शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

वसुंधरा को ओढ़ाई चुनरियां अब वह बदले में कुछ तो देगी:


उसके पास लाठी है,गोली है,जेल है:बस पानी नहीं है:
- करणीदानसिंह राजपूत -
वसुंधरा राजे सत्ता ने सत्ता में आने से पहले एक परिवर्तन यात्रा निकाली थी। इसी इलाके में जानकीदासवाला में चुनरी ओढ़ाई गई थी। इसके बाद सन 2013 के विधानसभा चुनाव में सूरतगढ़ इलाके में एक बार फिर चुनरी ओढ़ाई गई थी। तलवार तक भेंट की गई थी। वसुंधरा राजे खूब नाची और झूम झूम कर नाची। सूरतगढ़ की नई अनाज मंडी में मंच पर वसुंधरा के साथ में राजा भाई यानि कि राजेन्द्रसिंह भादू और सुरेन्द्रपालसिंह टीटी भी नाचे थे। याद आया है तो ठीक नहीं तो याद करें।
वसुंधरा राजे को चुनरियां ओढ़ाई थी न, अब वह लौटा रही है। कुछ दे रही है तो लेते रहें।
वसुंधरा के पास में लाठी है।
वसुंधरा के पास में गोली है।
वसुंधरा के पास जेल भी है।
बस। पानी नहीं है।

23-4-2016.
अपडेट 3-2-2018.

यह ब्लॉग खोजें