मंगलवार, 31 अगस्त 2021

सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुपरटेक के 950 फ्लैट वाले 40 मंजिला 2 टॉवरों को गिराने का आदेश:

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों की मिलीभगत से बिल्डरों/ कोलोनाइजरों द्वारा नियम विरुद्ध बनाए गए निर्माणों के मामलों में और आरक्षित क्षेत्र में नियम विरुद्ध निर्माणों के मामलों में बहुत सख्त है। अनेक फैसले अवैध निर्माणों को तोड़ने के होने के बाद निर्माणों को तय समय सीमा में तोड़ना पड़ा है।

एकदम ताजा मामला सुपरटेक का है। प्रोजेक्ट के 950 फ्लैट वाले 2 टॉवरों को गिराने का आदेश मंगलवार 31 अगस्त को दिया गया है।फ्लैट खरीदारों का क्या होगा का भी फैसले में वर्णन है।


सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के नोएडा एक्सप्रेस वे स्थित एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट के टॉवर-16 और 17 को अवैध ठहराया है. कोर्ट ने इन दोनों 40 मंजिला टॉवरों को 3 महीने में गिराने का आदेश दिया है।


सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के नोएडा एक्सप्रेस वे स्थित एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट के टॉवर-16 और 17 को अवैध ठहराया है. कोर्ट ने इन दोनों 40 मंजिला टॉवरों को 3 महीने में गिराने का आदेश दिया है.


सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा अथॉरिटी को कहा कि बिल्डर और अथॉरिटी मिलकर गैर कानूनी काम कर रहे हैं. बिल्डर अपने पैसे के बल पर हर तरह का उलंघन कर रहे हैं. नोएडा में गैर कानूनी अतिक्रमण और कंस्ट्रक्शन की बड़ी वजह बिल्डर और अथॉरिटी के ऑफिसर का गठजोड़ है।


शीर्ष अदालत ने कंपनी को फ्लैट खरीदारों को ब्याज के साथ पैसे वापस करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा है कि फ्लैट मालिकों को दो महीने में पैसा ब्याज सहित पैसा वापस करना होगा. 12 परसेंट सालाना का ब्याज देना होगा।


* कोर्ट ने दोनों टॉवर को ठहराया अवैध*

सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के नोएडा एक्सप्रेस वे स्थित एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट के टॉवर-16 और 17 को अवैध ठहराया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि Emarald Court सोसाइटी में दो टॉवर नियमों का उल्लंघन करके बनाए गए हैं. इन टॉवर में 950 फ्लैट हैं. एक टॉवर 42 मंजिल का है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब नक्शा पास हुआ था तब ये दोनों टॉवर अप्रूव नहीं हुए थे. बाद में नियमों का उल्लंघन करके ये टॉवर बनाए गए थे।


* 2 करोड़ रुपये हर्जाना भी देना होगा *


इसके साथ ही सुपरटेक सोसाइटी  आरडब्लूओ को दो करोड़ रुपये का हर्जाना देगा. इन दोनों टॉवरों को सुपरटेक अपने पैसे से गिराएगा. कोर्ट ने इन्हें 3 महीने में गिराने के आदेश दिए हैं.

* अन्य भवनों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए*


फैसले में कहा गया है कि टॉवर्स को तोड़ते वक्त अन्य भवनों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. 


* सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह ने इस मामले की सुनवाई की।०0०





रविवार, 29 अगस्त 2021

भगवान राम की जन्मस्थली रेल से पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद- रेल से आवागमन प्रशंसनीय

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

रेलमंत्री ने रेलसेवा चुनने के लिये आभार जताया

अयोध्या स्टेशन के चहुँमुखी विकास पर 80 करोड़ रूपये खर्च किये जा रहे हैं



भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद रविवार सुबह एक विशेष रेलगाड़ी से भगवान राम की जन्मस्थली पवित्र अयोध्या पहुंचे। राष्ट्रपति द्वारा रेल सेवा को प्राथमिकता देना बड़ी बात है जिसकी मुक्त कंठ प्रशंसा की जाना स्वाभाविक है।

