मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

आपके दर्शन रोजाना होते रहें.काव्य शब्द- करणीदानसिंह राजपूत

पूरी दुनिया चाहती रहे,

तुम्हें।

यह कामना है.

कुछ बोल भी दिया करो,

प्यार से,

हम से क्या गुस्सा है?

हम तो पुजारी हैं

और दर्शन को खड़े रहते हैं.

मौन हो सर्दी में तो

ईशारा ही कर दिया करो.

मैं चाहता हूं तुम्हें।

बात मानलो कि

पूरी दुनिया चाहती है तुम्हें।

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शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

पूर्व विधायक अशोक नागपाल का भाजपा राष्ट्रीय परिषद में चयन- श्रीगंगाानगगर (राजस्थान) से चयन.

* करणीदानसिंह राजपूत *

भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव में राजस्थान से 25 नेताओं का चुनाव किया गया है जिसमें श्रीगंगाानगगर सेे पूूर्व जिलाध्यक्ष,पूर्व विधायक सूरतगढ़ श्री अशोक नागपाल का चयन किया गया है। सूरतगढ़ से भाजपा राष्ट्रीय परिषद में चयन होने वाले अशोक नागपाल पहले नेता हैं।

नागपाल 2003  से 2008  तक सूरतगढ़ से विधायक रहे। इसके बाद श्री गंगाानगगर से भाजपा के जिलाध्यक्ष भी रहे। अभी सूरतगढ़ में निवासी हैं।

नागपाल के चयन की यह घोषणा 27 दिसंबर 2019 को राजस्थान के निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र गहलोत और सह निर्वाचन अधिकारी कैलाश मेघवाल ने की है।

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गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

माटी की महक तारावती भादू स्वर्ग को रवाना

^^ करणी दान सिंह राजपूत  ^^


सूरतगढ़ क्षेत्र में डॉक्टर विजय प्रकाश भादू की माता के रूप में जानी जाने वाली शिक्षाविद नारी उत्थान में जीवन लगाने वाली तारावती भादू लगभग 81 वर्ष की उम्र में 25-26 दिसंबर की रात्रि में स्वर्ग को रवाना हो गई।ःउन्होंने अपने 75 वर्ष की उम्र में आयोजित अमृत महोत्सव के समय कहा था "जीवन मृत्यु को नहीं टालेगा, इसलिए हम भी जीवन को न टालें"उनका अंतिम संस्कार 26  दिसंबर 2019 अपरान्ह चार बजे के करीब मुख्य कल्याण भूमि में किया गया। पुत्र गण,परिजन,कुटंबी सहित गणमान्य अंतिम संस्कार के समय उपस्थित थे।

 

उन्होंने समाज को बदलने के लिए नारी शिक्षा व नारी उत्थान और वृद्धावस्था के लोगों के लिए प्रोढ शिक्षा क्षेत्र में शिक्षक जीवन में इतने कार्य किए हैं कि उन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। शेखावाटी क्षेत्र में उनकी सेवा कदम कदम पर है।


तारावती का जन्म स्वतंत्रता सेनानी हनुमान सिंह जी बुडानिया के घर दुधवाखारा जिला चूरू में 10 मई 1938 को हुआ। पिता पुलिस में मुंशी थे और स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने के लिए उन्होंने 1942 में सरकारी नौकरी छोड़ दी। दुधवाखारा स्वतंत्रता सेनानियों के लिए बहुत बड़ा अत्याचारी केंद्र रहा है। तारावती के दो भाईयों में एक रणवीर सिंह एडवोकेट और दूसरे सेना में कर्नल सुरेंद्र सिंह।


तारावती ने कक्षा 10 उत्तीर्ण जैसे-तैसे करने के बाद स्वामी केशवानंद के शिक्षण संस्थान में 1954 में नौकरी शुरू की थी। 

वहीं पर बडोपल निवासी हजारी लाल जी भादू स्वामी केशवानंद के यहां निशुल्क लाइब्रेरियन का कार्य करते और स्वामी जी के एक प्रकार से सचिव थे।

