शनिवार, 5 अप्रैल 2025

सूरतगढ़ सुपरथर्मल पावर स्टेशन में आग कौन जिम्मेदार?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन उच्च अधिकारियों की लापरवाही अनदेखी के कारण अनेक प्रकार की अव्यवस्थाओं में फंसा हुआ है और ये लापरवाहियां दुर्घटनाओं के रूप में सामने आती रहती है,मगर फिर भी अधिकारियों की ओर से सुधार नहीं किया जाता। अधिकारियों की स्वयं की निजी सम्पत्ति हजारों की होती तो भी रक्षा सुरक्षा करते लेकिन यह अरबों रूपये की सम्पत्ति सरकारी है इसलिए अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे। 

आवासीय क्षेत्र के क्षेत्र में जी एस एस के पास झाड़ियों में 5 अप्रैल 2025 को आग लगी जिसको 2 अग्निशमन सेवा वाहनों के स्टाफ ने घंटों की मेहनत से बुझाया। इस अग्नि कांड से एक बड़ी गड़बड़ी भी उजागर हुई कि क्रिटिकल युनिट्स की दमकलें इस्तेमाल करने योग्य नहीं। वे खराब हालत होने की स्थिति में क्यों हैं? उनकी खराबी कब से है? थर्मल संचालन और रखरखाव में जो विभाग और अधिकारी कर्मचारी नियुक्त हैं,उन सहित अव्यवस्था में मुख्य अभियंता तक जिम्मेदार हैं।

* ऊर्जा मंत्री, ऊर्जा सचिव का निरीक्षण और जांच आदि काफी समय से नहीं हुआ। प्रबंधन के अध्यक्ष की भी हर घटना पर निरीक्षण और जांच की जिम्मेदारी है।

* इसके अलावा श्रीगंगानगर के जिलाकलेक्टर की भी जिम्मेदारी है। सरकारी क्षेत्र में सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन और श्रीगंगानगर शुगर मिल दो ही संयंत्र है लेकिन इनके लिए जिलाकलेक्टर के पास निरीक्षण का समय नहीं है। यहां होने वाली किसी भी घटना को जिलाकलेक्टर ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। 

*सूरतगढ़ थर्मल कॉलोनी जी. एस. एस. के साथ लगी भयंकर आग सुरक्षा माणक  की खामियां ही हैं। कॉलोनी के जी. एस.एस.के साथ भयंकर जंगल है जिसे साफ नहीं किया गया और सूखे कचरे के साथ हरे पेड़ भी चपेट में आ गए। पूरी कॉलोनी को विद्युत सप्लाई करने वाले बड़े बड़े ट्रांसफार्मर लगे है जो आग पकड़ जाते तो कितना नुकसान होता?

* राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ राजस्थान (भा. म. स.) के पूर्व प्रदेश मंत्री सरदार जसवीर सिंह निज्जर हर घटना पर और बिना घटनाओं के भी सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिलाते रहे हैं और अधिकारियों की लापरवाहियों, सुरक्षा बल की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते रहे हैं। थर्मल की सुरक्षा और वहां काम करने वाले स्टाफ,परिवार जनों की सुरक्षा को निज्जर ने सदा महत्व देते हुए लिखित में सूचनाएं दी लेकिन उच्च स्तरीय जांच कभी नहीं हो पाई। निज्जर ने आज के अग्नि कांड पर भी सवाल उठाए हैं जो तुरंत निरीक्षण और जांच करने को आगाह करते हैं।

* थर्मल में चोरियां, आवासीय क्षेत्र में चोरियां,जंगली सुअरों, कुत्तों का घूमना भी खतरनाक स्थिति बनाते हैं। आवासीय क्षेत्र चोरियां कौन करता है? बाहर से तो कोई आता नहीं। जो लोग सरकारी आवासों में या अधिकारियों के आवासों में रहते हैं उनको कौन अधिकारी रखते हैं? अनेक बार हर व्यक्ति की सही पहचान का मुद्दा भी उठता रहा है।

* अब सबसे बड़ा जांच का विषय है कि आग कैसे लगी और भविष्य में सभी प्रकार के सुरक्षा साधन और व्यवस्था है या नहीं है? इसकी समीक्षा हो और दंडनीय जिम्मेदारी तय हो नहीं तो कभी थर्मल संयंत्र को नुकसान हो सकता है।

दि.5 अप्रैल 2025.

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करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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