सोमवार, 16 मई 2016

नरेन्द्र मोदी अब राजस्थान में शराब बंद कराओ

राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा ने फिर चेतावनी दी है।
इसके लिए
छाबड़ा ने 17 फरवरी 2014 को जयपुर में प्रेस वार्ता की है।
वहां से प्राप्त पूरी विज्ञप्ति महत्वपूर्ण है।
यहां दे रहे हैं।


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भाजपा की जीत का लाभ घर घर पहुंचाओ
टिप्पणी- करणीदानसिंह राजपूत

नरेन्द्र मोदी को भावी प्रधानमंत्री और राजस्थान में वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री मानते हुए राजस्थान की जनता ने इतनी बड़ी जीत दी है कि उसकी कोई मिसाल अभी तक नहीं है। भाजपा की 162 सीटों पर विजय के बाद अपराध कम किए जाने की ओर पहला कदम यह उठाना होगा कि मोदी के गुजरात की तरह पूरे राज्य में संपूर्ण शराबबंदी लागू की जाए।
सूरतगढ़ के पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा ने राजस्थान में संपूर्ण शराब बंदी को लागू करने के लिए कानून बनाने की मांग के लिए अपने जीवन की परवाह नहीं करते हुए जयपुर में दो बार आमरण अनशन किया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनसे बार बार भेंट कर कुछ बातें मानते हुए अनशन तो तुड़वा दिया था लेकिन राज्य में संपूर्ण शराबबंदी लागू नहीं की थी। छाबड़ा जी अनशन पर थे तब माननीय गुलाबचंद कटारिया व अनेक भाजपा व अन्य दलों के नेता व सामाजिक कार्यकर्ता भी मिलने जाते रहे थे। गुलाबचंद कटारिया जी उनकी मांग के साथ थे।
अब वक्त आ गया है कि राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी का कानून बनाकर लागू करवाया जाए।
राजस्थान में नरेन्द्र मोदी के नाम पर इतनी भारी जीत हुई है,इसलिए मोदी के गुजरात की तरह राजस्थान में भी शराबबंदी लागू की जाए और भाजपा की सरकार अपने 2014 के बजट में इसका प्रावधान करे तो सबसे पहला कदम अनुकरणीय होगा।
एक अनुकरण
एक महिला महात्मा गांधी के पास गई और कहा कि उसका लडक़ा गुड़ बहुत खाता है,लडक़े का गुड़ खाना छुड़वाईए।
गांधी जी ने कहा कि कुछ दिनों बाद आना।
महिला कुछ दिनों के बाद पुन: गांधी जी के पास अपने लडक़े को लेकर गई।
गांधी जी ने बड़े प्यार से उसे कहा कि बेटे गुड़ खाना छोड़ दो। लडक़े ने हांमी भरदी।
महिला ने कहा कि इतनी सी बात तो आप उसी दिन कह सकते थे ,जब पहली बार आई थी।
गांधी जी ने कहा कि उस समय मेरे में भी गुड़ खाने की आदत थी इसलिए बालक पर मेरी बात का असर नहीं होता।
यहां इस बात को प्रस्तुत करने का उद्देश्य यह है कि पहले भारतीय जनता पार्टी के जो पदाधिकारी नेता और कार्यकर्ता शराब पीते हैं,वे शराब छोड़ें और उनकी शराब छुड़वाई जाए। यह कार्य तत्काल ही लागू किया जाए ताकि आगामी बजट 2014 में संपूर्ण शराबबंदी कानून को प्रस्तुत किया जा सके।

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पूरी विज्ञप्ति महत्वपूर्ण है। यहां दे रहे हैं।


 19-2-2014
up date  16-5-2016



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