राष्ट्रपति को ले जाने वाली इस रेलगाड़ी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक चारबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 09.39 बजे अपनी यात्रा शुरू की और पूर्वाह्न 11.27 बजे अयोध्या स्टेशन पहुंची। चारबाग रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, लखनऊ के मेयर, सांसद और विधायक, अध्यक्ष और सीईओ रेलवे बोर्ड सुनीत शर्मा, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ एस. के. सपरा तथा राज्य प्रशासन और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 राष्ट्रपति का अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया। 

 राष्ट्रपति इसी रेलगाड़ी से शाम 6.00 बजे वापस लखनऊ लौट आए। इससे पहले राष्ट्रपति ने पिछले महीने जून में दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से अपने गृहनगर कानपुर देहात तक रेल से यात्रा की थी। 

भारत के प्रथम नागरिक के लिए इन दोनों रेल दौरों की मेजबानी करना भारतीय रेलवे के लिए सम्मान और गौरव की बात है। 

राष्ट्रपति के पिछले दौरे की तरह ही इस बार भी उनके अयोध्या जाने के लिए एक विशेष राष्ट्रपति रेलगाड़ी को तैयार किया गया। आजादी के बाद से राष्ट्रपति द्वारा रेलयात्रा के लिए उपयोग में लाये जाने वाले सैलून कोच को कुछ समय पूर्व स्वयं राष्ट्रपति महोदय के कहने पर सेवा से विमुक्त कर दिया गया था क्योंकि इसके रख-रखाव पर काफी धन और संसाधन खर्च हो रहे थे। इन दिनों जबकि भगवान राम के पवित्र और प्राचीन शहर अयोध्या को फिर से जीवंत किया जा रहा है, ऐसे में उत्तर रेलवे बेहतर यात्री और माल सेवा अनुभव के लिए शहर और उसके आस.पास में सुविधाओं का विस्तार कर रहा है। रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है और रेल उपयोगकर्ताओं के लिए 80 करोड़ रुपये की लागत से अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इनमें एक नया स्टेशन भवन, फुटओवर ब्रिज, एस्केलेटर और लिफ्ट, जनसुविधाएं और विश्राम कक्ष इत्यादि का कार्य शामिल है। सालारपुर में एक नया माल ढ़ुलाई टर्मिनल तैयार किया जा रहा है। भिलारघाट में कोल साइडिंग का विकासए बाराबंकी-अकबरपुर रेल सेक्शन का विद्युतीकरण और बाराबंकी-अयोध्या-जफराबाद के बीच दोहरीकरण का कार्य समाप्ति के विभिन्न चरणों में है।

 दिल्ली में रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने माननीय राष्ट्रपति को उनकी अयोध्या यात्रा के लिए रेल सेवा का चुनाव करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि रेलवे यात्रा, पर्यटन और तीर्थ यात्रा को प्रोत्साहन देने के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्टेशनों के विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। 

(श्रीगंगानगर, 29 अगस्त 2021.)

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सूरतगढ़ में बिजली लाईनों के नीचे लगाए पेड़ों से शुरू होने वाली है परेशानियां

 ० बिजली लाईनों के नीचे लगे पेड़ तारों तक पहुंचे। आने वाली परेशानियों से निपटने की तैयारी अभी शीघ्र ही शुरू करनी होगी। ०



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ उपखंड कार्यालय के आसपास बिजली तारों के नीचे पौधारोपण हुआ और वे पौधे अब पेड़ बन कर इतने ऊंचे हो गए हैं कि कुछ समय बाद बिजली तारों को छूते हुए ऊपर तक निकल जाएंगे। इन पेड़ों की संख्या करीब 50 से अधिक है।

बिजली की लाइनें दूसरी जगह स्थानांतरित करने की आवश्यकता होगी और यह मांग भी जरूर उठेगी। वहां अन्यत्र स्थानांतरित करने की जगह होगी या नहीं होगी। यह अवलोकन अभी किया जा सकता है।

