शुक्रवार, 6 जुलाई 2018

ओम पुरोहित कागद के जन्मदिवस पर कागद की कविताई समारोह




सूरतगढ़ 6-7-2018.

राम लाल तू गाय जैसा आदमी है इसलिए घास खा,वो शेर जैसे आदमी हैं मांस खाएंगे तेरा,देखना लोकतंत्र में कोई भूखा ना सोए।

राजस्थानी साहित्यकार ओम पुरोहित कागद की इस कविता का वाचन कर हरिमोहन सारस्वत ने शब्द संस्थान सूरतगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘कागद की कविताई' का आगाज किया।उन्होंने कागद के जन्मदिवस पर कई हिन्दी व राजस्थानी कविताओं का पाठ किया।इससे पूर्व भगवती पुरोहित,कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार मोहन आलोक,मुख्य वक्ता नीरज दईया,अंकिता कागदांश,भारती कागदांश,राजेश चड्ढा ने कागद को पुष्पांजली अर्पित की।

बीकानेर के आलोचक नीरज दईया ने ओम पुरोहित कागद के कृतित्व और व्यक्तित्व पर आधारित आलेखों की पुस्तक कागद की कविताई में से चुनिंदा संस्मरण साझे किए।कागद युवा कवियों को थार सप्तक के माध्यम से आगे लाए।राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए बहुत ऊर्जा के साथ काम किया।वरिष्ठ साहित्यकार मोहन आलोक ने कागद को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताया।कागद जैसा व्यक्तित्व मिलना बहुत मुश्किल है।

मनोज स्वामी ने साहित्यकारों को भाषा आंदोलन से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि कागद के जाने के बाद मायड़ भाषा राजस्थानी का नाम लेने वाला कोई नहीं बचा है।कागद आज होते तो जी जान लगाकर काम करते।

पत्रकार लेखक करणीदानसिंह राजपूत ने ओम जी कागद के संस्मरण सुनाए।उन्होंने बताया कि कागद को पत्रकार बनने में रुचि थी। यह रुचि उन्होंने पूरी करवाई और केसरीसिंहपुर से राजस्थान पत्रिका का संवाददाता नियुक्त करवाया।इसके बाद वे राजस्थान शिक्षा विभाग में शिक्षक पद पर नियुक्त हुए। राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता आंदोलन में धरातल पर खूब काम किया। राजपूत ने कहा कि इस महान रचनाकार की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर विचार किया जाना चाहिए। राजपूत ने इस आयोजन के लिए शब्द संस्थान और हाईलाईन को शुभ कामनाएं दी।


संदेश त्यागी ने कहा कि कागद युवा कवियों को खूब मौका देते हुए कहते थे कि अगर हम मौका नहीं देंगे तो कौन देगा।हरीश हैरी ने साहित्यकारों से आह्वान किया कि श्री कागद की तरह आप भी युवाओं को साथ लेकर चलें।कार्यक्रम में उपस्थित अशोक परिहार उदय,नरेश वर्मा,राजूराम बिजारणिया,विनोद नोखवाल,सतीश छिंपा आदि युवाओं को कागद आगे लाये। नवनीत पांडे,प्रह्लादराय पारीक,गोपीराम सिराव,मदन गोपाल लड्ढा,महेन्द्रसिंह शेखावत,रामेश्वरदयाल तिवाड़ी,नरेश मेहन ने श्री कागद के संस्मरण सुनाए।

कार्यक्रम में व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित सिडाना,रोटरी क्लब अध्यक्ष देवचंद दईया,अरूण शहैरिया,सुरेन्द्र सुन्दरम,सुमन शेखावत,इंजि.रमेश माथुर,आशा शर्मा,जयश्री शर्मा,लाजपतराय भाटिया,दिनेशचन्द्र शर्मा,नरेश रिणवा,कमल,राजीव शर्मा,जितेन्द्र ओझा,हनुमंत ओझा,शिव सारड़ा,अनिल धानुका सहित अनेक साहित्यकार व साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी उद्घोषक राजेश चड्ढा ने किया। राजस्थानी साहित्यकार मनोजकुमार स्वामी व ग्रामोत्थान विद्यालय के व्यवस्थापक गोपीराम गोदारा ने सफल कार्यक्रम हेतु सब का आभार जताया 







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