जन जागरूकता अभियान को लगातार जारी रखने का संदेश दिया।

 रंगोली का अवलोकन डीएसपी श्री जयदेव सिहाग व नगर पालिका ईओ श्री संदीप बिश्नोई ने किया तथा मुख्यमंत्री के संदेश ’’नो मास्क नो मूवमेंट‘‘ को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान  किया। 

रेंजर लीडर कोमल चुचरा, रमनदीप कौर, वीना, ज्योति, सुलोचना, मनीषा बिश्नोई, कान्ता, बिरमा, अनू, रोवर सुनील कडेला, गोपाल, नमन, बीरबल, विशाल ने अनूपगढ़ के कनाट पैलेस  27 ए चौक  पर  रंगोली बनाई। इसमें ’’स्टे होम सेफ लाइफ‘‘ व ’’नो मास्क नो मूवमेंट‘‘का संदेश दिया गया। सुचना एवं जनसंपर्क कार्यालय से प्राप्त मुख्यमंत्री की कोरोना संक्रमण की अपील और कोरोना संक्रमण के लिए सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने संबंधित स्टीकर वितरित किए, बाजार में लोगों में मास्क लगाने और 2 गज की दूरी की पालना करने की समझाइश की तथा निःशुल्क मास्क वितरित किए गए।

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श्रीगंगानगर जिला: अधिकारी व कर्मचारी मुख्यालय नही छोड़ेंगे जिला कलक्टर

 



* विशेष समाचार- करणीदानसिंह राजपूत *


श्रीगंगानगर, 24 अप्रैल 2021.

 जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने कोविड-19 के प्रकोप को देख्ते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए है।  

जिला कलक्टर ने जिले में कार्यरत समस्त अधिकारियों व कर्मचरियों को निर्देशित किया है कि वर्तमान में कोरोना महामारी की रोकथाम के कार्यो को देखते हुए कोई भी अधिकारी व कर्मचारी बिना अनुमति के अपना मुख्यालय नही छोड़ेंगे तथा बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। 0०0

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शनिवार, 24 अप्रैल 2021

राजस्थान में सरकार ने शादी कार्यक्रम का समय 3 घंटे कैसे क्यों किसकी राय लेकर निर्धारित किया?

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* सामयिक लेख - करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान सरकार की 23 अप्रैल 2021 को जारी कोरोना गाइड लाईन में विवाह कार्यक्रम के लिए 3 घंटे निर्धारित किया है अर्थात 3 घंटे में समारोह पूरा करना है। यह समारोह भी एक ही स्थान पर करने का भी निर्देश है।

राजस्थान सरकार शादी ब्याह के समारोह का समय 3 घंटे आखिर कैसे तय किया?
सरकार को बताना चाहिए कि इस 3 घंटे के कार्यक्रम में क्या-क्या किया जा सकता है और प्रत्येक विधि में कितना कितना समय लगाना चाहिए ताकि 3 घंटे में समारोह पूरा हो जाए। इसमें वरमाला फेरे विदाई आदि सभी हो।

क्या राजस्थान सरकार ने यह तय करने से पहले राय ली थी। उस राय देने वालों में कौन थे? मंत्री और सचिव आदि।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर 3 घंटे समय कैसे निर्धारित किया गया? यह कैसे तय किया गया कि 3 घंटे में सारे कार्यक्रम ब्याह के संपन्न हो जाएंगे।
किसी ने तो यह राय दी ही होगी। फिर इस पर चर्चा हुई होगी। चर्चा के बाद यह तय किया गया होगा कि 3 घंटे उचित है।
सरकार ने ब्याह कार्यक्रम तीन घंटे निर्धारित कर दिया। इन तीन घंटों पर किसी की प्रतिक्रिया अभी आज नहीं आई।
कितना समय होना चाहिए। यह समय कम है या ज्यादा है। फिलहाल कोई नहीं बोला। इस अवधि 3 घंटे पर कोई नहीं बोला। यदि सरकार समय 2 घंटा कर देती या एक घंटा कर देती फिर भी कोई नहीं बोलता। मतलब 2 घंटे और 1 घंटे में भी शादी ब्याह कार्यक्रम के लिए लोग तैयार हैं।
जो पंडित लोग ब्याह करवाते हैं।वे बताएं तो सही की 3 घंटे में केवल फेरे भी हो सकते हैं या नहीं हो सकते?
पंडित जी कौन कौन से मंत्र और कौन-कौन सी विधियां तरीके छोड़ेंगे ताकि कार्यक्रम इस  अवधि 3 घंटे में पूरा हो जाए।
लड़की वाले और लड़के वाले दोनों ही क्या 3 घंटे में सब कुछ शादी विवाह के शगुन से लेकर विदाई तक पूरा कर लेंगे?
यदि इतने समय में पूरा करना संभव नहीं है तो कम से कम सरकार को एक पत्र तो स्थानीय अधिकारी के माध्यम से भेज ही सकते हैं।
इस प्रकार की शादी जिसमें बहुत कुछ छोड़ कर के फेरे करवाने हैं क्या यह पूर्ण शादी कहलाएगी या विधि विधान के हिसाब से आधी अधूरी शादी कहलाएगी।  सरकारी रिकॉर्ड में तो रजिस्ट्रेशन करवाना होता है उसके हिसाब से तो कागजात में पूरी हो जाएगी।
आश्चर्य यह है कि किसी ने राजस्थान सरकार से पूछा नहीं कि सवाल नहीं किया कि आखिर आपने 3 घंटे समय तक कैसे किया ?
यह अवधि समय 3 घंटे किस तरह से सोच कर तय किया गया? यह सवाल महत्वपूर्ण है
और इसके लिए एक ही स्थान पर आयोजन होगा। चट मंगनी पट ब्याह का मुहावरा याद आएगा।
सोशल साइट्स पर बात बात में लिखने वाले चुप हैं। संस्कार और संस्कृति की बातें करने वाले भी चुप हैं।
सरकार को ब्याह कार्यक्रम के  निर्धारित समय में छूट देनी चाहिए और एक दिवस तो अवश्य ही करना चाहिए।0०0
सामयिक लेख-
करणीदानसिंह राजपूत,
स्वतंत्र पत्रकार,
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356.
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शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