 पर्यावरण प्रेमी सामाजिक संस्थाएं सरकारी अधिकारी पौधरोपण/वृक्षारोपण करने से पहले स्थान तय करते वक्त यह ध्यान रखें कि बिजली तारों की लाइन के नीचे पौधारोपण / वृक्षारोपण नहीं हो। 








* पेड़ कितनी ऊंचाई लेगा और उसका घेरा कितना होगा यह पेड़ की किस्म से पहले तय किया जाना चाहिए।सड़क के किनारे भी पेड़ लगाते वक्त यह ध्यान रखना चाहिए कि कुछ साल के बाद पेड़ सड़क तक पहुंच कर आवागमन में बाधा न बने। भवनों की नींव से सटकर भी पौधारोपण नहीं होना चाहिए।


पर्यावरण प्रेमी और सामाजिक संस्थाएं पौधारोपण कर वृक्ष लगाने में लगी हैं जो समाज सेवा और प्रकृति पूजा का बहुत बड़ा कार्य है।०0०






रविवार, 15 अगस्त 2021

सूरतगढ़- गढ की प्राचीर पर फहराया तिरंगा- गढ बचाने का अभियान जारी.





* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 15 अगस्त 2021.

जांबाजो ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर यहां गढ की बची हुई विरासत पर राष्ट्रीय धवज फहराया। प्रसिद्ध धावक महेंद्र नागर बद्रीप्रसाद बिनाणी, आदि ने कार्यक्रम में भाग लिया।

धरोहर संरक्षण समिति ने गढ की सुरक्षा और बचाव अभियान के तहत स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की शुरुआत की थी। उसी की देखरेख में कुछ साल यह चला। उसके बाद शहर के जांबाजो ने इसे आगे बढाया। अब बचे हुए गढ को बचाने के लिए कभी कभी आवाज उठती रहती है। सूरतगढ़ का नाम रखने के लिए गढ होना ही चाहिए।

सरकार तो नजूल संपत्ति में घोषित करके गढ का काफी हिस्सा नीलाम कर बेच चुकी है। जन विरोध के कारण ही करीब आधा हिस्सा बच पाया।

नगरपालिका के कुछ अध्यक्षों ने मरम्मत कराने बाग विकसित कराने की घोषणाएं की मगर बाद में किसी ने कुछ भी नहीं किया और जनता व संस्थाओं ने भी दबाव नहीं डाला। नगरपालिका आज भी इसे मरम्मत करवा कर क्षेत्र को विकसित कर सकती है।

पूर्व में राष्ट्रीय पर्वों पर अनेक बार धरोहर संरक्षण समिति के पूर्व अध्यक्ष हरिमोहन सारस्वत 'रूंख', नाटककार स्व.बाबूलाल शर्मा बिन्नाणी, पत्रकार करणीदानसिंह राजपूत, इंजीनियर रमेश चन्द्र माथुर आदि यहां राष्ट्रीय ध्वज फहरा चुके हैं।०0०

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भारतीय सेना की वीरता पर लालगढ़ जाटान छावनी में आयोजित छात्र वार्ता

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 14 अगस्त 2021.

भारतीय सेना को अन्य सेनाओं में बेहतीन लडाकू बल के रूप में जाना जाता है। 

क्षेत्रीय अखण्डता, राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना और राष्ट्रीय एकता को बनाये रखना,वर्षो से भारतीय सेना का प्राथमिक कर्तव्य रहा है। 


स्वतंत्रता के बाद से हमारी सेना शान्ति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों के खिलाफ लड़ रही है। जिसकी वीरता की गाथा निरन्तर प्रगतिशील है।राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ पारम्परिक अभियान घुसपैठ/काउन्टर आतंकवादी या मानवीय कार्यवाही और आपदा राहत जैसी परिस्थितियों में भरतीय सेना और दृढता के साथ संलग्न है।


