सोमवार, 30 अप्रैल 2018

सांसद निहालचंद ने लोहागढ़ हेड व रिलाईनिंग कार्यो का किया अवलोकन

श्रीगंगानगर, 30 अप्रेल। सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री निहालचंद ने इंदिरा गांधी नहर परियोजना के लोहागढ हेड (496 आरडी) पर चल रहे रिलाईनिंग व निर्माण कार्यां का अवलोकन किया। लोहागढ़ हेड पर 50 मीटर लम्बाई 20 मीटर चौडाई तथा 25 फिट गहराई का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिस पर 4 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। इस कार्य में 30 हजार सीमेंट के थैले तथा 110 मैट्रिक टन सरिया लगेगा। श्री निहालंचद ने आरडी 496 से 520 तक चल रहे रिलाईनिंग के कार्यों का अवलोकन किया। इस रिलाईनिंग कार्य पर 72 करोड रूपये की राशि व्यय की जायेगी। इसी प्रकार आरडी 582 पर क्रोस रेगुलेटर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। क्रोस रेगुलेटर निर्माण पर 30 करोड़ रूपये की राशि व्यय होगी। मसीतावाली हेड से नीचे की नहर की रिलाईनिंग कार्य को देखा। इस रिलाईनिंग कार्य पर 20 करोड़ रूपये की राशि व्यय होगी। 

निहालचंद ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इंदिरा गांधी नहर परियोजना के सुदृढ़ीकरण व नवीनीकरण के लिये 3092 करोड़ रूपये की राशि खर्च करने का प्रावधान किया है, जिससे किसानों का भला होगा तथा सिंचाई क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी।





शुक्रवार, 27 अप्रैल 2018

जेल की दीवार फांदकर शाबिर और इरफान 2 कैदी फरार

जेल की दीवार फांदकर शाबिर और इरफान 2 कैदी फरार

जयपुर 27-4-2018.

राजस्थान के दौसा जिले की बांदीकुई की कौलाना जेल से दो कैदी दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और फरार कैदियों को पकडऩे के लिए जेल कर्मचारी भी उनके पीछे भागे लेकिन दोनों कैदी पकड़ में नहीं आए।

दौसा के जेलर राधेश्याम ने बताया कि आज सवेरे लगभग साढ़े छह और सात बजे के बीच जेल में नाश्ते की तैयारी चल रही थी तभी दो कैदी साबिर खां (24) तथा इरशाद (26) जेलकर्मियों की नजर बचाकर दीवार के समीप पहुंच गए और दीवार फांदकर फरार हो गए।

उन्होंने बताया कि इनमें साबिर 24 जनवरी 2018 से तथा इरशाद 26 दिसम्बर 2017 से डकैती के आरोप में विचाराधीन कैदी के रुप में जेल में बंद थे। जेल प्रशासन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी है।

पहले भी हो चुके हैं फरार 

बताया जा रहा है कि जो कैदी फरार हुए हैं वो पहले भी अन्य जेलों से भी फरार हो चुके हैं। फिलहाल जैसे ही खबर लगी कि दो कैदी फरार हो गए हैं, जेल महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर एसडीएम, सीओ बांदीकुई, सहित आला अधिकारी पहुंचे। मामले में किस स्तर पर लापरवाही हुई है इसकी जांच पड़ताल चल रही है। वहीं फरार कैदियों की खोजबीन में जगह-जगह दबिश दी जा रही है।

बुधवार, 25 अप्रैल 2018

सूरतगढ़ विधान सभा चुनाव 2013 का संपूर्ण परिणाम

राजनीतिकार और 2018 में चुनाव लड़ने के इच्छुक खुली और छिपी तैयारी कर रहे नेता जाने किसको कितने वोट मिले।


खबर- करणीदानसिंह राजपूत
 सूरतगढ़ विधानसभा के 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राजेन्द्रसिंह भादू विजयी रहे। बसपा के डूंगर राम गेधर दूसरे और कांग्रेस के गंगाजल मील तीसरे नम्बर रहे। कुल 17 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा जिनके प्राप्त मतों का विवरण इस चित्र मे दिया गया है।



सूरतगढ़, 8 दिसम्बर 2013.
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भाजपा राजेन्द्र भादू सूरतगढ़ के विधायक:खूब जीते


कांग्रेस गंगाजल मील दुबारा नहीं
खा सके मिठाई- 


तीसरे नम्बर पहुंचे

खास रपट- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़, 8 दिसंबर 2013.
भारतीय जनता पार्टी राजेन्द्रसिंह भादू विधायक चुन लिए गए है और उनकी यह जीत खूब हुई है। कांग्रेस के विधायक गंगाजल मील इस चुनाव में बुरी तरह से पिटे हैं कि नगरपालिका सूरतगढ़ के पापुलर अध्यक्ष बनवारीलाल और अन्य पापुलर लोगों का सहारा और साथ भी दुबारा मिठाई नहीं खा सके। यह कैसे हुआ? अब आगे का सारा समय सोचने का ही है।

 
सूरतगढ़ विधानसभा का रिकार्ड रहा है कि लगातार दो बार केवल मनफूलसिंह भादू ही 1962 व 1967 में जीते थे। उसके बाद लगातार कोई दुबारा नहीं जीता। दुबारा चुनाव लड़ा तो पराजय मिली। हां सुनील बिश्रोई दूसरी बार हारने के बाद तीसरी बार खड़े होने पर जीते मगर चौथी बार हार गए थे। उनकी पत्नी 1998 में जीती लेकिन 2003 में दुबारा चुनाव लड़ा तब भाजपा के अशोक नागपाल से बुरी तरह से हारी।गंगाजल मील दुबारा खड़े हुए और हाथ पसार पसार वोट मांगे लेकिन लोगों ने वोट नहीं दिए।
गंगाजल मील मुझे मत दो मुझे मत दो का राग अलापते रहे। प्रार्थना करते रहे। मुझे वोट दो।