हजारी लाल जी भादू के साथ उसी काल में तारावती का विवाह हुआ और उसके बाद में सरकारी नौकरी लगने के बाद उन्होंने अपने जीवन को समाज सेवा में डाल दिया।  

उस काल में शिक्षा ही नहीं होती थी तब नारी शिक्षा के लिए उद्घोष करना बहुत बड़ी बात थी।

 तारावती ने नारी शिक्षा प्रोढ शिक्षा का बीड़ा उठाया और अपना जीवन उसमें लगाया।विभिन्न पदों पर कार्य करती हुई जिला शिक्षा अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुई। 

नेशनल वार विडोज एसोसिएशन नई दिल्ली के सहयोग से 10 वर्ष तक 'शार्ट स्टे होम'का संचालन किया जिसमें विधवाओं, परित्यक्ताओं,संकट ग्रस्त नारियों को सहायता सहयोग मिला।

तारावती भादू स्वामी केशवानंद ट्रस्ट मंडल संगरिया की मानद सदस्य और केशव विद्यापीठ शिक्षण समिति पीलीबंगा की अध्यक्ष रही।

पारिवारिक स्थिति के रूप में हजारीलाल जी ने कभी भी उनके कार्य में दखल नहीं दिया बल्कि समाज सेवा में जो भी कार्य कर रही थी उसके अंदर सहयोगी बने रहे।

 

तारावती भादू का बचपन पिता के स्वतंत्रता आंदोलन में। भाग लेने के कारण  बड़ा कष्ट पूर्ण रहा लेकिन उन्होंने अपने वैवाहिक काल के बाद जीवन को बहुत अच्छे ढंग से संचालित किया।

 उनके 4 पुत्र हुए जिनमें श्री जयप्रकाश इंजीनियर थे जिनका देहांत हो गया।।

विजय प्रकाश भादू हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में सूरतगढ़ इलाके में जाने-माने हैं।

संजय प्रकाश वन विभाग में  डीएफओ पद के अधिकारी।  जयप्रकाश भारतीय प्रशासनिक सेवा में है और अभी वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति के सचिवालय में नियुक्त हैं।

 

तारावती भादू को अपने जीवन काल में अनेक पुरस्कार मिले थे।

तारावती भादू की आयु के 75 वर्ष पूर्ण होने पर साहित्य संसद फतेहपुर की ओर से अमृत महोत्सव मनाया गया।

उस समय राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकार शिशुपाल सिंह नारसरा ने एक पुस्तक *माटी की महक* का प्रकाशन किया जिसमें  तारावती भादू के जीवन का संपूर्ण वर्णन है। उनके बारे में अनेक शिक्षाविदों ने अधिकारियों ने लेखकों ने बहुत कुछ लिखा। यह पुस्तक अपने आप में उनके जीवन को संपूर्ण रूप से दर्शाती है। अनेक पुरस्कारों से सुसज्जित हुई। 

मेरा यह मानना है कि हमारे इलाके में नारी शिक्षा,नारी को स्वावलंबी बनाने में,प्रौढ़ शिक्षा की जागृति फैलाने में बहुत कार्य किया।  मुझे इतना अच्छा कार्य और किसी का ध्यान में नहीं आ रहा है।

सूरतगढ़ में वह शिक्षाविद के रूप में अनेक कार्यक्रमों में भाग लेती रही। आज उनके संसार से गमन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन करता हूं कि उनका कार्य नारी समाज में सदा जागरूकता पैदा करता रहेगा।

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

सूरतगढ।

94143 81356.

