गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

👌 अपन तो नेता हैं! वाह! तेरी बेशर्मी! शब्द - करणीदानसिंह राजपूत.

 


अपन तो नेता हैं।

किसी को कोरोना होता है।

कोई मरता है।

किसी को सुविधा नहीं है।

ऑक्सीजन नहीं है।

बेड नहीं है तो अपन का क्या?

अपन तो मजे से है।

टाइमपास के लिए फेसबुक पर जयंतिया,जन्मदिन विवाह वर्षगांठ पर बधाई और  पुण्यतिथि पर संदेश लगाकर फ्री।

बस! ये इत्ते सारे काम। अपन जनता को समर्पित। 

ब्याह शादी में बुलावे पर जाने का धर्म है और अपन निभाते भी हैं। 

* सरकार ने भी कह रखा है।

बिना काम के घर से बाहर नहीं निकले।

अपन ने सरकार की बात ही मान रखी है।

घर में बंद हैं।

* चुनाव में निकलेंगे बाहर।टिकट मांगने।अभी चुनावों में टाइम काफी पड़ा है।

* 22 अप्रैल 2021.

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करणीदानसिंह राजपूत

स्वतंत्र पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़  (राजस्थान)


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