लेकिन जनता ने उसका अर्थ अपने हिसाब से लगाया और दुहराया-मत दो..मत दो। यानि कि वोट मत दो।
नतीजा सबके सामने हैं। सताईस हजार की हार कम नहीं होती और उससे भी ज्यादा पीड़ा तीसरे नम्बर पर लगा दिए जाने की जिंदगी भर सालती रहेगी। अब यह इतिहास में लिखा जा चुका है और इसे कोई बदल भी नहीं सकता।
राजेन्द्र भादू को भाजपा के जबरदस्त बहुमत का लाभ मिलेगा और काम करने का अच्छा अवसर जो कई साल की पराजय के बाद मिला है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि जनता की आशाओं पर वे खरे साबित होंगे।
राजेन्द्र भादू को काम करते वक्त यह भी ध्यान में रखना होगा कि जनता ने भाजपा की टिकट होते हुए भी रामप्रताप कासनिया को 2008 में और कांग्रेस की टिकट होते हुए भी गंगाजल मील को 2013 में तीसरे नम्बर पर पहुंचा दिया।


राजनीति में यही सच्च है कि जनता चाहती है तब सिर पर बैठाती है और मारती है तब बुरी तरह से मारती है।



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8-12-2013
अपडेट 29-1-2018.
अपडेट  25-4-2018.
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मंगलवार, 24 अप्रैल 2018

तहसीलदार व चालक को रिश्वत लेने में एसीबी ने गिरफ्तार किया:

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार 24-4-2018  सोजत के तहसीलदार और उनके ड्राइवर को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। 10 हजार रुपए की रिश्वत की यह रकम जमीन का नामांतरण खोलने की एवज में ली गई थी। एसीबी ने रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। एसीबी अजमेर जोन के पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद्र विश्नोई के निर्देशन में यह कार्रवाई भीलवाड़ा एसीबी की टीम ने की।


एसपी कैलाशचंद्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सत्यनारायण वर्मा, सोजत तहसीलदार है। जबकि सह आरोपी तहसीलदार का ड्राइवर दुर्गाराम है। उनके खिलाफ स्थानीय व्यक्ति राजमल मेवाड़ा ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसने नामांतरण खोलने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन किया था। जिसकी एवज में तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा अपने ड्राइवर के मार्फत 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे है। इस पर भीलवाड़ा एसीबी की टीम ने ट्रेप रचा।


सत्यापन के दौरान ली 5 हजार रुपए की रिश्वत


- जिसमें एसीबी सत्यापन के दौरान आरोपियों ने 5000 रुपए की रिश्वत ली। शेष रकम 10 हजार रुपए लेकर परिवादी राजमल को मंगलवार को बुलाया।

 तहसीलदार सत्यनारायण के ड्राइवर दुर्गाराम ने ज्योंही रिश्वत की रकम ली। तभी आसपास मौजूद एसीबी टीम ने दुर्गाराम को धरदबोचा।

इसके बाद रिश्वत में लिप्त आरोपी सत्यनारायण वर्मा को भी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

( आपसे मांग रहा है कोई रिश्वत तो संपर्क करें नजदीकी एसीबी से)

सोमवार, 23 अप्रैल 2018

सूरतगढ में मुख्यमंत्री के हाथ में दी गई शिकायतों का भी निस्तारण नहीं-राज का डर नहीं रहा


* करणीदानसिंह राजपूत की स्पेशल रिपोर्ट *

सूरतगढ 23 अप्रेल 2018.

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हाथ में सूरतगढ में  सौंपी गई शिकायतों परिवेदनाओं को निस्तारण नहीं किया जा रहा जबकि 1 महीना होने को आया है। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों का सर्विस रूल के तहत कड़ी कार्यवाही का भय निकल चुका है और वे लापरवाह हो चुके हैं। मुख्यमंत्री को प्रस्तुत शिकायतों पर कार्यवाही नहीं हो तो राजकाज और व्यवस्था का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है। यह लापरवाही सरकारी रिपोर्ट में उजागर हुई है। मुख्यमंत्री  को 27 मार्च 2018 को सूरतगढ़ दौरे के दौरान आमजन द्वारा प्रस्तुत परिवेदनाओं, शिकायतों के विधिनुसार निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को भिजवाया गया था। परन्तु संबंधित विभागों द्वारा परिवादों का अभी तक निस्तारण किया जाकर रिपोर्ट उपखण्ड अधिकारी सूरतगढ़ को प्रस्तुत नही की गई है। 

एसडीएम सूरतगढ की कलक्टर को प्रस्तुत रिपोर्ट में खुलासा हुआ है।

उपखंड अधिकारी ने परिवादों को निम्न अधिकारियों को निस्तारण के लिए भिजवाया मगर निस्तारण नहीं हुआ। 

1.सचिव कृषि उपज मंडी समिति सूरतगढ

2.एसडीओ, बीएसएनएल सूरतगढ़, 3.प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय सूरतगढ,

4. मैनेजर केन्द्रीय सहकारी बैंक सूरतगढ,

5. ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी सूरतगढ

6.ईओ नगरपालिका सूरतगढ

7. रसद निरीक्षक सूरतगढ़, 

8.अधिशाषी अभियंता जोधपुर डिस्काम सूरतगढ, 

9.अधिशाषी अभियंता पीएचईडी सूरतगढ,

10. पुलिस उपअधीक्षक सूरतगढ़, 11.डाकपाल डाकघर सूरतगढ़,

12.अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी सूरतगढ़, 

13.रेलवे सूरतगढ़,

14. तहसीलदार सूरतगढ़, 

15.परिवहन उपनिरीक्षक सूरतगढ़, 16.अधिशाषी अभियंता, जल संसाधन सूरतगढ़, 

17.क्षेत्रीय वन अधिकारी सूरतगढ़, 18.सीडीपीओ सूरतगढ

19.श्रम निरीक्षक गंगानगर,

20. विकास अधिकारी पंचायत समिति सूरतगढ, 

21.बीसीएमओ सूरतगढ

22.राजस्थान रोडवेज श्रीगंगानगर, 23.प्रधानाचार्य, सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरतगढ।