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बुधवार, 25 दिसंबर 2019

धूप में खिली सुंदरता..कहानी- करणीदानसिंह राजपूत


तेज चटख धूप में केश सुखा रही मौनटी का चेहरा लाल सुर्ख होकर बेहद सुंदर बन रहा था। 

उसके कपोल सेब की तरह लाल हो रहे थे। कपोल और ओष्ठ की सुंदरता से वह इन्द्र के राज्य स्वर्ग से उतरी परी लग रही थी।

मैं देख रहा था मगर उसका ध्यान कहीं और खोया था। वह अपने केशों को उलट पलट करती रही। 

कुछ दिनों के भयानक सर्द और धुंध के बाद सूरज निकला था। मौनटी ने मौसम को इतना पलटा देख कर केश धोऐ और सुखाने को छत पर कुर्सी लगाकर बैठ गई। 

चटख तेज धूप में सुंदरता में लाजवाब मोंटी का चेहरा कपोल एकदम लाल सेव हो रहे थे। लाल हो रहे मुखड़े की सुंदरता को खुले केश कई गुणा बढा रहे थे। 

बस, जी कर रहा था सुंदरता को छूने का और बात करने का। 

हरेक का जी करता ही है और सुंदरता एकदम पास कुछ कदम पर ही हो तो भाग्यशाली। 

भगवान तो बनाने वाला मगर ऐसी सुंदरता को तो छूने का उसका भी जी करता है।

मैं ऐसी सुंदरता का पुजारी प्रशंसक। बड़ाई करने वाला। 

सुंदरता मेरे एकदम पास ही थी। 


बस,मुसकान बिखेरते इतना ही कहना था, 'सो स्वीट!' ' बहुत सुंदर'। और उसके केशों को हाथ में लेते कहना था।

वह किसी ध्यान में थी,मगर उसे मालूम पड़ गया था कि मैं उसे देख रहा हूं।

मैंने मोबाईल निकाला और झट से सुंदरता को कैमरे में उतार लिया ताकि बाद में जी भर कर देख सकूँ या जब जी चाहे देखलूं। 

उसने मेरी ओर झांका। वाह!गजब की सुंदर। प्यारा मुखड़ा। एक पल ही लगा। मेरे मोबाईल कैमरे ने झप से उस सुंदर मुख को चूम लिया। 

उसको मालूम पड़ गया की मैंने फोटो ली है। 

वह खड़ी हुई। 

केशों को गालों से हटा पीछे करती मुस्कुराते हुए कुर्सी से उठी। मुस्कुराते हुए पास आई और मुसकराते बोली,-फोटो मेरे मोबाईल पर सेंड करदें। मैं भी देखलूं मेरी तस्वीर। मैंने तत्काल ही तस्वीर उसको सेंड करदी। सुंदरता के फोन नं तो बहुत दिनों से मेरे मोबाईल में सेव थे।

बहुत खूब- इतनी सुंदर फोटोग्राफी। वह बोली। उसके मुंह से फूल झड़ रहे थे। सुंदरता के मुंह से सुंदरता ओढे शब्द। 

मैं तो निहाल हो गया। वह एकदम पास। दो फुट दूर । नहीं केवल हाथ बढाकर छू लूं इतनी सी दूर।

मेरे मुंह से निकल पड़े शब्द।

"आप सच्च में सुंदर हैं, बहुत सुंदर।"

वह हंस पड़ी।

उसका मुंह लग रहा था, मानों कह रहा हो,"आई लव यू"

वह बिना बोले ही आंखों आंखों में कह गई,'आई लव यू'

मैं नहीं कह पाया'आई लव यू'।

मैं जागा। ओह यह तो सपना था। बहुत सुंदर सपना। 

कहते हैं कि सपना सुंदर भोर में आए तो फिर नींद नहीं लेनी चाहिए। भोर का सपना सच्च होता है।

अब भोर के इस सपने के सच्च होने के इंतज़ार में हूं।**


-- करणीदानसिंह राजपूत.

विजयश्री करणी भवन, सूर्यवंशी स्कूल के पास, मिनि मार्केट,सूर्योदय नगरी.

सूरतगढ़ ( राजस्थान) भारत.

94143 81356.

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मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

रेलवे कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर!मेरिट के आधार पर मिलेगा प्रमोशन


* केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन को मंगलवार को मंजूरी दे दी। इसमें अब आठ की जगह अध्यक्ष सहित पांच सदस्य होंगे। साथ ही रेलवे के विभिन्न संवर्गों का विलय एकल रेलवे प्रबंधन प्रणाली में करने को भी स्वीकृति दे दी गई।*

24 दिसंबर 2019.

