बुधवार, 3 मई 2017

ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य सुधार पर करणीदान सिंह राजपूत






सूरतगढ़ ,3मई2017. श्रीगंगानगर के आदित्य नर्सिंग होम एंड गैस्ट्रो सेंटर में रवींद्र शर्माने 26 अप्रैल को दोपहर में एंडोस्कोपी पद्धति से ऑपरेशन किया और मुझे कुछ घंटों में ही जानलेवा दर्द से मुक्ति मिली।
सूरतगढ़ अपैक्स मल्टी स्पेशल स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में 25 अप्रैल को सोनोग्राफी डॉक्टर राजेंद्र छाबड़ा के निर्देशन में हुई। पीलिया की गंभीर स्थिति का कारण पित्त की थैली की नली में पथरी का एक टुकड़ा बन है जो आगे लीवर तक रस नहीं जाने देता। मामला पेचीदा था 10 दिन से नींद गायब थी और पेट दर्द भयानक हो रहा था। कारण पकड़ा गया तत्काल श्रीगंगानगर के आदित्य नर्सिंग होम को मेरे बारे में सूचित करते हुए रेफर किया गया ।26 अप्रैल को श्री गंगानगर पहुंचे।
डॉ रवींद्र शर्मा ने परिजन मित्र साथी  पुत्र योगेंद्र प्रताप सिंह और पत्रकार महेंद्र सिंह के आगे स्थिति रखी कि ऑपरेशन वाले स्थान पर सूजन बहुत वहां सूजन बहुत दूर तक फैल चुकी है। आयु बहतर वर्ष में ऑपरेशन विकट था।
पुत्र योगेंद्र ने सहमति दी। डॉक्टर ने बहुत बड़ी रिस्क लेकर ऑपरेशन किया जिसमें करीब 3 मिनट का समय लगा मुंह के रास्ते दूरबीन उपकरण संबंधित स्थान पर पहुंचाए गए और पथरी ने जैसे ही बाहर की ओर झांका उसे कैच कर लिया गया। शाम को डॉक्टर रविंद्र शर्मा ने और जांच करते हुए बताया कि बहुत पुराने पत्रकार हो अभी तो आपको बहुत दौड़ाना है ।
 रूम नंबर 5 में ऑपरेशन के बाद मुझे ठहराया गया था। वहां दीवार पर सरवंश दानी गुरु गोविंद सिंह जी का चित्र लगा था। गुरुजी निर्देश दे रहे जी तुम्हें अभी तो बहुत सेवाएं करनी है। मैं सच में उस पल के समय में अभी भूत हो गया। अगले दिन तक कई क्रियाएं सामान्य हुई और 27 अप्रैल को शाम के 7:00 बजे हम श्री गंगानगर से सूरतगढ़ रवाना हुए। डॉक्टर जुबिन शर्मा दिव्या शर्मा ने भी चिकित्सीय जांच प्रणालियों में सहयोग किया था। चिकित्सा अन्य सुविधाएं दी संस्थान की ओर से उपलब्ध कराई गई थी।
 अभी बहुत विश्राम की आवश्यकता है सूरतगढ़ में डॉक्टर राजेंद्र छाबड़ा की देखरेख में 3 मई को  जांचे हुई। स्थिति सामान्य आई। कई दिनों की कमजोरी के कारण अब बहुत दिन विश्राम की आवश्यकता है लेकिन प्रयास करूंगा की समय-समय पर समाचार टिप्पणिया देता रहूं।

करणीदान सिंह राजपूत स्वतंत्र पत्रकार सूरतगढ़।

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