उपखंड अधिकारी की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इनको बार-बार पत्र जारी करने एवं दूरभाष पर निर्देशित किये जाने के उपरांत भी परिवादों के निस्तारण की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत नही की गई है। 

अब अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इनके कार्यालय, जिला कार्यालय में लम्बित परिवादों का 24 अप्रेल 2018 को दोपहर 2 बजे तक निस्तारित कर एसडीएम सूरतगढ़ को आवश्यक रूप से सूचित करेगें। 

विदित रहे कि जिला कलेक्टर ने जिला स्तरीय हर सप्ताह होने वाली दो बैठकों में परिवेदनाओं को निस्तारण करने के निर्देश दिए मगर निस्तारण नहीं होने पर उपखंड अधिकारी सूरतगढ़ से 2 दिन में जवाब मांगा तब जिला कलक्टर को उपखंड अथिकारी की ओर से यह जवाब दिया गया।

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शनिवार, 21 अप्रैल 2018

रिश्वत लेते अपर लोक अभियोजक को ACB टीम ने पकड़ा


एसीबी टीम के  साथ धक्का-मुक्की और मारपीट का भी मुकदमा


चूरू। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की चूरू टीम ने शुक्रवार को सुजानगढ़ एडीजे कोर्ट के अपर अभियोजक कुंभाराम आर्य को उसके घर से 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस दौरान आरोपी ने एसीबी टीम के साथ मारपीट भी की।

एसीबी प्रभारी रमेश चंद्र माचरा के अनुसार गांव चाडवास के परिवादी सुरेश कुमार सोनी ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ माह पूर्व उसकी बहन को एक गांव का ही अमन नाम का युवक परेशान करता था। इससे तंग आकर  बहन ने सुसाइड कर लिया था।

इस मामले में अमन की शुक्रवार 20-4-2018 को कोर्ट में पेशी थी। लोक अभियोजक कुंभाराम आर्य ने परिवादी से संपर्क कर अमन की जमानत खारिज करने की एवज में 5000 की रिश्वत मांगी। शिकायत मिलके के बाद मामले का सत्यापन गुरूवार को कर ट्रेप का आयोजन किया गया।

शुक्रवार को एपीपी कुंभाराम ने परिवादी को रिश्वत ₹5000 घर पर ही देने की बात कही। टीम ने रसायन पावडर लगा नोट देकर परिवादी को कुंभाराम के घऱ भेजा। 

 परिवादी ने जैसे हीआरोपी को पैसे दिए एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया। इस दौरान एसीबी टीम के साथ आरोपी कुंभाराम वहां से धक्का-मुक्की कर भागने का प्रयास करने लगा और उसके परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी। लेकिन जाप्ते के साथ पहुंची टीम ने उसे दबोच लिया। 

एसीबी प्रभारी रमेश माचरा ने बताया कि इस बाबत सुजानगढ़ थाने में राजकार्य में बाधा डालने और टीम के साथ मारपीट करने के आरोप में अलग से मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।


क्या बददुआ सच्च में लग जाती है? वैज्ञानिक युग में क्या सोचते हैं?

* करणीदानसिंह राजपूत *

अनेक बार कई लोग खुद के बारे में,अपने ही लोगों के लिए या दूसरों के बारे में नकारात्मक सोच रखते हुए या अचानक गुस्सा आने पर,किसी प्रकार से दुखी होने पर बददुआ कह डालते हैं। 

लोग अपने ही घर परिवार के लोगों या दोस्तों के बारे में गलत सोचते या बोलते वक्त सोचते नहीं। लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम रहता है कि  किसी समय में निकले बोल या सोच विनाशकारी हो सकती है। इसका बुरा असर खुद पर भी हो जाए।

प्राचीनकाल में ऋषि मुनि किसी व्यक्ति या देवताओं को शाप या आशीर्वाद दे देते थे जो तत्काल ही फलीभूत हो जाता था। 

 वे शाप देते मगर क्षमा मांगने पर या अन्य कारण से मुक्ति का समाधान भी बता देते थे। 

ऐसा माना जाता है कि आज भी आशीर्वाद और शाप फलीभूत होते हैं।

 सामान्य मनुष्य के शाप या आशीर्वाद असामान्य असाधारण रुप में  फलीभूत हो जाए तो आश्चर्य नहीं।

हालांकि एक समय विशेष में दिए गए शाप निश्चित ही फलीभूत हो जाते हैं इसलिए कहा जाता है कि निर्बल की हाय मत लो। सब कुछ होते हुए भी व्यक्ति निर्बल हो सकता है,पीड़ित लाचार हो सकता है।


