सोमवार, 16 मई 2016

वसुंधरा की दारू बेचती सरकार:नहीं सुनती पानी का हाहाकार: पुतलों साथ दारू फूंक दो



54 ग्रामों में 19 मई को सीएम के पुतले फूंके जाने का आह्वान है:
- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़, 16 मई 2016.
इंदिरागांधी नहर से ऐटा सिंगरासर माइनर निर्माण की मांग कर रहे आँदोलनकारियों की संघर्ष समिति की ओर से 19 मई को सभी 54 ग्रामों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुतले फूंकने की घोषणा की हुई है। समस्त राजस्थान में पानी के लिए हाहाकार मचा है। पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। पीने को पानी नहीं मिल रहा है मगर गांव गांव ढाणी ढाणी तक दारू मिलने में कोई संकट परेशानी नहीं है। सरकार पानी नहीं पहुंचा सकती लेकिन दारू हर जगह पहुंचा रही है। राजस्थान में कई स्थानों पर दारू का विरोध हो रहा है।
दारू पीकर अपना स्वास्थ्य नष्ट करना,परिवार का विकास ठुकराना और सरकार की तिजोरी भरने से कोई लाभ नहीं। जो पानी नहीं पिला सकती उस सरकार का खजाना भरना मूर्खता ही है।
ऐटा सिंगरासर माइनर के आँदोलनकारियों ने 54 ग्रामों में वसुंधरा के पुतले फूंकने की घोषणा की हुई है वहीं पर केवल इतना ही करना है कि पुतलों के साथ में दारू को भी फूंक दिया जाए और आगे न पीने की सौगंध भी खाई जाए।
सूरतगढ़ के पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा ने दारू बंद करवाने के लिए आमरण अनशन करते हुए अपने प्राण 3 नवम्बर 2015 को त्याग दिए थे और अपनी देह चिकित्सालय को दान करदी थी। उनकी पुत्र वधुएं पूजा छाबड़ा व पूनम छाबड़ा शराबबंदी का आँदोलन चलाने में लगी हुई हैं।
बिहार में दारू बंद कर दी गई है और वहां अपराधों में कमी आ गई है।
दारू बंद करने का संकल्प लेंगे तो हर सफलता मिलेगी।



यह ब्लॉग खोजें