बुधवार, 11 जनवरी 2023

पालिका में रोजाना भूचाल.वरिष्ठ सहायक केवल आहुजा का स्थानांतरण.जाने पर शंका।

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 11 जनवरी 2023.

नगरपालिका में ओमप्रकाश कालवा की अध्यक्षता काल में नित नये संकट और नित नये भूचाल आ रहे हैं और कालवा जी पर नित नयी चर्चा शुरू हो जाती है। कालवा जी के चेहरे को देखकर उनकी और नगरपालिका की खुशियों को पढा जा सकता है। 

*अतिक्रमण होने के भ्रष्टाचार, अतिक्रमण ढहाने,फिर अतिक्रमण कराने और फिर ढहाने की कार्यवाहियों में नगरपालिका चर्चा में है। एक अतिक्रमण सच्च सामने आया तो लगा कि टूटने पर  एक लाख रू जितना झटका लगा। 

अतिक्रमण ध्वस्त होने के निरंतर समाचारों ने भूमाफिया की चूलें हिला दी वहीं कई दलाल और सफेद पोश परेशान होते हुए सूखने पड़ गये। वजन कम हो गया। नगरपालिका में कुछ न कुछ होने से अध्यक्ष को भी परेशानी होती है सो अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा भी कमजोर नजर आने लगे हैं। अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही इस तरह से हो रही है कि पावरफुल माने जाने वाले पार्षद भी चैयरमेन के कक्ष में दुबके  कहानियों के बेबस पात्र से हो गये। अतिक्रमण में कहीं नाम आए तो मुकदमा और सदस्यता भी जाए। 


ऐसे हालातों में वरिष्ठ सहायक केवलकृष्ण आहुजा का पीलीबंगा पुनः स्थानांतरण होना और  कराने के पीछे राजनीति होना नया भूचाल आया है। स्थानांतरण कराने के पीछे किसकी डिजायर है यह अभी साफ नहीं हुआ है लेकिन इससे तनाव और बढ गया है। अगर केवल कृष्ण आहुजा रिलीव नहीं किये गये,यहीं टिके रहे और अदालत की शरण चले गये तो छाती पर मूंग दलने वाली कहावत सिद्ध होगी। 

* आहुजा को प्रशासनिक कारणों से वापस पीलीबंगा स्थानांतरित किया गया है तो पहले सूरतगढ़ क्यों भेजा गया? स्थानांतरण करने वाले अधिकारी भी वही। यह मजाक तो है नहीं कि किसी को नचाते रहो। 

* आहुजा की सेवानिवृत्ति में केवल सवा साल के करीब ही समय बाकी है। ऐसे में कर्मचारी को गृहक्षेत्र में भेजने का प्रयास होता है ताकि वह अपने सेवानिवृत्त के बाद की व्यवस्था पहले ही कर सके। सेवानिवृत्त होने के चौबीस महीने तक स्थानांतरण नहीं हो ताकि वह अपने पेंशन आदि के कागजात आदि तैयार करवा सके। वैसे हर विभाग के नियम हैं लेकिन नियम सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी के पक्ष में ही हैं और उच्च न्यायालय में जाने का पक्ष मजबूत करते हैं।

* आहुजा स्थानांतरण आदेश पर रिलीव नहीं किया जाएगा तब राजनीति के युद्ध में नये तरीकों का इस्तेमाल होगा। नया हथियार होगा किस किस ने रूपये लेकर अतिक्रमण कराए,अतिक्रमण पुनः कराये,मालामाल हुए और रकमें वापस भी देनी पड़ी।

* नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की राजनीति के लिए सन् 2023 तो संकटों की शुरुआत वाला है। आगे क्या होगा? ०0०






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