आप मानें कि परिवार के ही व्यक्ति के मुंह से या मन के भीतर से  किसी तरह से दुखी पीड़ित होने पर अपमानित होने पर परिवार के ही किसी भाई बंधु बहन या अन्य सदस्य के प्रति निकली बददुआ,हाय,दुराशीस का फल अनेक बार बहुत जल्दी प्रगट हो जाता है कि पुरानी घटना से नई घटना अपने आप जुड़ जाती है। ऐसी घटनाओं पर सत्ताधारी नेता,अपार संपत्ति के मालिक और उच्च पदाधिकारी सरकारी गैरसरकारी अधिकारी नजदीकी संगी साथी भी कुछ नहीं कर पाते। ऐसी हालत या घटना पर कहा जाता है। भगवान को यही मंजूर था। विधि के विधान को कोई टाल नहीं सकता। भगवान के आगे किसी की नहीं चलती। बस! इन शब्दों से दिलासा सांत्वना दी जाती है। सभी जाधते हैं कि यह सब कुछ दिन चलता है और प्रभावित को तो जीवन भर भोगना पड़ता है।पने या दूसरों के बच्चों को गालियां न दें, ना ही कोसें। 

 माता-पिता भी अनेक बार बच्चों को कहना न मानने पर, न पढ़ने पर कह देते हैं कि तू न ही होता तो अच्छा था, या घर से चला जा, मर जा।

घर परिवार में वाद विवाद पर मर जाने तक का कह देना।

नाश हो जाने या विनाश हो जाने की कल्पना करना, इसके बारे में सोचना या अपने ही घर परिवार के विनाश का शाप देना बहुत ही विनाशकारी साबित होता है। आप जो कहते हैं वही आपकी ओर लौट कर आता है।

बहुत ज्यादा गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति के बारे में कुछ लोग यह भी बोलते रहते हैं कि अच्छे है कि भगवन इसे जल्दी उपर उठा ले। 

ऐसे लोगों को 'काली जुबान' का कहा जाता है जो अक्सर दूसरों के बारे में बुरा-बुरा ही बोलते रहते हैं। ऐसे लोगों से यदि आपका विवाद हो जाए तो वे तुरंत ही आपको शाप देने लगेंगे। 

वे अक्सर कहते हैं कि फलां  फलां  व्यक्ति का कभी भला नहीं होगा, वो तो तड़फ-तड़फ कर मरेगा, वो तो कुत्ते की मौत मरेगा। अरे वो तो जिंदगी में कुछ नहीं कर सकता। ऐसे लोगों की सोच नकारात्मक होती है। लोग खुद शापित होते हैं और दूसरों को भी शाप देते रहते हैं।

 तूझे तेरे किए का दंड अवश्य मिलेगा।भयानक दंड मिलने की चेतावनी दे दी जाती है।

यदि आपने किसी गरीब, भिखारी, अबला या बच्चे का दिल दुखाया है तो उसके दिल से आपके लिए जो बद्दुआ निकलेगी उससे आपको कोई नहीं बचा सकता।

जितना असर उसकी दुआ में होता है उतना ही असर उसकी बद्दुआ में होता है। 

ऐसा भी माना जाता है कि कई बार बददुआ उलट कर लौटती है और बददुआ देने वाले पर ही लग जाती है। दूसरों को गड्ढे में गिराने के लिए अपने ही घर के आगे खोदे गड्ढे में दूसरा गिरे या न गिरे खुद गिर जाते हैं।

कभी सोच कर देखा जाए किसी को पति मरने की बददुआ उलटी लौटे तब क्या होता है? किसी को भी बददुआ देने से पहले सोचा जाए और यह भी किसी को पीड़ित न किया जाए।

वैसे तो विज्ञान का युग है। शब्द की शक्ति को इस तरह से माना जाए या न माना जाए।

सोमवार, 16 अप्रैल 2018

विमल पटावरी ने सचिन पायलट के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की

सूरतगढ़ 16 अप्रैल 2018.

 वाणिज्य कर विभाग के सेवानिवृत्त अतिरिक्त आयुक्त विमल कुमार पटावरी ने आज जयपुर में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट व  राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

  इस अवसर पर अजमेर के सांसद रघु शर्मा अलवर के सांसद डॉक्टर करण सिंह यादव नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी उपाध्यक्ष व मीडिया चेयरपर्सन डॉक्टर अर्चना शर्मा जयपुर शहर जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास आदि उपस्थित थे।






गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

FIR- लड़की को करीबी महिला ले गई थी विधायक सेंगर के पास, फिर हुआ रेप


बलात्कार पीड़िता की मां ने तहरीर में कहा है कि उनकी बेटी की पैदाइश 2002 की है। चार जून 2017 को मुहल्ले की शशि नामक महिला उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर विधायक के ठिकाने पर ले गई। जहां विधायक ने बलात्कार किया। विरोध करने पर उन्होंने बेटी को पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बलात्कार के वक्त आरोपी महिला आंगन में थी।


जनसत्ता ऑनलाइनApril 12, 2018 


उन्नाव के कथित गैंगरेप की घटना में नौ महीने बाद पुलिस ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस दर्ज किया। बलात्कार पीड़िता के पिता की पिटाई से मौत की घटना के बाद मामले ने तूल पकड़ा। सत्ताधारी दल के विधायक से जुड़ा मामला होने के कारण राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने से शासन भी दबाव में आया। जिसके बाद एक्शन होना शुरू हुआ। पीड़िता की मां ने पुलिस को जो तहरीर सौंपी है, उसके मुताबिक बेटी की उम्र महज 16 साल है।एसआईटी के साथ इस मामले की जांच सीबीआई को सौपी गई है।


एफआईआर की क्या है कहानीः


बलात्कार पीड़िता की मां ने तहरीर में कहा है कि उनकी बेटी की पैदाइश 2002 की है। चार जून 2017 को मुहल्ले की शशि नामक महिला उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर विधायक के ठिकाने पर ले गई। जहां विधायक ने बलात्कार किया। विरोध करने पर उन्होंने बेटी को पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बलात्कार के वक्त आरोपी महिला आंगन में थी। पीड़िता की मां ने कहा कि उसी वक्त वह थाने में केस दर्ज कराने गई मगर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस तहरीर पर उन्नाव जिले की माखी थाने की पुलिस ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और बलात्कार में कथित तौर पर सहयोग करने वाली महिला शशि के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 363 और 506 के तहत केस दर्ज किया है। प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के मुताबिक मुकदमा दर्ज करने के बाद विवेचना सीबीआई के हवाले कर दी गई है।

