रविवार, 28 जनवरी 2018

पूर्व विधायक हरचंद सिंह की शिकायत पर भाजपा नेता पर मुकदमा-फर्जी दस्तावेजों के उपयोग का आरोप:



पूर्व विधायक हरचंद सिंह सिद्धू  की शिकायत पर राजियासर पुलिस थाने में शिवरतन,कन्हैया लाल, विजय रिणवा व ओम प्रकाश के विरुद्ध 25 जनवरी 2018 को एक मुकदमा दर्ज किया गया है।

 शिकायत में आरोप है कि ये लोग फर्जी कूटरचित दस्तावेजों को असली के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं ।

पूर्व विधायक सिद्धू ने संबंधित दस्तावेजों की संबंधित दस्तावेजों की फोटो प्रतियां भी पुलिस को शिकायत के साथ में दी है।शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सूरतगढ़ तहसील के चक 103 आर डी एल एल डी एल एल डी एल एल के लिए 25 मार्च 1986 को एक इंतकाल रजिस्टर संबंधित तहसीलदार ने जारी किया था। उसको शिवरतन के भाई ने जो उपनिवेशन विभाग में संविदा पर कार्यरत था ने फर्ज कारी करके 103 की जगह 110 आरडीएल कर दिया जिसकी चित्र प्रति प्रति संलग्न है।

 दिनांक 25 मार्च 1986 को इस रजिस्टर में कुल 6 इंतकाल एक ही तारीख में दर्ज किए गए जबकि चक 110 आर डी एल डी एल 110 आर डी एल डी एल का चालू रजिस्टर उपलब्ध था तो दूसरा रजिस्टर क्यों जारी हुआ? सारे इंतकाल की चित्र प्रतियां पेश है जो स्पष्ट फर्जी दस्तावेज है,जिनका उपयोग शिवरतन कन्हैयालाल विजय रिणवा ओमप्रकाश वगैरा वगैरा विजय रिणवा ओमप्रकाश वगैरा सही के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि दिनांक 24-10- 1968 से 30-6-1986 तक इस क्षेत्र में भूमि का सेटलमेंट चल रहा था। भूमि के सेटलमेंट के दौरान जमाबंदी और इंतकाल बाधित होते हैं केवल गिरदावरी का ही उपयोग होता है तो यह इंतकाल कैसे दर्ज हो गए?

यह अपराधिक षड्यंत्र रचकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए और उनको फर्जी जानते हुए सही के तौर पर पर उपयोग किया गया है जो संज्ञेय अपराध है। 

पूर्व विधायक ने इंतकाल 25-3-1986 को इंतकाल रजिस्टर जारी करने के आदेश की प्रति, इंतकाल संख्या 3 आरडीएल 100दिनांक 28-3- 1986 इंतकाल संख्या 4, 28-3/1986 की प्रतियां उपलब्ध करवाई है।

 पुलिस ने मुकदमा नंबर 18 आईपीसी की धाराएं 420 467 468 469 471 120 बी में दर्ज किया है।

यह अनुसंधान कार्य सहायक उपनिरीक्षक राकेश कुमार को सौंपा गया है।

विदित रहे कि शिवरतन भाजपा नेता है।




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