शुक्रवार, 6 नवंबर 2015

एसडीएम रामचन्द्र पोटलिया की शिकायतें फर्जी दस्तखत:


बेनामी संपति और जमीने बनाने का था आरोप:शुरू हुई थी जाँच:
राधा कृष्ण स्योरान ने कहा मैंने नहीं की शिकायत:शिकायत राधा किशन स्योरान के नाम से:
पत्रकार वार्ता में किया खुलासा:पुरानी शिकायत भी भ्रम में करने का बताया:
अन्य दो लोगों ने भी लिख दिया कि उन्होंने कोई शिकायत नहीं की:

एसडीएम रामचन्द्र पोटलिया ने कहा कि उनके जमीनों के फैसले सही हैं।
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़, 6 नवम्बर 2015.
एसडीएम रामचन्द्र पोटलिया के विरूद्ध अवैध बेनामी संपत्ति बनाने की मुख्यमंत्री को की गई शिकायतें और संभागीय आयुक्त द्वारा जाँच शुरू करने के समाचारों के छपने के साथ ही नया मोड़ आया और जिन नामों से शिकायतें हुई थी ने खंडन कर दिया कि उन्होंने कोई शिकायतें नहीं की है।
पूर्व में जमीन के निर्णय के बाद राधाकृष्ण स्योरान ने शिकायत की थी और पत्रकार वार्ता में रामचन्द्र पोटलिया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उसके नाम से एक और शिकायत ताजा हुई। संभागीय आयुक्त के द्वारा जाँच के आदेश और गंगानगर के अपर जिला कलेक्टर द्वारा जाँच शुरू किए जाने के समाचार छपने के बाद अचानक रूख बदल गया।
राधाकृष्ण स्योरान  निवासी चक 7 बीकेएसएम गुडली ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि उसके नाम से किसी ने फर्जी शिकायत की है तथा उसमें हस्ताक्षर भी फर्जी हैं। नई शिकायत में नाम और निवास गलत लिखे हैं। नाम राधाकिशन स्योरान व निवास सूरतगढ़ लिखा हुआ है।
एसडीएम रामचन्द्र पोटलिया से पत्रकारों ने जानकारी चाही तब उन्होंने कहा कि शिकायत फर्जी की गई है जिसका खंडन पत्र राधा कृष्ण स्योरान  लिख कर दे गया है।
एसडीएम ने यह भी बताया कि पूर्व में राधा कृष्ण ने जो शिकायत की थी उसका भी खंडन लिख दिया है उसने भ्रम में शिकायत की थी। यह खंडन पत्र करीब तीन पेजों का विस्तृत है।
एसडीएम ने कहा कि मोहनदास निवासी पींपासर के नाम से भी शिकायत की गई थी। उक्त मोहनदास भी लिख कर दे गया है कि उसने कोई शिकायत नहीं की। उसके नाम से शिकायत की गई है जिसमें हस्ताक्षर उसके नहीं है। एक और नाम से भी शिकायत की गई थी वह भी लिख गया कि उसने कोई शिकायत नहीं की है।

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