स्वतंत्रता दिवस के 75 वें वर्ष के उपलक्ष में गाडीव डिव के तीव्र तीसरी ब्रिगेड ने 13 अगस्त 2021 को लालगढ जाटान सैन्य छावनी में 11 वीं और 12 वीं की कक्षा के स्कुली बच्चों के लिए भारतीय सेना में वीरता पर एक वार्ता आयोजित की।

देश के भावी योद्धाओं के मन में राष्ट्रवाद की भावना पैदा करने के लिए सेना स्वतंत्रता के बाद से विभिन्न युद्धो में वीरता पर जानकारी देने लघु कक्षाओं के स्कुली बच्चों तक पहुंची। 


इस अवसर पर एक युवा अधिकारी द्वारा भाषण दिया गया जो स्कुली बच्चों के मस्तिक में राष्ट्र भक्ति की भावना तथा राष्ट्रीय एकता को बनाये रखने पर केन्द्रीत था।

आर्मी पब्लिक स्कूल और केन्द्रीय विद्यालय लालगढ जाटान के कुल 104 छात्रों व शिक्षकों ने इस वार्ता में भाग लिया और 350 छात्रों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से बात प्रसारित की गई। ०0०

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शनिवार, 14 अगस्त 2021

सूरतगढ़ सिटी पुलिस स्टेशन के थाना अधिकारी सीआई राम कुमार लेघा का स्थानांतरण

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ सिटी पुलिस स्टेशन के थाना अधिकारी सीआई राम कुमार लेघा का स्थानांतरण राजस्थान पुलिस अकादमी में किया गया। रामकुमार लेघा ने यहां 21 फरवरी 2020 को थाना अधिकारी का कार्यभार ग्रहण किया था।

अपराधों की रोकथाम अपराधों का शीघ्रता से पकड़ना और तीव्र अनुसंधान, कोरोना गंभीर संकट काल में शाम की शानदार पैदल गश्त
करने में रामकुमार लेघा  का कोई मुकाबला नहीं रहा। रात्रि ब्लाइंड मर्डर खोलने में और अवैध नशे पर रोकथाम में आगे रहे। नशीली मेडिसिन के अवैध कारोबारियों को भी पकड़ा।

* कोरोना काल में शाम के समय जब कर्फ्यू लगने का समय होता तब राम कुमार लेघा फोर्स के अन्य साथियों होमगार्ड आदि के साथ जो गस्त करते वह देखने वाली होती थी। लोग बहुत तेज गति से पैदल गस्त को देखते और सराहना करते। 
* सामाजिक गतिविधियों में भी रामकुमार लेघा ने अपना व्यक्तिगत और पुलिस का दायित्व महत्त्वपूर्ण रूप से निभाया। एक श्रेष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की।०0०
14 अगस्त 2021.
करणीदानसिंह राजपूत।.
पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़.94143 81356.
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शुक्रवार, 13 अगस्त 2021

सूरतगढ़ नगर पालिका की संपत्ति- पचासों जगह है संपत्ति.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

एज्युकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध हो रहे सूरतगढ़ में जहां जनप्रतिनिधियों विधायक, पूर्व विधायकगण बड़े धन्ना सेठों की कोठियां, शानदार कालोनियां, करोड़ों के शापिंग काम्प्लेक्स,करोड़ों के शौ रूम हैं पालिकाध्यक्ष, पार्षदों के भव्य आवास हैं, वहीं पचासों जगह नगरपालिका की बेशकीमती संपत्ति भी है जहां पालिका के बोर्ड लगे हैं।

सूरतगढ़ नगरपालिका बोर्ड में वर्तमान में 45 वार्ड पार्षद हैं जिनमें एक अध्यक्ष और एक उपाध्यक्ष हैं। ओमप्रकाश कालवा अध्यक्ष और सलीम कुरैशी उपाध्यक्ष हैं। यह कांग्रेस का बोर्ड है।

नगरपालिका की यह संपत्ति मामूली नहीं है। इतना मोह है कि इसे शहर में संग्रह करके ही रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चलाते रहे स्वच्छता अभियान। जिला प्रशासन देता रहे स्वच्छता के निर्देश।

सूरतगढ़ का श्रंगार है तो नगरपालिका नष्ट तो कर नहीं सकती,सहेज कर रखना अध्यक्ष का कर्तव्य है। श्रंगार है तो फिर शर्म किस बात की!

