रविवार, 11 अगस्त 2019

मानसिक और नशा रोगों का इलाज:माईंड केअर क्लिनिक सूरतगढ़- डा.सुरेश परिहार

* करणीदानसिंह राजपूत *


सूरतगढ़ 11 अगस्त 2019.

मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुरेश परिहार ने आज अपने चिकित्सालय माईंड केअर क्लिनिक के उद्घाटन अवसर पर पत्रकार वार्ता में कहा कि मानसिक रोग और नशा करने वाले लोगों का इलाज किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि मानसिक रोग से ग्रस्त लोगों की पहचान होना बहुत जरूरी है और यह समाज में जागरूकता से ही संभव है। अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति किसी बीमारी का ईलाज करवाता रहता है लेकिन उसको मालूम ही नहीं हो पाता कि वह किसी मानसिक रोग जैसी अवस्था में पहुंच रहा है।  सिर दर्द को सामान्य मान करके ही दवाइयां ली जाती रही है लेकिन सर दर्द भी अनेक प्रकार का होता है यह रोगी को बिना जांच और परामर्श के मालूम नहीं होता। उन्होंने कहा कि समाज में मनोरोगी को इलाज के लिए दो चार जगह ले जाने के बाद घर परिवार वाले मान लेते हैं कि इसका इलाज कहीं भी संभव नहीं है और भी इलाज बंद करवा देते हैं। अनेक बार इस प्रकार के रोगी को घरों में बांध कर के रख दिया जाता है जो एक बहुत बड़ा अत्याचार है। यदि रोगी की पहचान हो जाए तो उसको परामर्श और इलाज देकर के पूर्ण स्वस्थ किया जा सकता है। स्वस्थ होने पर व्यक्ति अपना काम अपना व्यवसाय आदि खुद बेहतर तरीके से संभालने वाला बन जाता है। 

डॉ परिहार ने बताया कि बेरोजगारी से भी व्यक्ति अनेक रोगों का शिकार हो जाता है। 

उन्होंने व्यक्ति की मानसिक दशा का वर्णन करते हुए कहा कि व्यक्ति जब खुश होता है तो वह स्वयं को धरती से कुछ ऊपर चलता हुआ महसूस करता है और जब वह अवसाद में ग्रस्त होता है तो वह धरती के नीचे चलता महसूस करता है और सामान्य व्यक्ति धरती पर चलता है। यह सब व्यक्ति के रोग की स्थितियां प्रकट करता है। इस प्रकार के रोगियों को भी पहचाना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनेक परेशानियों के कारण व्यक्ति नशा करने लगता है और उसे मालूम नहीं कि वह नशा उस के शरीर को मन को कितना नुकसान पहुंचा रहा है। नशा सामान्य रूप से शराब तंबाकू आदि का और उससे आगे खतरनाक ड्रग्स का होता है जो आदमी को ऐसा जकड़ लेता है कि बाद में छुड़ाने में परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि स्मैक जिसे पंजाब में चिट्टा कहते हैं बहुत फैला हुआ है और श्रीगंगानगर में भी अनेक स्थानों पर इसके व्यवसाय करने वाले लोग मिलते हैं।

पहले लोगों को मुफ्त देकर के 

आदत डाली  जाती है किया जाता है और बाद के अंदर उस व्यक्ति को व्यवसाय में जकड़ लेते हैं और उसे रोक दिया जाता है कि वह अन्य लोगों को अपना साथी संगी बनाए ताकि उसका जो खर्चा हुआ है मुफ्त में स्मैक मिलता रहे उन्होंने कहा कि स्थिति है नशे से लोगों को बचाया जाना चाहिए क्योंकि इससे भी मनो रोग से पीड़ित हो जाते हैं डॉ परिहार ने बताया कि नशे के कारण व्यक्ति कुछ हालात में अपराधी तक हो जाता है। घरवाले नशे के लिए पैसा नहीं देते तो उनके साथ मारपीट करता है और कई बार हत्या तक कर देता है।

उन्होंने कहा कि मनो रोगों की चिकित्सा और नशा करने वाले रोगो के परामर्श  का अभियान विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से चलाया जाएगा ताकि जनता रोगों के प्रति जागरूक हो।


डॉ परिहार का चिकित्सालय परामर्श केंद्र ' माईंड केअर क्लिनिक 'सुप्रसिद्ध एडवोकेट पूर्व विधायक हरचंद सिंह सिद्धू की कोठी के परिसर में बीकानेर रोड पर दिनांक 11 अगस्त 2019 से शुरू हुआ है। यहां हर सप्ताह रविवार को परामर्श दिया जाएगा।

डॉ परिहार ने बताया कि यहां पूरा परामर्श पूछताछ करने के बाद रोगी का इलाज किया जाएगा ताकि रोग ठीक होने के उपरांत व्यक्ति समाज में सामान्य जीवन जी सके। उन्होंने एक खास बात कही की समाज और परिजनों को मनोरोगी और नशा रोगी को प्रताड़ित करते रहने के बजाय उसका इलाज करवाना चाहिए ताकि वह सामान्य जीवन में लौट सके।



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