* करणीदानसिंह राजपूत *
भारतीय जनता पार्टी का राजस्थान में जोरशोर से लाया हुआ राज है जिसमें पानी की कमी होनी तो नहीं चाहिए कि लोग पानी की ऊंची टंकियों पर चढें और आवाज दें। लेकिन ऐसा हो रहा है। फोटो विडिओ प्रसारित हो रहे हैं तो सच्च ही मानें कि जगह जगह ये फिल्मों की शूटिंग नहीं हो रही है।
* पानी की व्यवस्था हर जगह पहुंचे का सीएम भजनलाल शर्मा का निर्देश है लेकिन इस पर पीएचईडी के अधिकारी कर्मचारी काम क्यों नहीं कर रहे। सीएम 8-9 अप्रैल को सूरतगढ़ श्रीगंगानगर के भ्रमण पर थे। उस समय पर पानी की ऊंची टंकी पर चढने और ध्यान आकर्षित करने की घटना शुरू हुई। अब कहीं न कहीं ऐसी घटना होती रहती है और विभाग पर धरना प्रदर्शन।
* सरकार पानी ही नहीं पहुंचा पाए तो समझा जाना चाहिए कि अधिकारी कुछ गड़बड़ जरूर कर रहे हैं। गर्मियों में सरकार विरोधी वातावरण आसानी से बन जाता है। अब ये तो भाजपा वाले ही असलियत मालुम कर सकते हैं और सही घूम फिर कर जांच कर सही बात भी जनता को और सरकार को अवगत करा सकते हैं। इसके लिए टाईम चाहिए जो किसी तरह से नगर और देहात मंडलों को निकालना चाहिए। केवल अधिकारी से टेबल टाक से पार नहीं पड़ सकती।
पिछली कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताकर भाजपा ने वोट लिए। लेकिन अब डेढ साल से सरकार भाजपा की बनने के बाद कम से कम जनता को पीने का पानी तो देना ही चाहिए।
* इंदिरा गांधी नहर या अन्य नहरों के किनारे के गांव तो प्यासे नहीं मरने चाहिए। गांवों में बड़ी परेशानी यह भी है कि हर गांव में सैंकड़ों पशु भी हैं।
* एक बड़ा कारण है कि पानी लेने, साफ करने,वितरण करने वाल्व खोलने ,मीटर रीडिंग करने आदि पर हजारों पद खाली पड़े हैं। यह मानें कि यदि एक कस्बे में 30 का स्टाफ के बजाय 10-15 हो तो क्या होगी व्यवस्था।
25 मई 2025.०0०
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार, सूरतगढ़.
94143 81356
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