उन्नाव घटना में अब तक हुई कार्रवाईःउन्नाव की घटना में बलात्कार पीड़िता के पिता की मौत के मामले में डीआईजी कारागार और उन्नाव के जिलाधिकारी के स्तर से दो अलग-अलग जांच कराई गई। रिपोर्ट में बलात्कार पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही उजागर होने पर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. डीके द्वेदी, इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ. प्रशांत उपाध्याय को जहां निलंबित कर दिया गया, वहीं डॉ. मनोज कुमार, डॉ. जीपी सचान और डॉ. गौरव अग्रवाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। वहीं सीओ, दारोगा सहित आधे दर्जन पुलिसकर्मी भी इस घटना में अब तक सस्पेंड हो चुके हैं।

बुधवार, 11 अप्रैल 2018

बच्ची का गैंगरेप हत्या, पुलिस अधिकारी ने भी मारने से पहले रेप किया

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ वर्षीय बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जघन्या हत्या की चार्जशीट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। चार्जशीट के मुताबिक रेप और हत्या का मास्टरमाइंड रिटायर्ड राजस्व अफसर संजी राम निकला, जो कि आठ आरोपियों में से एक है।


जनसत्ता ऑनलाइननई दिल्ली | April 11, 2018 


जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ वर्षीय बालिका की सामूहिक बलात्कार के बाद जनवरी में हत्या कर दी गई थी।


जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ वर्षीय बालिका के साथ जनवरी में हुए सामूहिक दुष्कर्म और जघन्य हत्या की घटना में पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है।  चार्जशीट में रेप और हत्या का मास्टरमाइंड रिटायर्ड राजस्व अफसर संजी राम निकला। उसे बेटे विशाल और भतीजे के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने केस की जांच से जुड़े विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया , सुरिंदर कुमार, प्रवेश कुमार, सहायक पुलिस इंस्पेक्टर और हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज को भी सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।चार्जशीट के मुताबिक, बच्ची के पिता मोहम्मद यूसुफ ने 12 जनवरी को हीरानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने कहा था कि उनकी बच्ची दस जनवरी को जानवरों के लिए घास लाने नजदीक के जंगल गई थी, जहां से वापस नहीं लौटी।


पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद साजिशकर्ता रिटायर्ड अफसर संजी राम के नाबालिग भतीजे को गिरफ्तार कर लिया। 22 जनवरी को यह मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया था। चार्जशीट के मुताबिक, बलात्कार और हत्या की साजिश रचने में राम का ही हाथ था। उसने बच्ची के किडनैप, दुष्कर्म और हत्या की योजना बनाई। उसने विशेष पुलिस अधिकारी खजूरिया और एक नाबालिग को अपनी साजिश में शामिल किया। दीपक अपने दोस्त विक्रम के साथ सात जनवरी की शाम बिटू मेडिकल स्टोर गया और इपिट्रिल दवा के दस टैबलेट खरीदे, जिसका नाम उसके चाचा ने सुझाया था।


बड़ी खबरें


IPL 2018: कोहली को आउट करने के बाद दी थी गाली, विराट ने नीतीश राणा को बैट गिफ्ट कर जीता दिलगैंगरेप पीड़‍िता के लहूलुहान, बेसुध प‍िता से पुल‍िस ने कागज पर ल‍िए अंगूठे के न‍िशान? वायरल हो रहा वीड‍ियो10 रुपये का टूथपेस्ट दूर कर सकता है कार के स्क्रैच, फायदे और भी हैं


चार्जशीट के मुताबिक, इसी शाम राम ने भतीजे को लड़की का अपहरण करने को कहा। लड़की अक्सर जंगल में आती थी। दस जनवरी को जब लड़की अपने जानवरों को खोज रही थी, उसी दौरान राम के भतीजे ने जानवरों के जंगल में होने की बात कही और अपने साथ थोड़ी दूर ले गया। फिर उसने लड़की की गर्दन पकड़कर जमीन पर गिरा दिया। पिटाई से बच्ची बेहोश हो गई तो नाबालिग ने उसका रेप किया। इसके बाद उसके साथी मन्नू ने भी रेप किया। फिर वे लड़की को मंदिर परिसर में ले गए, जहां उसे प्रार्थनाकक्ष में बंधक बनाकर रखा।


चार्जशीट के मुताबिक, 11 जनवरी को नाबालिग आरोपी ने एक अन्य आरोपी विशाल जंगोत्रा को लड़की के किडनपैपिंग के बारे में जानकारी दी। कहा कि अगर वह भी हवस बुझाना चाहता है तो मेरठ से जल्दी आ जाए। 12 जनवरी को विशाल जंगोत्रा रसना पहुंचा। सुबह करीब साढ़े आठ बजे आरोपी मंदिर गए और वहां भूखे पेट बंधक बनी लड़की को नशे की तीन गोली दी। आरोप है कि जब राम ने कहा कि अब बच्ची की हत्या कर शव को ठिकाने लगाना होगा तो बच्ची की जांच में शामिल विशेष पुलिस अधिकारी खजूरिया ने कहा-थोड़ा इंतजार करो, मैं भी बलात्कार करूंगा। सभी ने आठ वर्षीय लड़की का सामूहिक बलात्कार किया। फिर गला घोंटकर और सिर पर पत्थर से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। फिर 15 जनवरी को शव को जंगल में फेंक दिया।चार्जशीट के मुताबिक पुलिस टीम ने केस से बचाने के लिए रेप का आरोपी नाबालिग की मां से डेढ़ लाख रुपये घूस भी ली।