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सरकारी आवास सेवारत वास्ते:सेवानिवृत्त के लिए नहीं- सुप्रीम कोर्ट

 

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* विशेष समाचार *

7th Pay Commission: सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकारी आवास सेवारत अधिकारियों के लिए है न कि ‘‘परोपकार’’और उदारता के रूप में रिटायर लोगों के लिए नहीं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकारी आवास सेवारत अधिकारियों के लिए है न कि ‘‘परोपकार’’और उदारता के रूप में रिटायर लोगों के लिए। शीर्ष अदालत ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के उस आदेश को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की जिसमें एक रिटायर लोक सेवक को इस तरह के परिसर को बनाये रखने की अनुमति दी गई थी।

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राइट टू शेल्टर का मतलब सरकारी आवास का अधिकार नहीं है। अदालत ने कहा कि एक रिटायर लोक सेवक को अनिश्चितकाल के लिए ऐसे परिसर को बनाए रखने की अनुमति देने का निर्देश बिना किसी नीति के राज्य की उदारता का वितरण है। 

केंद्र की अपील को मंजूर करते हुए, जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस एएस बोपन्ना की बेंच ने हाई कोर्ट का आदेश रद्द कर दिया और एक कश्मीरी प्रवासी रिटायर खुफिया ब्यूरो अधिकारी को 31 अक्टूबर, 2021 को या उससे पहले परिसर का खाली भौतिक कब्जा सौंपने का निर्देश दिया।


बेंच ने केंद्र को 15 नवंबर, 2021 तक हाई कोर्ट के आदेशों के आधार पर उन रिटायर सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया, जो रिटायर होने के बाद सरकारी आवास में हैं।

अधिकारी को फरीदाबाद स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां उन्हें एक सरकारी आवास आवंटित किया गया था। अधिकारी ने 31 अक्टूबर, 2006 को रिटायर हुए थे। बेंच ने पिछले सप्ताह पारित अपने फैसले में कहा, ‘‘आश्रय के अधिकार का मतलब सरकारी आवास का अधिकार नहीं है। सरकारी आवास सेवारत अधिकारियों के लिए है, न कि ‘‘परोपकार’’और उदारता के रूप में रिटायर लोगों के लिए।’’

शीर्ष अदालतने हाई कोर्ट के खंडपीठ के जुलाई 2011 के उस आदेश के खिलाफ अपील पर यह फैसला सुनाया जिसने अपने एकल न्यायाधीश के आदेश के खिलाफ एक याचिका खारिज कर दी थी।

( मीडिया साभार 12अगस्त 2021.)

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गुरुवार, 12 अगस्त 2021

महेंद्र सिंह भादू के बसपा ग्रहण कर सूरतगढ इलाके के दौरों से राजनीति में तूफान






करणी दान सिंह राजपूत


 सूरतगढ़ 12 अगस्त 2021.


भादू परिवार के दिग्गज महेंद्र सिंह भादू के बहुजन समाज पार्टी ग्रहण करने के बाद सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में गांव गांव में दौरों  से राजनैतिक तूफान मचा है।

 महेंद्र सिंह भादू ने 2 अगस्त को बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी।

राजस्थान बसपा प्रभारी सीताराम ने महेंद्र सिंह भादू को बसपा की सदस्यता ग्रहण करवाई।


महेंद्र सिंह भादू सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बसपा के कर्मठ लोगों के साथ निरंतर भेंट व संपर्क में लगे हुए हैं और प्रतिदिन पांच सात  गांवों में संपर्क कर रहे हैं।

उनका महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं से 18 अगस्त को सूरतगढ़ में भेंट और बातचीत का कार्यक्रम है।