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि अब मेरिट के आधार पर बड़ी संख्या में लोगों को पदोन्नति के मौके मिलेंगे। 27 जनरल मैनेजर सबसे उच्चतम ग्रेड पा रहे हैं, जो सचिव स्तर का होगा। 

मंगलवार को गोयल ने ये बातें समाचार एजेंसी ANI के एक सवाल के जवाब में कहीं। दरअसल, पत्रकार ने रेलवे के मौजूदा आठ ग्रुप ए सेवाओं के केंद्रीय सेवा के तौर पर पुर्नगठन को लेकर प्रश्न किया था, जिसमें इसे आईआरएमएस कहा जाएगा। इसी पर रेल मंत्री का यह जवाब आया।

मालूम हो कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन को मंगलवार को मंजूरी दे दी। इसमें अब आठ की जगह अध्यक्ष सहित पांच सदस्य होंगे। साथ ही रेलवे के विभिन्न संवर्गों का विलय एकल रेलवे प्रबंधन प्रणाली में करने को भी स्वीकृति दे दी गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

बैठक के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि रेलवे बोर्ड का पुनर्गठन एक ऐतिहासिक फैसला है। उन्होंने कहा कि पुनर्गिठत रेलवे बोर्ड विभागों की जटिलताओं से राहत दिलाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें किसी की वरीयता से समझौता नहीं होगा।

यातायात, रोंलिंग स्टॉक, ट्रैक्शन एंड इंजीनियंरिंग के लिए सदस्यों की जगह नवगठित रेलवे बोर्ड में परिचालन, व्यवसाय विकास, मानव संसाधन, अवसंरचना और वित्त कार्यों के लिए सदस्य होंगे। इन्हें एक केंद्रीय सेवा भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) के दायरे में लाया जायेगा।


भारतीय रेलवे में दो विभाग रेलवे सुरक्षा बल और चिकित्सा सेवा विभाग होंगे। रेलवे बोर्ड का नेतृत्व रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष (सीआरबी) करेंगे जो मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) होंगे। इसके चार सदस्य एवं कुछ स्वतंत्र सदस्य होंगे। बता दें कि भारतीय रेलवे पर बनी विवेक देबराय समिति ने 2015 में सौंपी अपनी रिपोर्ट में रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन की सिफारिश की थी।

( मिडिया रिपोर्ट)


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सोमवार, 23 दिसंबर 2019

पूर्व विधायक राजेंद्र भादू व 2 भाइयों की कटले कोठी के भूखंडों की जांच के आदेश


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 23 दिसंबर 2019.
नगर पालिका की ओर से पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू एवं उनके दो भाइयों रविन्द्र और देवेंद्र के कटले और कोठी के समस्त भूखंडों की जांच के आदेश दिए गए हैं। यह शिकायत सरदार निजरसिंह ने की है जिसमें कोठी का गेट सड़क पर होने का आरोप भी है। इस शिकायत पर पालिका स्तर पर जांच के आदेश होने की सूचना है। अधिशासी अधिकारी लालचंद सांखला की ओर से आदेश दिए गए।
विदित रहे की नगरपालिका की ओर से मुख्य बाजार बीकानेर रोड पर बन रहे शंपिंग काम्प्लेक्स को 13 दिसंबर को सीज किया था और यह कार्रवाई लालचंद सांखला ने ही की थी। कटला अभी तक सीज स्थिति में ही है। इसी दौरान सरदार निजरसिंह ने एक शिकायत दि. 17 दिसम्बर 2019 को की जिसमें कटले और कोठी के भूखंडों की जांच की मांग थी। 

यह चर्चा भी गर्म है की भादू कटले को सीज कराने में कोई बड़ा हाथ है, अन्यथा इसी के आसपास ही क ई निर्माण हुए हैं जो पालिका की नजर में हैं जिनपर कार्रवाई नहीं हुई। केवल भादू कटला निशाने पर आया।
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दयाशंकर शर्मा सूरतगढ़ बारसंघ न्यायिक के अध्यक्ष निर्वाचित.


