मंगलवार, 19 जुलाई 2016

राजस्थान में भाजपा सरकार के हालात पंजाब से ज्यादा खराब:


राजस्थान में रोजी रोटी और महिलाओं की इज्जत पर खतरा:
वसुंधरा राजे को कोई परवाह नहीं:भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बयान अध्यक्ष:


स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत -

भाजपा के वरिष्ठ लोकप्रिय नेता नवजोतसिंह सिद्धु ने राज्य सभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर पूरे देश में हलचल मचादी है और उनके इस कदम से पंजाब की राजनीति में भाजपा के लिए भयानक और खतरनाक मोड़ आ गया है। सड़कों पर मोड़ वाली जगहों पर अनेक जगहों पर सूचना पट्ट लिगे हुए होते हैं जिन पर लिखा होता है। आगे खतरनाक मोड़ हैं सावधान रहें। उन मोड़ों पर अकसर चेतावनी के बाद भी दुर्घटनाएं होती रहती है। इस इसी तरह का राजनैतिक मोड़ पंजाब में भाजपा के लिए पैदा हो चुका है। पंजाब की सरकार में भाजपा व अकाली दल का गठजोड़ है। कहने को वहां पर भाजपा का राज है लेकिन वहां पर भाजपा का राज कितना है और भाजपा की कितनी पावर है? इसका प्रमाण गंगानगर के किसानों को तो सदा मिलता रहा है। जब तब पंजाब गंगनहर में राजस्थान नहा में भी पानी का बहाव कम कर देता है। राजस्थान की खंूखार कहलाने वाली गरजने वाली मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की रत्ती भर नहीं चलती। राजे राजस्थान के भाजपाईयों को ही चेतावनी और धमकियां दे सकती है। केन्द्रीय नेताओं को भी इसी तरह का हाल है। पंजाब के नेता भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी कुछ भी नहीं समझते।
राजस्थान पत्रिका में कुछ दिन पूर्व एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट छपी जिसमें उल्लेखित था कि हरिके पतन के राजस्थान नहर में पानी छोडऩे वाले खराब हैं तथा मोटरें भी खराब हैं। दो गेट तो बिल्कुल ही खराब हैं। जिनके कारण पानी पाकिस्तान चला जाता है। जल संसाधन मंत्री डा.रामप्रताप हनुमानगढ़ से चुने गए व उनको गंगानगर बीकानेंर जिलों का प्रभारी मंत्री बनाया हुआ है। सरकार के पास में क्या इतने पैसे भी नहीं हैं कि गेटों की मरम्मत करवाई जा सके?
राजस्थान में अखबार रोजाना ही रेप और गेंग रेप मामलों से रंगे रहते हैं। यही हालत समाचार चैनलों की है। भागे हुए अपराधी पकड़ में नहीं आ रहे हैं। गौर करें कि थानों में साधारण अपराधियों की तो पुलिस फट्टों व डंडों से पिटाई करती हुई दिखाई पड़ती है। दूसरी ओर हार्डकोर अपराधी पुलिस की हिरासत में से भागा हुआ आनंदपाल है जिसके लिए गुहमंत्री गुलाबचंद कटारिया खुद कहते हैं कि वह आराम से आ जाए हम आराम से जेल में रखेंगे। वाह। कैसा न्यौता है? अपराधी को गृहमंत्री गारंटी दे रहा है। जब ऐसे हालत हैं तब प्रशासन किस तरह से चल रहा है बतलाने की जरूरत ही नहीं है।
स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख विशिष्ट सचिव मंजीतसिंह ने बीकानेर संभाग की बैठक में कहा कि जो काम नहीं करते,पैसे मांगते हैं उनके खिलाफ लिख कर भेजो कार्यवाही की जाएगी। सचिव महोदय का बयान और करनी में बहुत अंतर है। भ्रष्टाचार में लिप्त पालिका के ईओं को फील्ड ड्यूटी पर नहीं लगाया जा सकता। कार्मिक विभाग का निर्देश है किसका पालन नहीं किया जा रहा है। पालिकाओं में भ्रष्टाचार में लिप्त शिकायतों में प्रमाणित हो जाने के बावजूद ईओ पृथ्वीराज जाखड़ व राकेश मेंहदीरत्ता के विरूद्ध कुछ भी नहीं किया जा रहा। उनको ड्यूटियां दी हुई है। पालिकाओं में भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों के केस चलाने की अनुमति तक नहीं दी जा रही है।
आखिर क्या होगा राजस्थान का?
राजस्व कार्यालयों में तो संबंधित लोगों को प्रभाव के कारण नोटिस भी नहीं पहुंचाए जा रहे।

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