👌श्रीगंगानगर से झालावाड़ कोविड19 विशेष सुपरफास्ट में कोच रेत से भरे.यात्री परेशान हुए।
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 14/15 अक्टूबर 2020.
श्रीगंगानगर से झालावाड़ कोविड19 विशेष सुपरफास्ट में 14 अक्टूबर को कोचों में सफाई नहीं थी।
सूरतगढ़ से S1 में सवार होते हुए एक यात्री ने यह गंदगी देखी और फिर रेलवे स्टेशन के बाहर से कपड़ा मंगवा कर सफाई के लिए तैयार हुए।
उन्होंने बताया कि सारी सीटें से रेत से भरी हुई है।
इसके अलावा जनरल कोच d2 में सवार एक यात्री से बात हुई जो सूरतगढ़ से लालगढ़ रवाना हुआ।
उसने भी मोबाइल पर बताया कि सीटों पर रेत थी और मैं अपनी बर्थ पर साफ करके बैठा हूं। आसपास की सीटों पर भी रेत पड़ी है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि श्री गंगानगर से ट्रेन रवाना होने से पहले साफ-सफाई की जो व्यवस्था है वह क्यों नहीं हुई। ०
* सूरतगढ़ से एक और यात्री स्लीपर कोच में 14 को सवार हुए। उन्होंने भी शायिकाओं पर रेत की शिकायत की। उनको फेसबुक पर ही संदेश भेजा कि रेत और तारीख लिख कर फोटो खेंच कर भेजें। उन्होंने फोटो भेजी है वह यहां लगाई है। आधी रात के बाद तारीख बदल गई। रेत और 15 अक्टूबर लिखा फोटो है।
👌 13 अक्टूबर को कोटा से रवाना होकर 14 अक्टूबर को श्री गंगानगर पहुंचे अखबारी लाईन से संबंधित व्यक्ति ने बताया कि S7 में अपनी शायिकाओं पर से रेत साफ करनी पड़ी। उनके पास दो शायिकाएं थी। एक और परिवार का सदस्य था। उन्होंने बताया कि लग रहा था कि गाड़ी बंद हुई थी उसके बाद शुरू हुई तो कोच बिना सफाई के ही लगाए।**
** इतने लम्बे रूट पर एक भी कंडक्टर ने गौर क्यों नहीं किया। रेलवे ने एक ट्रेन में एक कंडक्टर को अलग पदनाम भी दिया है और उसको जिम्मेदारियां भी सौंपी। लेकिन किसी को कोई परवाह नहीं। इससे सभी यात्री परेशान हुए।
* ऐसी रेत से कोई यात्री बीमार हो तो परवाह नहीं।**