सूरतगढ,23दिसंबर 2019.

सूरतगढ़ न्यायिक बार संघ के चुनाव में अध्यक्ष एडवोकेट दयाशंकर शर्मा,

सचिव एड. श्रीपाल सारस्वत व

कोषाध्यक्ष पद पर एडवोकेट सतवीर सिहाग चुने गए।

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रविवार, 22 दिसंबर 2019

मील परिवार में से एक प्रधान का चुनाव लड़ेगा-भाजपा व कासनिया को चुनौती होगी-राजनीति गरमाई..


*सूरतगढ़ पंचायत समिति प्रधान पद मील परिवार के चुनाव लड़ने की चर्चा से राजनीति गरमाई*



* करणीदानसिंह राजपूत *


पंचायत समिति सूरतगढ़ के सामान्य प्रधान पद पर स्थापित होने के लिए  मील परिवार में से कोई व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है।

परिवार में से राजाराम मील, हजारी राम मील और महेंद्र मील में से कोई एक प्रधान के लिए पंचायत समिति डायरेक्टर पद का चुनाव लड़ने को सामने आ सकता है।

विशाल मील कुनबे में थे एक व्यक्ति को उतारा जाएगा। राजनैतिक रूप से कांग्रेस पार्टी में मील परिवार का जबरदस्त प्रेशर है और फिलहाल "मील कांग्रेस" के अलावा कोई नजर नहीं आ रहा। 

सूरतगढ़ पंचायत समिति का प्रधान पद इस इलाके की राजनीति में बहुत बड़ा और दबाव वाला माना जाता है। इलाके की राजनीति इस पद से प्रभावित होती रही है।पिछले 50 सालों का इतिहास यही प्रमाण देता है। मील परिवार इस पद पर काबिज होता है तो संपूर्ण सूरतगढ़ उपखंड पर मील परिवार का जबरदस्त दबदबा अधिक पावर के साथ कायम हो जाएगा। मील परिवार इस पद को राजनीतिक रूप से छोड़ नहीं सकता।

 

अभी जनता में चल रही चर्चाओं में राजाराम,हजारी राम और महेंद्र के नाम हैं।

राजाराम मील राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष पद पर हैं और वह संपूर्ण राजस्थान में प्रभावशाली पद है इसलिए उनके प्रधान पद पर चुनाव लड़ने की संभावना कम नजर आती है।महेंद्र मील प्रधान के पद पर एक श्रेष्ठ संचालक के तौर पर सामने आ सकते हैं। 

सूरतगढ़ का पंचायत समिति प्रधान का पद पहले बीरबल भादू के पास रहा।उसके बाद चंदू राम लेघा, मामराज बुड़िया इस पद पर आए।एक प्रकार से इस प्रधान पद पर जाट वर्ग का दबदबा रहा।अब प्रधान पद सामान्य है और इस पर कोई भी वर्ग का व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है लेकिन अभी दबदबा इसी एक वर्ग का ही राजनीति में है। फिलहालअन्य वर्ग का व्यक्ति चर्चित नहीं है।

प्रधान पद पर चुनाव लड़ने के लिए पहले पंचायत समिति डायरेक्टर पद पर चुनाव लड़ना और जीतना जरूरी है। मील परिवार का व्यक्ति निरवाना क्षेत्र से चुनाव लड़ेगा जो इस समय डायरेक्टरी में ओबीसी वर्ग के लिए घोषित हुआ है। निरवाना क्षेत्र मील परिवार का प्रभाव वाला ही क्षेत्र है जहां पैतृक निवास जमीन आदि हैं। मील परिवार या मील कांग्रेस के कारण सूरतगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी की जीत हुई और अनुसूचित आरक्षित अध्यक्ष पद पर ओमप्रकाश कालवा को बैठाया।