साधारण बीमारी के लिए अस्पताल की बजाए ई-संजीवनी से ऑनलाइन लें उपचार: डॉ. मुकेश कुमार

 


* करणीदानसिंह राजपूत *
हनुमानगढ़ 23 अप्रैल 2021.
जिला हनुमानगढ़ में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या में भी दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में आमजन को घर पर रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर बाजार भी बन्द हो गए हैं। ऐसे में किसी भी बीमारी से ग्रस्त रोगी अब ई-संजीवनी ऐप्प के जरिए ऑनलाइन उपचार ले सकते हैं। 
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. मुकेश कुमार डिग्रवाल ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के ई-संजीवनी ऐप्प के जरिए आमजन कोविड-19 के दौरान घर बैठे ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श ले सकते हैं। इस ऐप्प से कोई भी नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेते हुए घर बैठे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवाएं निःशुल्क प्राप्त कर सकता है। इससे आमजन कोरोना संबंधी नियमों की पालना भी कर रहे हैं और भीड़ में नहीं जाना पड़ रहा। जिले में पिछले कुछ महीनों में अनेक लोगों ने इस सेवा का लाभ लिया है। विभाग ने पुनः अपील जारी की है कि हनुमानगढ़ जिलावासी अधिकाधिक इस सेवा का लाभ लें।
उन्होंने बताया कि लगभग सभी परिवार के सदस्यों के पास अपने-अपने मोबाइल फोन है। चिकित्सकीय सेवा लेने के लिए अब हमें अस्पतालों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं हैं। हम घर बैठे ही ऑनलाइन तरीके से उपचार ले सकते हैं। जिलेवासियों के लिए सरकार ने ऐप्प के माध्यम से ऑनलाइन टेली-कन्सल्टेशन सेवा शुरू की है। कोई भी व्यक्ति सोमवार से शनिवार सुबह नौ बजे से अपरान्ह तीन बजे तक सामान्य बीमारियों के लिए टेली कंसलटेंसी सेवाएं प्राप्त कर सकता है। इसके लिए राज्य के विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया है जो ऐप्प के माध्यम से सेवाएं दे रहे हैं। 
सीओ-आईईसी मनीष शर्मा ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए सबसे पहले गूगल ऐप्प से ई-संजीवनी एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद अपना मोबाइल नम्बर ओटीपी के माध्यम से सत्यापित कर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के लिए नाम, पता, जेंडर व आयु आदि सूचना दर्ज करनी होगी और यदि चाहें तो अपनी पिछली पर्ची भी अपलोड करें। ऐप्प पर दी गई जानकारी अनुसार पेशेंट आईडी और टोकन नंबर मरीज के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेज दिए जाएंगे। मरीज अपने मोबाइल नम्बर या पेशेंट आईडी या टोकन नंबर डालकर सिस्टम में लॉग-इन करें। मरीज अपने बारी का इन्तजार करें और टोकन नम्बर आने पर ऑनलाइन चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करे। परामर्श के दौरान आप संबंधित चिकित्सक को परेशानी, बीमारी, लक्षण आदि के बारे में बताएं ताकि चिकित्सक आपको दवाएं, सावधानी व परहेज आदि बता सकें। टेली-कन्सल्टेशन पूर्ण होने पर ई प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त करें। इसके जरिए आप निकटतम सरकारी डीडीसी अथवा किसी भी मेडिकल स्टोर से दवा प्राप्त कर सकेंगे। जरूरत होने पर आप फॉलोअप परामर्श कर सकते हैं। 00

Manish Sharma

    IEC Coordinator

    District Hanumangarh

    M. 9783552230
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गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

👌 अपन तो नेता हैं! वाह! तेरी बेशर्मी! शब्द - करणीदानसिंह राजपूत.

 


अपन तो नेता हैं।

किसी को कोरोना होता है।

कोई मरता है।

किसी को सुविधा नहीं है।

ऑक्सीजन नहीं है।

बेड नहीं है तो अपन का क्या?

अपन तो मजे से है।

टाइमपास के लिए फेसबुक पर जयंतिया,जन्मदिन विवाह वर्षगांठ पर बधाई और  पुण्यतिथि पर संदेश लगाकर फ्री।

बस! ये इत्ते सारे काम। अपन जनता को समर्पित। 

ब्याह शादी में बुलावे पर जाने का धर्म है और अपन निभाते भी हैं। 

* सरकार ने भी कह रखा है।

बिना काम के घर से बाहर नहीं निकले।

अपन ने सरकार की बात ही मान रखी है।

घर में बंद हैं।

* चुनाव में निकलेंगे बाहर।टिकट मांगने।अभी चुनावों में टाइम काफी पड़ा है।

* 22 अप्रैल 2021.

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करणीदानसिंह राजपूत

स्वतंत्र पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़  (राजस्थान)


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