गुरुवार, 29 जून 2017

आनंदपाल एनकाउंटर मामले में बढ़ रही है पुलिस की अड़चनें

चूरू  29-6-2017.

आनंदपाल सिंह के एनकांउटर के बाद बढते विरोध विरोध सीबीआई जांच की मांग से पुलिस अधिकारियों की नींद हराम हो रही है। 

परिजन अपनी पांच सूत्री मांगों पर अड़े हैं। उधर पुलिस की ओर से शव लेने के लिए परिजनों में से कोई नहीं पहुंचा।


अधिवक्ता कानसिंह के नेतृत्व में चार अधिवक्ताओं ने रतनगढ़ डीएसपी नारायण दान चारण को नोटिस का जवाब दे दिया है।माहौल को देखते हुए रतनगढ़ सहित लाडनूं व सांवराद में पुलिस का जाप्ता और बढ़ा दिया गया। चूरू से लेकर सांवराद तक भारी तनाव है। राजपूत समाज के लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रही। किसी भी वक्त कहीं भी बड़ी घटना हो सकती है।

पुलिस कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जुटी हुई है।  

पांचवे दिन भी शव लेने पर सहमति नहीं बनी।

आनंदपालसिंह का एनकाउंटर 24 जून की रात रतनगढ़ के गांव मालासर स्थित एक मकान में हुआ था। 25 को रतनगढ़ अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ था। पांचवे दिन दोपहर तक परिजन शव लेने को राजी नहीं हुए। 

बीकानेर आईजी ने लिया जिले में कानून व्यवस्था का जायजा, आईजी (क्राइम) महेन्द्र चौधरी चूरू पुहंचे 

गुरुवार को शव के संस्कार को लेकर बीकानेर संभाग के आला पुलिस अधिकारी रतनगढ़ पहुंच गए। आईजी विपिन पांडेय, एसपी राहुल बारहठ ने कानून व्यवस्था का जायजा लिया। एक दर्जन से अधिक थानों के थानाधिकारी और 100 सौ अधिक पुलिस कस्बे में तैनात है। आईजी जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ चूरू पुहंचे हैं। आईजी (क्राइम) महेन्द्र चौधरी, एसओजी एएसपी करण शर्मा व संजीव भटनागर, कुचामन डीएसपी भी चूरू पुहंच हैं। 

वकील कानसिंह की ओर से दिए गए नोटिस के जवाब को लेकर आईजी, एसपी व एएसपी व डीएसपी ने मंथन शुरू कर दिया है। कानूनी अड़चनों को देखते हुए पुलिस भी शायद अदालत की शरण ले सकती है। 

आनंदपाल के शव को रतनगढ़ मोर्चरी से चूरू लाने के कयास बढ़ गए हैं। जगह-जगह पुलिस सहित अन्य लोगों में चर्चा चल रही है कि आनंदपाल का शव सुरक्षा के वास्ते गुरुवार को चूरू के भरतीया होस्पीटल में रखवाया था सकता है।

यह ब्लॉग खोजें