अब संपूर्ण सूरतगढ़ क्षेत्र में चर्चा गरम है और राजनीतिक रूप से भी माना जा रहा है कि प्रधान पद पर भी मील परिवार अपने परिवार का कब्जा करवाएगा। कांग्रेस पार्टी में भी फिलहाल कोई नेता नजर नहीं आता जो कहीं अपना नाम प्रभाव दर्ज करवा सके। 

प्रधान पद सामान्य सीट पर जीत के लिए इस बार संपूर्ण क्षेत्र में पंचायत समिति के प्रत्येक डायरेक्टर सीट पर जबरदस्त चुनावी घमासान होगा। 

भाजपा के रामप्रताप कासनिया ने हनुमान मील कांग्रेस को हराया और इससे पहले भाजपा के राजेंद्र सिंह भादू ने गंगाजल मील को विधानसभा चुनाव में हराया। राजनीतिक जीवन के लिए पद महत्वपूर्ण होता है और इसलिए मील परिवार के लिए प्रधान पद पर जीतना और काबिज होना बड़ी भारी अहमियत रखता है। सूरतगढ़ नगरपालिका में कांग्रेस का बोर्ड बना कर मील ने पावर साबित की है और इसी लौटे हौसले से प्रधान पद का चुनाव भी लड़ा जाएगा। 

भाजपा भी इस पद को गंवाना नहीं चाहेगी। अभी भाजपा की बिरमा देवी प्रधान है। भाजपा को भी खासकर विधायक रामप्रताप कासनिया को भी नगरपालिका में भाजपा बोर्ड खोने के बाद समझदारी से ही डायरेक्टर और सरपंच पद पर प्रत्याशी घोषित करने होंगे। कासनिया भी अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक मील परिवार से सामना करेगा जिसमें सूरतगढ़ नगरपालिका चुनाव को याद रखेगा।***


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शनिवार, 21 दिसंबर 2019

मीणा समाज के 28 गांवों के पंच पटेलों द्वारा शराब व नशों से दूर का संकल्प.

** विशेष रिपोर्ट**

करौली जिले में मीणा समाज द्वारा 28 गांवों के पंच पटेलों ने शराब व सभी प्रकार के नशों से दूर रहने का संकल्प लिया। यह संकल्प 15 दिसंबर 2019 को कटकड़ के नसीर बाबा स्थान पर राष्ट्रीय आदिवासी मीणा महासभा में नशामुक्ति अभियान के तहत लिया गया। 






महासभा में शहीद गुरुशरण छाबड़ा नशाबंदी आंदोलन की मुखिया श्रीमती पूजा छाबड़ा,महासभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ बी एल मीणा,करौली के एसपी अनिल बेनीवाल,अमर सिंह नीमरोट, आदि उपस्थित थे।

श्रीमती पूजा छाबड़ा ने अवैध शराब, पोस्त,स्मैक आदि नसों के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने का आह्वान किया और समाज को नशा मुक्त बनाने पर जोर दिया।

जिला पुलिस अधीक्षक  अनिल बेनीवाल ने कहा कि करौली जिला अनेक प्रकार से बहुत पीछे है और उसमें नशाखोरी होने से और ज्यादा नुकसान है, युवा लोगों को और आमजन को नशे से बचना चाहिए। उन्होंने चेतावनी भी दी कि नशे का व्यापार करने वाले लोगों के विरुद्ध पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।


 बीएल मीणा ने भी कहा कि नशाखोरी से समाज को हर क्षेत्र में नुकसान हो रहा है इसलिए समाज आगे आए और हर कदम पर नशाखोरी का विरोध करते हुए जन जागरण अभियान चलाए ताकि समाज नशा मुक्त हो सके।

 इस सभा में सवाई माधोपुर के जिला अध्यक्ष पृथ्वीराज,अग्रवाल समाज के ओ.पी.मंगल, कस्टम विभाग के ओ.पी.मीणा,देवी सिंह मीणा, राम चरण पहाड़ी,कमल सरपंच, साक्षी संस्थान की अध्यक्ष सरूपी देवी, रामस्वरूप,केशुराम पटेल, विशंभर शर्मा,अबरार काजी,कुंजीलाल, राजेंद्र नगरबाड़,पृथ्वी पटेल,रामस्वरूप, रामधन पटेल,प्यारा सिंह, यादराम डीलर,भादर पटेल आदि ने भाग लिया।