महेंद्र सिंह भादू श्रीगंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। महेंद्र सिंह भादू

राजनैतिक नाम भारी है और बसपा के लीडर के रूप में इलाके की राजनीति में बहुत बड़ा दबाव बनाने वाला है इसलिए अन्य राजनीतिक दलों में हलचल मची है कि आगे क्या हो सकता है।

राजनैतिक प्रभाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों में ही टूट-फूट संभावित है।


 सूरतगढ़ की राजनीति में पिछले कुछ समय से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों में राजनैतिक जोश खरोश नहीं है और केवल यदा-कदा 2- 4 घंटे का प्रदर्शन करके ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।


कांग्रेसमें पूर्व विधायक गंगाजल मील और उनके भतीजे हनुमान  सर्वे सर्वा हैं।

हनुमान मील पिछले चुनाव 2018 में पराजित हो चुके हैं और गंगाजल मील 2013 के चुनाव में पराजित हो चुके हैं।

गंगाजल मील 2003 में पीलीबंगा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वहां रामप्रताप कासनिया निर्दलीय ने हराया।

2008 में पीलीबंगा में सीट अनुसूचित जाति आरक्षित होने के बाद सभी नेता सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में आ गये।

सूरतगढ़ में 2008 में गंगाजल मील कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ कर  विधायक चुने गए।


उन्होंने रामप्रताप कासनिया भाजपा को हराया उस समय भादू परिवार के राजेंद्र सिंह भादू निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और हारे।

बाद में राजेंद्र सिंह भादू ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।

 2013 से दो हजार अट्ठारह तक राजेंद्र सिंह भादू सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे।


भारतीय जनता पार्टी की ओर से टिकट के लिए राजेंद्र सिंह भादू निरंतर तैयारी में लगे हुए हैं और 2023 के चुनाव में टिकट के दावेदार भी हैं। भारतीय जनता पार्टी में राजेंद्र सिंह भादू के अलावा अशोक नागपाल भी दावेदार हैं टिकट किसको मिलता है यह अलग बात है।

 डूंगर राम गेदर बसपा की टिकट पर 2013 में विधानसभा चुनाव में दूसरे क्रम पर रहे थे।

 दो हजार अट्ठारह के चुनाव में रामप्रताप कासनिया ने चुनाव जीता दूसरे क्रम पर हनुमान मिल रहे और बसपा नेता कहे जाने वाले डूंगरराम गेदर तीसरे क्रम पर धकेल दिए गए।


 इसका कारण भी यह रहा कि डूंगरराम गेदर अच्छे खासे वोट मिलने के बाद कुछ निष्क्रिय से हुए जिसके कारण 2018 के चुनाव में उन्हें भरपूर वोट नहीं मिल पाए।

 डूंगरराम गेदर तीसरे क्रम पर रहने के बाद राजनीतिक आकांक्षा के घेरे में आए और लोगों ने यह सुझाव दिया कि कांग्रेस पार्टी में आप का महत्व बन सकता है। उन्होंने बसपा को छोड़ कर कांग्रेस जोइन कर ली।

कांग्रेस ने चुनाव में तो उनका विभिन्न स्थानों पर प्रचार के लिए उपयोग किया लेकिन उनके पास कोई अधिकार नहीं है।

 सूरतगढ़ में डूंगरराम गेदर की अपनी अलग कार्यालय व्यवस्था है। उनकी शक्ति और अस्तित्व बसपा में था वह कांग्रेसमें दिखाई नहीं पड़ रहा है।

भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों के नेता और कार्यकर्ता कागजी धरना प्रदर्शन के अलावा कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

 ऐसे में महेंद्र भादू का बसपा ज्वाइन करना और आगे सूरतगढ़ की राजनीति में प्रवेश करना बहुत बड़ी राजनीतिक हलचल मचाने वाली बात है।

महेंद्र भादू के बसपा ज्वाइन करने से अन्य राजनीतिक दलों के कुछ लोग भी बसपा में प्रवेश कर सकते हैं।

