बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

देह शोषण जयपुर मुकद्दमें में 17 आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग प्रदर्शन:विशेष खबर-करणीदानसिंह राजपूत:











सूरतगढ़ में बिश्रोई महासभा का प्रदर्शन:उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम चेतावनी का ज्ञापन सौंपा:भंवरी प्रकरण में वृद्धा अमरीदेवी को सीबीआई की प्रताडऩा का भी विरोध:
सूरतगढ़,8 फरवरी 2012. देह शोषण के जयपुर के मामले में राजस्थान की राजनीति में भूचाल आया हुआ है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ व जयपुर में आक्रोष फैल रहा है कि वैशालीनगर थाना जयपुर में 21 नवम्बर सन 2011 को पीडिता ने प्रकरण संख्या 679 दर्ज करवाया जिसमें 17 लोगों के नाम है उनको आजतक गिरफ्तार नहीं किया गया है। बिश्रोई महासभा ने संगरिया में 27 जनवरी को प्रदर्शन किया और उसके बाद रायसिंहनगर, हनुमानगढ़ श्रीगंगानगर में एकजुटता दिखाते हुए आठ फरवरी को सूरतगढ़ में प्रदर्शन करते हुए उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया।
    भाजपा के एक कार्यकर्ता ओमप्रकाश गोदारा की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने उसका देह शोषण करवाया जिसमें उसकी ओर से दायर प्रकरण में सतरह नाम हैं जिनमें भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी हैं। एक आरोपी को तो मुख्यमंत्री के घर व कार्यालय तक आना जाना बताया जा रहा है।
    सूरतगढ़ के प्रदर्शन में अशोक गहलोत मुर्दाबाद और अशोक गहलोत तेरी कब्र खुदेगी नारे लगते हुए बिश्रोई समाज के लोग बाजारों में से होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे। उपखंड अधिकारी मदनलाल सिहाग को ज्ञापन दिए गए। माकपा नेता हेतराम बिश्रोई और संघर्ष समिति के सचिव इन्द्रजीत बिश्रोई ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देने के बाद कहा कि अशोक गहलोत सरकार के ईशारे पर एक तरफ तो भंवरी कांड में लोगों को प्रताडि़त किया जा रहा है, लेकिन दूसरी ओर सतरह आरोपियों के दर्ज मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि आंदोलन के लिए विवश होना पड़ा तो उसकी समस्त जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी।
आरोपों में घिरे पति ओमप्रकाश गोदारा ने साफ शब्दों में खंडन कर दिया था कि ना तो पत्नी के अश£ील क्लिप लिए और ना ही किसी के पास में यौन शोषण करवाया।
  निहालचंद ने 22 नवम्बर 2011 को पूछने पर बताया -आरोपी किसी सीडी के होने का प्रचारित कर रहे हैं। अगर कोई सीडी है तो मीडिया से सामने ले आए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। मैंने इस प्रकार के घटिया आरोप वाला कोई काम आज तक नहीं किया जिससे मेरी व पार्टी की छवि पर किसी प्रकार की आंच आए और कोई दाग लगे। जयपुर में बैठे कांग्रेस के एक वर्ग के नेता ये करवा रहे हैं और यह सब राजनैतिक द्वेषता से किया जा रहा है। ओमप्रकाश पार्टी का कार्यकर्ता है सो उसकी शादी में जरूर गया था लेकिन उसके बाद कभी उसके जयपुर आवास पर नहीं गया। उसके साथ कोई मोबाईल कॉल से बात भी नहीं हुई। मेरे और उनके मोबाइलों की कॉल डिटेल निकलवा कर जांच की जा सकती है।राधेराम से भी 22 नवम्बर 2011 को पूछने पर बताया - यह आरोप तो मंदिर में बकरा काटने जैसा गंभीर दोष मंढ़ा जा रहा है। आरोप झूठा है तथा कुछ लोग अपनी राजनैतिक गोटियां इधर उधर करने के लिए ये सब करने में लगे हैं, लेकिन इसकी सच्चाई जल्दी ही सामने आ जाएगी। 

राधेराम सूरतगढ़ तहसील में अमरपुराजाटान के निवासी हैं जिन्होंने जाट महासभा के कुछ नेताओं को चुनौती देते हुए करीब ढ़ाई साल पहले अलग झंडा उठा लिया था। उस अलग गठन कर लेने से चर्चित हो गए थे और पहले के कुछ  नेता अपने वर्चस्व पर चोट मानते हुए नाराज हुए। जिसमें वे लोग शामिल हैं जिन पर अभी इशारा हो रहा।   
    राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के कार्यकाल में महिलाओं पर अत्याचार के आरोपों और पुलिस मुकद्दमों की बढ़ती संख्या से सरकार की छवि प्रभावित हो रही थी कि भंवरी नर्स की सीडी प्रकरण में आए भूचाल में सरकार की किरकिरी हुई व मंत्रिमंडल में परिवर्तन करना पड़ा। कुछ मंत्रियों को हटाया गया व उससे एक जाति वर्ग के लोग मुख्यमंत्री से नाराज भी हुए। अभी वह अशांत वातावरण थमा नहीं है कि,जयपुर के इस प्रकरण का तूफान बढ़ता जा रहा है।  इस मामले में भाजपा के नेताओं पर आरोप है लेकिन भाजपा के कुछ नेताओं ने इस मामले के उठते ही जोरदार खंडन कर दिया था,तथा आरोप लगाया था कि कांग्रेस की किरकिरी के बाद यह षडय़ंत्र हो रहा है। 

हालांकि इस पूरे प्रकरण की तस्वीर साफ  नहीं हो पाई है। भाजपा के एक कार्यकर्ता ओमप्रकाश गोदारा की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने उसका देह शोषण करवाया जिसमें उसकी ओर से दायर प्रकरण में सतरह नाम हैं जिनमें भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी उछाले जा रहे हैं।
    इस प्रकरण में जो भी सच्चाई है वो जनता के सामने आनी ही चाहिए।
सबसे बड़ा सवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर है कि वे इस समय गृहमंत्री भी हैं। यह जांच आम जनता तो करवा नहीं सकती। सरकार ही करवा सकती है,तब इसको तेज गति से करवा कर दूध का दूध पानी का पानी सामने लाने में किस बात की हिचक हो रही है?
अशोक गहलोत की सरकार शुद्धता का अभियान चलाती रही है, जिसे शुद्ध के लिए युद्ध का नारा दिया गया। इस मामले में यह नारा क्यों नहीं लगाया जा रहा?
यहां पर एक और बहु चर्चित प्रकरण का उल्लेख करना उचित रहेगा। सूरतगढ़ में अनुसूचित  बाजीगर जाति की एक औरत ने कांग्रेस के नगरपालिका सूरतगढ़ के अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल पर यौन शोषण के आरोप में मामला दर्ज करवा रखा है। उक्त पीडि़ता तीन बार अशोक जी के आवास पर मिल आई। फरियाद कर आई। कांग्रेस के विधायक गंगाजल मील मामला दर्ज होने से ही बनवारीलाल को निर्दाेष बता रहे हैं।

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