सोमवार, 30 नवंबर 2015

विधायक राजेन्द्र भादूकी कोठी कटले में सड़कें हड़पी वसुंधरा को शिकायत:



विधायक राजेन्द्र भादू  परिवार के कोठी कटले की मुख्यमंत्री को शिकायत
करोड़ों रूपए की सड़कें और जगह अतिक्रमण हटा कर खुलवाई जाए
पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु की शिकायत से भाजपा सरकार घिरेगी
अब खुलेगा हाई कोर्ट जाने का रास्ता
- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़। पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु ने आखिर बीड़ा उठाया है। विधायक राजेन्द्रसिंह भादू व परिवार के कोठी कटले में शामिल करली गई सड़कें और जगहों का अतिक्रमण हटवाने का पत्र मुख्यमंत्री को दिया है। करोड़ों रूपयों की जगह जो मुख्य बाजार में बीकानेर रोड से चिपते हुए है को भादू परिवार ने कब्जे में ले लिया और उसकी सड़कें तक कब्जे में ले ली। टाउन प्लानर के बीकानेर कार्यालय से स्वीकृत नगरपालिका के नक्से को धत्ता बता दिया गया। नगरपालिका में किसी की हिम्मत ही नहीं थी कि भादू परिवार जनों के अतिक्रमणों को रोके। अब भादू परिवार ने दोनों विशाल कटले पर आधुनिक मार्केट बनाने की तैयारी की है जिनमें पालिका की जमीन और सड़कें भी कब्जे में है।
राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार राजेन्द्र भादू परिवार के मामले में सच्च को ओट में रखते हुए बचाव में आएगी तो बुरी तरह से घिरेगी। राजस्थान की प्रतिपक्षी पार्टी कांग्रेस इसे बड़ा मामला मान कर राज्य स्तर पर जवाब मांग सकती है और अतिक्रमण हटवाने का दबाव भी डाल सकती है। राजेन्द्र भादू जिस कोठी में निवास करते हैं वह सड़क के बीच में बनी हुई है और कटले इसके अलावा हैं।
पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु ने शिकायत में लिखा है 1967 में बीकानेर की सड़क पीपेरन तक जाती थी जो कस्बे की हरिजन कॉलोनी में से निकली जिसमें कई प्लॉट आ गए थे। इन्हीं पलॉटों में दो प्लॉट बीरबल पुत्र मोटाराम भादू ने अपने पुत्रों के नाम से खरीदे और नगरपालिका से उनका तबादला लेकर 1280 वर्गफुट जमीन अमृतलाल लूणकरणजैन के प्लाटों के पास :वर्तमान जगह:पर लिया तथा करीब 8 हजार वर्ग फुट पर अतिक्रमण कर विशाल रिहायशी भवन बना लिया। नगर नियोजन कार्यालय बीकानेर में तैयार नक्से में चार सड़कें दिखाई गई जो बीरबल ने अपने प्लाटों में समाहित करली। इनका बंटवारा अपने पुत्रों राजेन्द्र भादू व अन्य पुत्रों महेन्द्रसिंह,विजेन्द्रसिंह,रविन्द्रसिंह के नाम कर दिया। यहां पर व्यावसायिक दुकानें बनाली व किराए पर दे रखी है। इन दुकानों का कनवर्जन नहीं हुआ है तथा नगर नियोजन के स्वीकृत नक्से को धत्ता बता दिया।
शिकायत में लिखा है कि राजेन्द्र भादू का आवासीय भवन सड़क में बना हुआ है जिससे सड़क की चौड़ाई बहुत कम हो गई है। भादू ने विधायक बनने के बाद व्यावसायिक निर्माण कराने के लिए इसे व्यावसायिक कनवर्ट करवा लिया जबकि मालिकाना अधिकार नहीं है। बिना मालिकाना अधिकार के उक्त कन्वर्टन अवैध है। पूर्व में निर्मित सभी दुकानों व आवासीय भवन को मिसमार करके एकाई प्लाजा व्यावसायिक निर्माण हेतु नींवें भर कर तैयार कर दी है।
मुख्यमंत्री से भेजे शिकायत पत्र में निवेदन किया गया है कि उक्त व्यावसायिक प्रतिष्ठान निर्माण को जो अवैध अक्रिमण पर है को रूकवाया जाए तथा जाँच कर स्वीकृत सड़कों को चालू करवाया जाए क्योंकि यह भूमि करोड़ों रूपयों की सार्वजनिक संपत्ति है। कानूनी पेचिदगियां पैदा न हों इसलिए तुरंत सार्वजनिक संपत्ति को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाए।
पूर्व विधायक ने इस शिकायत की प्रतियां राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री,मुख्य सचिव,विशिष्ट शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग और निदेशक स्वायत्त शासन विभाग जयपुर को भिजवाई हैं। 

स.हरचंदसिंह सिद्धु
राजेन्द्र भादू
सड़कें और जगहों का अतिक्रमण


यह ब्लॉग खोजें