सोमवार, 23 जनवरी 2017

पूर्व पालिकाध्यक्ष बनवारी लाल ईओ राकेश मेहंदीरत्ता जेइएन तरसेम अरोड़ा पर मुकदमाः जांच शुरूः


सूरतगढ़  21 जनवरी 2017:  सामाजिक कार्यकर्ता बाबू बाबू सिंह खींची ने इन पर  2012 में नियम विरुद्ध एक प्लॉट बेचकर नगर पालिका को 5 लाख रू़ से अधिक का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था।
बाबू सिंह खिंची की शिकायत पर पहले प्राइमरी जांच हुई जिसमें प्रथम दृष्टया आरोप सही प्रतीत होने पर मुकदमा दर्ज हुआ।

राकेश मेंहदीरत्ता

तरसेम अरोड़ा

भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की हनुमानगढ़ चौकी के एडिशनल sp ने 21 जनवरी को नगर पालिका सूरतगढ़ के कार्यालय तमें परिवादी बाबू सिंह खींची,जेईएन तरसेम लाल अरोड़ा और एक कर्मचारी कालूराम के बयान दर्ज किए हैं। अन्य लोगों के बयान शीघ्र ही लिए जाएंगे।
 शिकायत में आरोप है कि प्लानिंग क्षेत्र में किसी भी कब्जे को नियमित करके पट्टा नहीं दिया जा सकता ।
आरोप है कि इन्होंने प्लानिंग क्षेत्र में भी 277 वर्ग गज का नियमन कर पट्टा बना दिया। उसकी कीमत 51,9 21 रूपये जमा करवाई।  जबकि वहां की दर के हिसाब से 5,39,042 रूपए बनते थे।यह पट्टा 9 जनवरी 2012 को जारी किया गया। उस समय उस स्थान को योजना से बाहर नहीं किया गया था। आरोप लगाया गया है कि पट्टा देने में वास्तविक स्थिति को छिपाकर नियमन किया गया। कनिष्ठ अभियंता तरसेम अरोड़ा ने मौके की रिपोर्ट गलत की। सर्वे रिपोर्ट में केवल राम पुत्र मिश्रीलाल का कब्जा 138 वर्ग गज का दर्शाया गया था लेकिन कनिष्ठ अभियंता ने नक्शा गलत दर्शाया।
विदित रहे कि बनवारी लाल मेघवाल का कार्यकाल सन 2013 में खत्म हो गया। राकेश मेहंदीरत्ता वर्तमान में हनुमानगढ़ जंक्शन में  असेसर की पोस्ट पर नियुक्त है। तरसेम लाल अरोड़ा सूरतगढ़ नगर पालिका में ही कार्यरत है।

बाबूसिंह खीची


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