( साभार)


गैंगरेप आरोपी विधायक फरार: पीड़िता के पिता की पिटाई से मौत:शरीर पर 15 चोटें

० यूपी में भाजपा सरकार का यह कैसा राज? ०

बांगरमऊ के बीजेपी विधायक और उनके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता के पिता की बहुत बेरहमी से पिटाई हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है।

जनसत्ता ऑनलाइननई दिल्ली | April 11, 2018

बांगरमऊ के बीजेपी विधायक और उनके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता के पिता की बहुत बेरहमी से पिटाई हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। चिकित्सकों की ओर से तैयार रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता के पिता के शरीर के 15 स्थानों पर गंभीर चोट पहुंची। पिटाई से आंत भी क्षतिग्रस्त हो गई। आंख से लेकर हाथ, पैर और पेट पर कई स्थानों पर गंभीर चोट आई थी। मौत की वजह पिटाई से सदमा पहुंचने और सेप्टिसीमिया यानी शरीर में जहर फैलने की बात कही गई है। बता दें कि जब कोई इंफेक्शन पूरे शरीर में फैल जाता है तो इसे सेप्टिसीमिया कहते हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि पिटाई छह से सात दिन पहले हुई थी। उधर पोस्टमार्टम होने के बाद मंगलवार(दस अप्रैल) को सुबह पुलिस फोर्स की मौजूदगी में शुक्लागंज घाट पर दुष्कर्म पीड़िता के पिता का अंतिम संस्कार हुआ।

पहले जहां पीड़ित परिवार की पुलिस सुनवाई नहीं कर रही थीं, वहीं पिता की संदिग्ध मौत के बाद अफसर दबाव में आ गए। अब शासन-प्रशासन स्तर से ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई है। थानाध्यक्ष सहित चार पुलिसोकर्मियों को जहां निलंबित कर दिया गया, वहीं पिटाई के आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शासन ने एसआईटी को घटना की जांच सौंपी है। उधर विधायक की तलाश में भी पुलिस जुटी है। मगर वे उन्नाव और लखनऊ दोनों ठिकानों पर नहीं मिले।  बता दें कि उन्नाव की महिला ने बांगरमऊ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। कहा था कि पिछले साल जून में हुई घटना के बाद से पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।

जिसके बाद पीड़िता ने सोमवार(आठ अप्रैल) को मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी। उधर पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया था कि केस वापस न लिए जाने पर विधायक के भाई ने उनकी पिटाई की और जेल भी भिजवा दिया। जेल में हालत खराब होने पर बलात्कार पीड़िता के पिता को उन्नाव जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

( भाजपा का नारा है बेटी बचाओ बेटी पढाओ।)





सोमवार, 9 अप्रैल 2018

राघव का पिस्ता - फोटो एवं शब्द : करणीदानसिंह राजपूत

राघव का पिस्ता
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया और राघव की ईशारों ही ईशारों में यूं हुई बातें।
लाओ, तुम्हारा पिस्ता छील दूं।
ऊं हूं। तुम छील कर खुद खा जाओ तब।
नहीं खाऊंगा, छील कर तुम्ही को दे दूंगा।

चलो, दे देता हूं।
राघव पिस्ता दे देता है। गुलाबजी पिस्ता छीलने लगते हैं तब राघव देखता रहता है। एकटक।
गुलाबजी छिलका उतार कर राघव को पिस्ता पकड़ाते हैं।

ये लो। पिस्ता। अब तो ठीक है।

फोटो एवं शब्द : करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़। दिनांक 13 नवम्बर, 2011.

यह फीचर फोटो 13 नवम्बर 2011 को लिए गए थे।
गुलाबचंद कटारिया का 3 वर्ष बाद सूरतगढ़ में 19 नवम्बर 2014 को आगमन हुआ तब इन छायाचित्रों पर राघव के नाना श्री महेश कमार जी सेखसरिया ने उनके हस्ताक्षर प्राप्त किए गए। आनंददायी क्षण थे।
गुलाब जी अब राजस्थान के गृहमंत्री हैं।
करणीदानसिंह राजपूत
अपडेट 18-11-2014.

अपडेट 9-4-2018.

गुरुवार, 5 अप्रैल 2018

संगीता:पौधरोपण से जन जागरण: राजस्थानी भाषा प्रचार


सूरतगढ़।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय संगीता में राजस्थानी मायड़ भाषा छात्र मोर्चा की तरफ से 151 पौधे लगाए गए।प्रदेश मंत्री दुलीचंद भोभरिया ने बताया कि छात्र मोर्चा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए जन जागरण अभियान शुरू कर रहा है जिसके तहत मोर्चा के पदाधिकारी विद्यालय और कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को राजस्थानी भाषा के बारे में बताएंगे तथा राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं होने से राजस्थान के नागरिकों को खास तौर से विद्यार्थियों को जो नुकसान हो रहा है उसके बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।उन्होंने कहा कि छात्र मोर्चा अब सोशल मीडिया से व्यापक स्तर पर विद्यार्थी वर्ग को जन आंदोलन से जोड़ेगा।उन्होंने कहा कि छात्र मोर्चा के आई टी सेल के संयोजक हास्य कवि हरीश हैरी अपने ही अनोखे राजस्थानीअंदाज में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए यूट्यूब पर वीडियो द्वारा प्रचार प्रसार कर रहे हैं।

विद्यालय प्रांगण में विद्यार्थियों के अलावा अध्यापक धर्मपाल वर्मा राजाराम तथा पूरे स्टाफ ने सहयोग किया विद्यालय के अलावा शिव मंदिर में भी 151 पौधे लगाए गए।