आगे की स्थिति क्या कुछ रोचक रहती है यह समय बताएगा।

महेंद्र भादू से वार्ता में उन्होंने बताया कि गांवों में संपर्क शुरू कर दिया है। विधानसभा चुनाव में अभी दो साल है लेकिन पूछने पर बताया कि बसपा सूरतगढ से चुनाव लड़ाएगी तो निश्चित रूप से लड़ेंगे। यह एक पूरी तैयारी से कार्य हो रहा है। महेन्द्र भादू के सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही निश्चित रूप से सक्रिय होंगी।

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रविवार, 8 अगस्त 2021

महावीर इन्टरनेशनल अपेक्स जयपुर का सूरतगढ़ में शहीदों को समर्पित रक्तदान शिविर: सचित्र रिपोर्ट.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 8 अगस्त 2021.

महावीर इन्टरनेशनल अपेक्स कार्यालय जयपुर द्वारा अपने 47वें स्थापना दिवस के अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों में 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में मनाये जा रहे *शहीदों को समर्पित रक्तदान सप्ताह* के अन्तर्गत महावीर इन्टरनेशनल, सूरतगढ़ व वीरा केन्द्र सूरतगढ़ द्वारा आज दिनांक 08 अगस्त 2021, रविवार को चौपड़ा धर्मशाला, सूरतगढ़ में स्वेच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया। 

परियोजना निदेशक वीर रमेश कुमार शर्मा व वीर कालू राम बिश्नोई के अनुसार शिविर में सूरतगढ़ केंद्र की ओर से तपोवन ब्लड बैंक श्रीगंगानगर की मोबाइल टीम ने 60 यूनिट व वीरा केंद्र की ओर से मैत्री ब्लड बैंक सूरतगढ़ की मोबाइल टीम ने 65 यूनिट रक्त संग्रह किया। इस प्रकार सूरतगढ़ के दोनों केन्द्रो के प्रयासों से  कुल 125 यूनिट रक्तदान हुआ।




 केंद्र अध्यक्ष वीर दिलीप मिश्रा के अनुसार सीआरपीएफ के उप कमांडेंट श्री कमल सिंह मीणा ने रिबन काट कर शिविर का उद्घाटन किया और शहीदों को समर्पित इस शिविर के लिए संस्था की भूरी भूरी प्रशंसा की।



 वीरा केंद्र की परियोजना निदेशक वीरा नीतू बैद के अनुसार रक्तदान में महिलाओं व वृक्ष मित्र समिति के सदस्यों ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग दिया।


 इस अवसर पर  वृक्षमित्र विकास मदान ने समिति द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करने के लिए समिति द्वारा निकट भविष्य में कपड़े के थैले वितरित किए जाने की योजना से अवगत कराया। इस हेतु उन्होंने सभी शहर वासियों से सहयोग की अपील की। 


वीरा केंद्र की अध्यक्ष वीरा अंजना सिंह ने बताया कि सभी रक्त दाताओं को प्रोत्साहन स्वरूप प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। 


शिविर में अनेक महिलाओं सहित कई सदस्यों ने सपरिवार भी रक्तदान किया।




सचिव वीर राजेश वर्मा के अनुसार शिविर में दोनों संस्थाओं के सदस्यों के अतिरिक्त रोवर श्रवण कुमार, विक्रम कुमार, रोहित, सुखप्रीत, अरविंद, लालचंद, निहालचंद व सूरतगढ़ ओपन रेंजर की 25 वीं टीम की रेंजर निशा, मनीषा, ममता एवं समाजसेवी इंजीनियर रमेश माथुर, सरदार तारा सिंह, संजय खेमका, विनोद देवी नवलखा का विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग रहा। 


डॉक्टर टी एल अरोड़ा के नेतृत्व में सुनील योगी, बृजेंद्र बिश्नोई, अश्वनी, रमनदीप, गुनगुन, विनोद बांगड़वा, राजाराम, कान्ता ने रक्त संग्रहण किया।०0०

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