गुरुवार, 23 मार्च 2017

सूरतगढ़ मॉडल स्टेशन सच में गंदगी का मॉडल बना हुआ है

- करणीदान सिंह राजपूत -

सूरतगढ़ 23 मार्च ।

उत्तर पश्चिम रेलवे का मॉडल रेल स्टेशन सूरतगढ़ अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही से सड़ांध मार रहा है। अधिकारियों को परवाह नहीं है कि रेल यात्रियों को सीफ सफाई की सुविधा दी जाए।

 स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर 4 और उस पर बने हुए टॉयलेट आपको यहां दिखा रहे हैं। पुरुषों के टॉयलेट में कोई शौच करे तो साफ करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वह टट्टी से भरा पड़ा है। बाहर हाथ धोने के लिए वास बेसिन की हालत बुरी है। वह टूटा पड़ा है। पेशाब करने वाले स्थान को देखें। भयानक गंदगी है और उस पर लगी हुई टूंटी में गुल्ला ठोका हुआ है। 

क्या स्टेशन अधीक्षक अन्याय अधिकारीगण टिकट खिड़की बुकिंग अधिकारी वादियों के कार्यालयों के शौचालय इस तरह से गंदगी से भरे हुए हैं यह अधिकारी भारी भरकम वेतन लेते हैं तो इनकी क्या जिम्मेदारी बनती है यात्रियों को गंदगी और सड़ांध में मारना इस भयानक गंदगी के कारण रेल प्लेटफार्म पर निश्चित रूप से यात्री अपने साथ कोई न कोई बीमारी लेकर के जाते हैं।

स्टेशन अधीक्षक सहित अनेक अधिकारियों के कार्यलय प्लेट फार्म मुख्य भवन पर हैं क्या उनके कार्यालयों के शौचालय इस प्रकार से गंदगी से भरे हुए हैं?

इस मॉडल स्टेशन पर आखिर किसकी जिम्मेदारी है?









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