अन्नपूर्णा रसोई: नाश्ता भोजन खाकर आनंद लें-दूजों को भी बताएं



प्रस्तुति- करणीदानसिंह राजपूत-


विटामिन युक्त खाना 


तन भी भरे, मन भी भरे, पैसा भी बचें


अन्नपूर्णा रसोई एक अभिनव शुरूआत


मुख्यमंत्री के आने के साथ ही शुरू हुई अन्नपूर्णा रसोई सेवा


श्रीगंगानगर, 4 अप्रेल। राजस्थान की माननीया मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा राजस्थान के समस्त नगरीय क्षेत्रों में हर जरूरतमंद को सस्ती दर पर नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध करवाने की योजना का शुभारम्भ किया गया। जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले में भी अन्नपूर्णा रसोई की शुरूआत हो चुकी है। गत दिनों माननीय मुख्यमंत्री की जिले की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान सूरतगढ़ शहर के लिये 2, श्रीगंगानगर शहर के लिये 6, सादुलशहर के लिये 2 अन्नपूर्णा रसोई की शुरूआत की जा चुकी है। अन्नपूर्णा रसोई से सस्ता व पोष्टिक खाना व नाश्ता नागरिकों को मिल रहा है। 


सात दिनों में अलग-अलग प्रकार का होगा नाश्ता व भोजन


अन्नपूर्णा रसोई वैन में 


सोमवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में गुजराती कढ़ी, राजमा आलू, सूजी हलवा, ताजा गर्म रोटी तथा रात्रि भोजन में मोठ दाल खिचड़ी, मीठी कढ़ी, आलू प्याज सब्जी, केसरिया राइस शीरा, ताजा गर्म रोटी होगी। 


 मंगलवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में जीरा राइस, तूअर दाल, बटला आलू, मीठी सेवई, ताजा गर्म रोटी तथा रात्रि भोजन में चवला दाल खिचड़ी, गुजराती कढ़ी, फ्रेश आलू सब्जी, लापसी, ताजा गर्म रोटी होगी। 


बुधवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में नमकीन चावल, चवला दाल, दम आलू, सूजी हलवा, ताजा गर्म रोटी, रात्रि भोजन में मूंग दाल खिचड़ी, खट्टी मीठी दाल, छोला सब्जी, स्वीट राइस, ताजा गर्म रोटी, 


गुरूवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में मूंग दाल छिलका, ताजा आलू सब्जी, सूजी हलवा, ताजा गर्म रोटी, रात्रि भोजन में तूअर दाल खिचड़ी, पंजाबी कढ़ी, राजमा, मीठी सेवई, ताजा गर्म रोटी, 


शुक्रवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में पुलाव, मोठ दाल, छोला आलू, लापसी, ताजा गर्म रोटी, रात्रि भोजन में मसूर दाल खिचड़ी, चना उड़द दाल, बटला आलू, केसरिया राइस शीरा, ताजा गर्म रोटी, 


शनिवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में जीरा राइस, मिक्स दाल, आलू प्याज सब्जी, सूजी हलवा, ताजा गर्म रोटी, रात्रि भोजन में मूंग दाल खिचड़ी, बटला दाल, आलू कढ़ी, मीठी सेवई, ताजा गर्म रोटी, 


रविवार को नाश्ते में पोहा मय नमकीन एवं प्याज, इडली सांभर, कढ़ी कचौड़ी, दोपहर भोजन में पुलाव, मसूर दाल, आलू सब्जी, स्वीट राइस, ताजा गर्म रोटी, रात्रि भोजन में तूअर दाल खिचड़ी, मीठी कढ़ी, राजमा, लापसी, ताजा गर्म रोटी होगी। 


नवीन मेन्यू की विशेषताएं


भोजन को स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिये भोजन में अतिरिक्त विटामिन एवं मिनरल का मिश्रण किया गया है। प्रतिदिन दोपहर एवं रात्रि में अलग-अलग से मेन्यू सर्व किया जायेगा। परोसे जाने से पूर्व भोजन की इन हाउस लेब से जांच की व्यवस्था भी रहेगी। नाश्ता की प्लेट में तीन आईटम होगी। मात्रा 350 ग्राम होगी तथा दर 5 रूपये प्रति प्लेट निर्धारित है। 


विटामिन मिनरल युक्त पोष्टिक दोपहर एवं रात्रि के भोजन में 5 आईटम होंगे। मात्रा 450 ग्राम तथा दर 8 रूपये प्रति थाली होगी। थाली में 5 ताजा गर्म चपाती, सब्जी, दाल, चावल-खीचड़ी व मीठा होगा। मीठे में बेसन, आटा, राईस, केसरिया राईस, मूंगदाल, मसूर दाल, उड़द दाल, दाल का हलवा, लापसी, राईस हलवा, मीठी सवेयां इत्यादि शामिल है। मेन्यू में फीडबैक के आधार पर राज्य सरकार द्वारा क्षेत्र विशेष में आवश्यकतानुसार संशोधन एवं परिवर्तन किया जा सकता है। 


स्मार्ट फुड वैन लगाने के प्राथमिक स्थल


अन्नपूर्णा रसोई वैन रेलवे स्टेशन, बसस्टेण्ड, अस्पताल, कच्ची बस्तियां, गरीब बस्तियां, मजदूर थड़ी, मजदूर मंडी, एवं अन्य संभावित उपभोक्ताओं के अधिक घनत्व वाले स्थान पर लगाई जायेगी। 

फूवैन संचालन का समय प्रातः 7.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगा। प्रत्येक फूड वैन द्वारा कुल संख्या 900 नाश्ता, दोपहर भोजन, रात्रि भोजन या भोजन समाप्त होने तक निर्धारित है।


