शुक्रवार, 2 मार्च 2018

पत्रकार समाजसेवी गौरी लकेश हत्या में पहली गिरफ्तारी


 एसआईटी ने शुक्रवार (2 मार्च) को 37 वर्षीय केटी नवीन कुमार को गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया। पुलिस के द्वारा 18 फरवरी को अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए केटी नवीन कुमार को इस मामले में पहला आरोपी माना गया था। एसआईटी ने बेंगलुरु की एक मजिस्ट्रेट कोर्ट को मांड्या के मद्दूर में रहने वाले केटी नवीन कुमार के खिलाफ हत्या से जुड़े साक्ष्य बरामद होने की जानकारी दी और उसे दबोच लिया। एसआईटी ने कोर्ट को यह भी बताया कि आरोपी के खिलाफ अवैध हथियार रखने को लेकर जांच चल रही थी, जिसके लिए उसे 18 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था

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वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दावा किया है कि गौरी लंकेश के हत्यारों को मदद करने के आरोपी नवीन कुमार ने उनके लिए टारगेट प्रैक्टिस कैंप की भी व्यवस्था की थी. एसआईटी के अनुसार, नवीन ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि जुलाई 2017 में चार लोगों के लिए शूटिंग प्रैक्टिस की व्यवस्था की गई थी. ये चारों लोग कर्नाटक से बाहर स्थित दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े हुए.

इंडियन एक्सप्रेस और नवभारत टाइम्स में छपे खबर के मुताबिक अपने बयान में नवीन ने बताया कि उसके एक दोस्त ने उससे ट्रेनिंग कैंप की व्यवस्था करने को कहा था. नवीन से किसी बड़े मिशन के बार में कहा गया और ये चारों लोग जुलाई में नवीन के घर आकर उससे मिले.

जांच में यह भी पता चला है कि कुमार उग्र दक्षिणपंथी संगठन हिंदू युवा सेना से लिंक था और उसका सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति के भी कुछ सदस्यों के साथ संबंध था.


हिंदी बोलते थे हत्यारे, दुभाषिया था नवीन


सूत्रों के मुताबिक, 'चारों एक मारुति ओम्नी में आए और नवीन को लेकर कोल्लेगल और चामराज नगर के जंगलों में गए और वहां पर अलग-अलग ऐंगल और अलग-अलग रेंज के हिसाब से शूटिंग की प्रैक्टिस की. यह प्रैक्टिस सेशन अगस्त के तीसरे हफ्ते तक चला.' पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चारों लोगों के साथ नवीन को देखने वाले व्यक्ति ने नवीन को पहचान लिया है. यह भी बताया गया कि ये चारों लोग हिंदी बोलते थे और जरूरत पड़ने पर नवीन दुभाषिये का काम करता था.

बेंगलुरु मैजिस्ट्रेट के पास एक व्यक्ति ने अपना बयान दर्ज कराया है कि वह भी इस प्रैक्टिस कैंप का हिस्सा था. सूत्रों के मुताबिक, नवीन ने कैंप के लिए स्थानीय लोगों से भी मदद ली थी. कहा जा रहा है कि एसआईटी ने इन चारों को एक शादी में पकड़ने का प्लान बनाया था. इसके लिए 15-15 लोगों की चार टीमें बनाई गई थीं. तीन टीम मैरिज हॉल पर और एक रेलवे स्टेशन पर तैनात थीं, लेकिन ये चारों लोग आए ही नहीं. इससे पता चलता है कि इनको पहले से ही इस बात का पता चल गया था.

सूत्रों के मुताबिक, ये लोग बाइक पर शहर में घूमे थे. नवीन ने इनको गौरी लंकेश का घर और ऑफिस दिखाया और बिना सीसीटीवी वाली कुछ सड़कों का चयन किया गया. इसके बाद ही गौरी लंकेश की हत्या को अंजाम दिया गया.

गौरतलब है कि पिछले साल 5 सितंबर को बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी. मशहूर कन्नड़ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश को राज राजेश्वरी नगर स्थित आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी. वह चर्चित कन्नड़ टैबलाइड लंकेश पत्रिके की संपादक भी थीं. गौरी लंकेश, कन्नड़ कवि और पत्रकार पी लंकेश की सबसे बड़ी बेटी थीं. गौरी पर बेहद नजदीक से हमलावरों ने 7 राउंड फायरिंग की. मौके पर ही गौरी लंकेश की मौत हो गई थी.

 (जनसत्ता आदि)

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