 महापंचायत सभा में पुलिस अधीक्षक श्योराजमल, सदर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह,श्री महावीरजी थाना प्रभारी देवेंद्र शर्मा,हिंडौन कोतवाली प्रभारी प्रभाती लाल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।०००




शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

सूर्य की यह छवि - करणीदानसिंह राजपूत, 20 दिसंबर 2019. शाम 5 बजे. सूरतगढ़



सूरतगढ़ क्षेत्र में सुबह का भयानक कोहरा दोपहर तक कुछ खत्म हुआ मगर सर्दी की ठिठुरन नहीं गई। 


सूरज भगवान के दर्शन भी कुछ कुछ हो पाए। ऐसे लग रहा था कि वे एक पलक खोल कर देख रहे हैं और पलक को तुरंत बंद भी कर लेते हैं। आप भी देखेंं। 

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शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह भादू का कटला सीज- सील मोहर लगाई गई।पालिका की कार्यवाही

 


* करणी दान सिंह राजपूत *


सूरतगढ़ 13 दिसंबर 2019.

नगर पालिका सूरतगढ़ की ओर से आज दोपहर बाद पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू और उनके दो भाइयों देवेंद्र और रविंद्र द्वारा बनाया जा रहा कटला सील मोहर के साथ 6 माह के लिए सीज कर दिया गया।

अधिशासी अधिकारी लालचंद सांखला के नेतृत्व में नगरपालिका अधिकारियों व कर्मचारियों का बड़ा दल आज कार्यवाही के लिए पहुंचा।


 अधिशासी अधिकारी एवं प्राधिकृत अधिकारी लालचंद सांखला के निर्देशन में एक लंबी रस्सी ताले लगाए जाने वाले स्थानों को लपेटते हुई सभी सटरों के साथ बांधी गई और बाद में चपड़ी मोहर करके और जब्ती की कार्यवाही की गई।

 नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की ओर से तीनों भाइयों के नाम से निर्माणाधीन कटले पर नोटिस चिपकाए गए हैं। उनमें लिखा गया है कि मानचित्र के अनुसार निर्माण नहीं हुआ। 

यह जानते हुए सीज की यह कार्यवाही नगरपालिका की ओर से की गई है। नगरपालिका की कार्रवाई के समय कार्यवाही की रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी के लिए समाचार पत्रों से चैनल से जुड़े हुए पत्रकार और कैमरामैन मौके पर पहुंच गए। लालचंद सांखला के बयान भी लिए गए जिसमें उन्होंने कहा कि सभी कार्यवाही नियमानुसार की गई है।  पूर्व में नोटिस दिये गये और अवैध निर्माण रोका नहीं गया तब नगरपालिका ने नियमानुसार कार्रवाई की है।

 कार्रवाई के समय उत्सुकता से भारी भीड़ इकट्ठे हो गई थी जो काफी देर तक वहां जमी भी रही।

भादू सूरतगढ़ की राजनीति में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं इसलिए पालिका की इस कार्यवाही  पर जनता की ओर से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा था,और कहां जा रहा था कि समय समय की बात है  जो पालिका ने इतने बड़े नेता पर हाथ डाला है। राजेंद्र सिंह भादू 2013 से 18 तक सूरतगढ़ से भाजपा टिकट पर जीते विधायक रहे हैं। भादू राज में नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड रहा व काजल छाबड़ा अध्यक्ष रहीं।अब कांग्रेस का बोर्ड है तथा 2 दिसंबर को ही ओमप्रकाश कालवा ने अध्यक्ष पद पर कार्य शुरू किया है।

समझा जा रहा है कि राजेंद्र सिंह भादू व भाइयों की ओर से नगरपालिका की कार्यवाही के बाद अब अदालत का सहारा लिया जाएगा।




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