सोमवार, 2 जनवरी 2023

पालिका कोष में गड़बड़ी के मामले में अध्यक्ष कालवा की भागदौड़ बेअसर.मील ने पल्ला झाड़ा.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 2 जनवरी 2023.

नगरपालिका कोष को फर्जीवाड़े में खुर्दबुर्द करने के प्रकरण में ओमप्रकाश कालवा को जोर का धक्का धीरे से लगा के तरीके से बिजली गिर सकती है।

* नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की गड़बड़ी के विरुद्ध चल रही कार्यवाही में कुछ तेजी के संकेत राजनीतिक गतिविधियां दे रही है। जिसमें 15 दिन या कुछ अधिक दिन भी लग सकते हैं। कोई बड़ा एक्शन होने की कार्यवाही हो सकती है। 


* ओमप्रकाश कालवा के विरुद्ध नगरपालिका कोष को हानि पहुंचाने का मामला तो पहले से कायम है और मामला जांच में है।

 कुछ दिनों से राजनीतिक तनाव अधिक होने से कार्यवाही को गति दिलवाई जाने के गर्म संकेत हैं।  गणतंत्र दिवस पर नगरपालिका में तिरंगा कोई पार्षद कार्यकारी अध्यक्ष फहराएगा और ढील रही तो स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा होगा की संभावना रहेगी।

ओमप्रकाश कालवा को मालुम है और इस स्थिति से बचने के लिए भागदौड़ हो रही है। मील के साथ संबंध मधुर थे तब तक कालवा ने  परवाह नहीं की और बुरे दिन आने की कल्पना भी नहीं की। अब परिस्थितियां विकट है और मील के साथ संबंध बहुत तनाव पूर्ण होने के कारण किसी अन्य  नेता की मदद भी चल रही है, लेकिन उसमें कार्यवाही रुकी नहीं है। मील से संबंध सुधरने की आशा भी नहीं है हालांकि राजनीति में कुछ भी हो सकता है। गड़बड़ यह है कि कालवा के कार्य और नीति से मील की छवि खराब हो रही थी इसलिए मील दूर खडे़ हो गये ताकि आगामी चुनाव में आंच न आए। यह तय है कि राजनीतिक हालात के कारण मील अब कालवा की कोई मदद नहीं करेंगे। नगरपालिका के कोष को खुर्दबुर्द करने के मामले में तो बिल्कुल नहीं करेंगे। यह साबित भी हो रहा है। वैसे करीब एक साल से तो कालवा ने मील की परवाह करना भी छोड़ दिया था। 


* ओमप्रकाश कालवा को बहुत पहले पार्षदों की बढती नाराजगी की भनक लगी तब अपने साथ पर्याप्त संख्या में पार्षद जोड़कर निश्चिंत हो गए कि अविश्वास तो पेश ही नहीं कर सकते। कुल 45 की संख्या में कुल 12 पार्षद पद बचाने के लिज चाहिए। अध्यक्ष उपाध्यक्ष एक है और दस और। लेकिन अब जो कार्यवाही चल रही है वह अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली बिल्कुल ही नहीं है।

अब तो नगरपालिका के कोष को हानि पहुंचाने का मामला है जिसको निपटाने के लिए कालवा द्वारा दिनरात ऐड़ी चोटी का पूरा जोर लगाए रखने के बावजूद सफलता नहीं मिल रही। 

पूर्व विधायक गंगाजल मील के बयान से तो कालवा की स्थिति पेंदे में जा लगी है। गंगाजल मील ने 14 दिसंबर 2022 की पत्रकार वार्ता में साफ साफ कहा कि नगरपालिका में कांग्रेस बहुमत का बोर्ड है और अध्यक्ष हमने बनाया है लेकिन अध्यक्ष की गलत कार्यवाहियों के जिम्मेदार हम नहीं हैं जो गलत करेगा वही जिम्मेदार होगा। कालवा की गड़बड़ी में मील साथ नहीं देंगे के बयान से कालवा को उसी दिन झटका लग गया था। पालिका कोष को खुर्दबुर्द कर हानि पहुंचाने के मामले में उस दिन से ही बचाव के लिए भागदौड़ शुरू हो गई थी। अभी तक की सूचनाओं के अनुसार मामले में पुलिस जांच में राहत की कोई उम्मीद नहीं है और कार्यवाही नतीजे की ओर बढ रही है। ०0०









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