योजना की विशेषताएं


निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग द्वारा वितरण व्यवस्था पर सीधा ऑनलाईन नियंत्रण

फूड वैन के माध्यम से नाश्ता एवं पौष्टिक भोजन के वितरण हेतु पी.ओ.एस. (प्वाईन्ट ऑफ सेल) मशीनों का उपयोग, पीओएस मशीनों का राज्य के डाटा सेन्टर से सीधे कनेक्ट होना एवं पीओएस का डाटा ऑनलाईन राज्य के डॉटा सेन्टर को प्राप्त होना। जी.पी.एस के माध्यम से फूड वैन के मूवमेन्ट की राज्य के नियंत्रण कक्ष से ऑनलाईन निगरानी व्यवस्था है। 

टोल फ्री नम्बर 1800 123 1063 पर प्राप्त सुझावों एवं शिकायतों के त्वरित निराकरण की व्यवस्था और स्वायत शासन विभाग के नियंत्रण कक्ष से लाभान्वितों से सीधे वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फीडबैक लेने की व्यवस्था है। 





बुधवार, 4 अप्रैल 2018

यों फंसा रिश्वत लेते हड्डीरोग डाक्टर


चित्तौडग़ढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौडग़ढ़ ने 3-4-2018 को फ्रेक्चर का ऑपरेशन करने के नाम पर पांच हजार रुपए की घूस लेने के आरोप में सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय के अस्थि रोग विशेषज्ञ व एक मेडिकल व्यवसायी बिचौलिए को गिरफ्तार किया है।

ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा ने अनुसार गांधी नगर निवासी संतोष (30)पत्नी धर्मवीर जाट के हाथ में फ्रेक्चर होने पर वह सांवलिया जी राजकीय सामान्य चिकित्सालयमें उपचार के लिए अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय मीणा के पास गई। चिकित्सक मीणा  ने ऑपरेशन करने के नाम पर पांच हजार रू की रिश्वत मांगी।

 महिला ने एसीबी कार्यालय में इस संबंध में शिकायत की। ब्यूरो की ओर से सत्यापन के बाद महिला ने चिकित्सक से पांच हजार रुपए देने के लिए बात की तो उसने कहा कि यह राशि वह अस्पताल के सामने स्थित न्यू श्री मेडिकल के संचालक गोपाल पालीवाल को दे दें। महिला ने जैसे ही पालीवाल को पांच हजार रुपए दिए, ब्यूरो की टीम ने उसे दबोच लिया। 

ब्यूरो की टीम ने मेडिकलस्टोर वाले की चिकित्सक मीणा से मोबाइल पर बात करवाई तो चिकित्सक ने मेडिकल व्यवसायी को यह राशि अपने पास रख लेने को कहा।

 ब्यूरो की टीम बाद में सांवलियाजी अस्पताल पहुंची और चिकित्सक बूंदी जिले के रूपनगर निवासी संजय मीणा (36) पुत्र हीरालाल मीणा तथा न्यू श्री मेडिकल के संचालक भदेसर थानान्तर्गत होड़ा निवासी गोपाललाल (42) पुत्र गंगाधर पालीवाल को गिरफ्तार कर लिया। 

दोनों आरोपितों के घरों की तलाशी ली गई, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला।  एसीबी की इस कार्रवाई से प्रशासनिक व चिकित्सा क्षेत्र में हलचल मच गई। सांवलियाजी जिला अस्पताल के अंदर एसीबी टीम देख सुबह आउटडोर में वहां आए लोग भी चकित रह गए।


रविवार, 1 अप्रैल 2018

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत गिरफ्तार



* जय श्री राम, वंदेमातरम और भारत माता की जय बोलना अपराध है तो मैं अपराधी हूं*

पटना 1-4-2018.

भागलपुर हिंसा के मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को पटना पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अर्जित ने सरेंडर करने का दावा किया है। अर्जित शनिवार 313-2018 देर रात करीब 12 बजे अपने दर्जनों समर्थकों के साथ शास्त्रीनगर के हनुमान मंदिर के पास पहुंचे थे। जहां एडिशनल एसपी राकेश दुबे के नेतृत्व में पहुंची स्पेशल ब्रांच की टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें गांधी मैदान थाने ले गई। 

इस दौरान अर्जित ने कहा कि उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह भाग गए थे। उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं भागा नहीं था। उन्होंने कहा कि मुझे बेवजह फंसाया जा रहा है। अर्जित ने कहा कि वह न्यायालय का पूरा सम्मान करते हैं और इसलिए वह यहां आए हैं। अगर मुझे भागना होता तो यहां नहीं आता। मैं एक सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता हूं। उन्होंने कहा कि अगर यहां जय श्री राम, वंदेमातरम और भारत माता की जय बोलना अपराध है तो मैं अपराधी हूं।   


इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित की भागलपुर कोर्ट में सुनवाई के बाद एडीजे चतुर्थ कुमुद रंजन सिंह ने अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। उल्लेखनीय है कि वारंट जारी होने के बाद शाश्वत फरार चल रहे थे।

अर्जित शाश्वत चौबे भागलपुर के नाथनगर उपद्रव मामले में नामजद आरोपी हैं। इस मामले में अर्जित शाश्वत चौबे, अभय कुमार घोष, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, सुरेंद्र पाठक, अनुप लाल साह, संजय भट्ट, प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया है।

शाश्वत चौबे समेत 9 आरोपितों ने अग्रिम जमानत के लिए भागलपुर एडीजे कोर्ट में अपील की थी। बचाव और सरकार की ओर से करीब घंटे भर तक जमानत की बिंदु पर बहस के बाद दोपहर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा। भोजनावकाश के बाद फैसला सुनाते हुए सभी की याचिका खारिज कर दी गयी।



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