रविवार, 7 दिसंबर 2014

बहु रूप में बेटी पधारी:



- करणीदानसिंह राजपूत -

बहु को बेटी मानो के विचार और वक्तव्यों को अनेक मंचों पर सांझा करते हुए गुजरते जीवन की एक परिकल्पना को अपने ही घर परिवार में साकार होते देख हम आनन्दित हैं। हम मतलब मैं करणीदानसिंह राजपूत और पत्नी विनीता सूर्यवंशी। हमारे बड़े पुत्र कुंवर योगेन्द्रप्रतापसिंह बैंस और कुंवरी रीतिका भाटी के विवाह पर यह विचार साकार हुआ।  विचार को  परिवार जनों,मित्र परिवारों,सामाजिक धार्मिक एवं शिक्षण संस्थाओं के जागरूक पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं ने आशीर्वाद प्रदान कर और दृढ किया। सूरतगढ़ में राष्ट्रीय उच्च मार्ग नं 15 पर सन सिटी रिसोर्ट में यह आशीर्वाद समारोह 4 दिसम्बर 2014 को दिन में हुआ। अनेक राजनैतिक हस्तियों ने इस समारोह में शामिल होकर गौरव बढ़ाया और साक्षी बने इस विचार का। नारी संस्थाओं ने एवं नारी प्रतिनिधियों ने इस विचार को और आगे बढ़ाने का विचार संकल्प लिया।
    बहु को बेटी मानो के विचार समाज में बदलाव लाने को सर्व श्रेष्ठ हैं। अनेक समारोहों में इस सच्च को साकार करने के लिए हम ही नहीं अनेक लोग लगे हुए हैं। सूरतगढ़ की अनेक संस्थाएं इस विचार में लगी हुई हैं।
पत्रकारिता क्षेत्र में करीब 48 साल में इस सच्च को साकार करने को चल रहा था। मुझे पूरी आशा है कि ईश्वर मेरे साथ रहेंगे।

आशीर्वाद समारोह में पधार कर आशीर्वाद प्रदान करने वाले शुभ कामनाएं प्रदान करने वालों के अलावा मोबाईल फोन व पत्रों से शुभ कामनाएं देने वाले सभी लोगों ,संस्थाओं का मैं और मेरा परिवार आभारी हैं। 




आशीर्वाद समारोह स्थल          सन सिटी रिसोर्ट सूरतगढ़

यह ब्लॉग खोजें